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Divine 9
You are at:Home » Shivanshu Sharma sir expresses his view on Ram Mandir and Communal harmoney.
Brotherhood

Shivanshu Sharma sir expresses his view on Ram Mandir and Communal harmoney.

adminBy adminJanuary 30, 2024No Comments6 Mins Read
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मित्रों 22 जनवरी 2024 बहुत यादगार यह दिनांक है यादगार डेट है क्योंकि इस दिन अयोध्या में श्री राम प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई पूरा देश हर्ष उल्लास से इस पर्फ को बना रहा था और हम भी जो है हमने भी खूब पूजा पाठ घर में हवन किया और शाम

को हमने पटाखे भी फोड़े और हमने हनुमान चली का पाट खाली हमने नहीं मेरे भी कुछ मुसलमान मित्र थे वो भी इसमें जो है शामिल थे सब इतना ज्यादा जो है खुश थे कि मैं आपको शब्दों से बयान नहीं कर सकता लेकिन कुछ क्षेत्रों से कुछ प्रदेशों से ऐसी क्लिप्स सामने आई जिसको

देखकर मन बिल्कुल जो है दुख से भर गया मित्रों हम सब सबसे पहले एक इंसान है धर्म तो ठीक है कि हमारे कॉशस को हमारी अंतरात्मा को जो धर्म हम बोलते हैं या हमारे जो ग्रंथ है में हमारे जैसे आप बोल दीजिए कि भगवत गीता हो गई वेद हो गए बाइबल हो गए

कुरान हो गई ये हम सबको एक जीने का नजरिया देते हैं जीने का तरीका प्रदान करते हैं और यह हीन भावना करनी नहीं सिखाते अब हमने यह एक तरीके से हम अपने भाई बंधुओं पर ही पथराव कर रहे हैं बल्कि हम अगर उनकी खुशी में शामिल होंगे तो कल वह आपकी खुशी में

भी तो शामिल होंगे यार एक आम आदमी अपने निजी जीवन में इतना व्यस्त होता है अपने रोजगार में इतना व्यस्त होता है को कि उसको अपने परिवार को एक अच्छी पोजीशन पर पहुंचाने के लिए इतनी मेहनत करनी पड़ती है मुझे समझ नहीं आता कि लोगों को इतना समय कहां से मिल जाता

है देखिए हिंदू शब्द से जो आज की डेट में जो चिड़ा हो रही है लोगों को देखिए हिंदू कोई धर्म नहीं है मित्रों ये एक जीने का तरीका एक कल्चर है हिंदू नामक शब्द जो सिंधु नदी थी उससे इसका जो है ओरिजन हुआ और यह शब्द उन लोगों

के लिए यूज किया गया जो सिंधू नदी के जो है पूर्वी तट पर पूर्वी एरिया क्षेत्र है वहां पर यह लोग रहते उनके कल्चर के लिए डिनोट किया गया और जो इस देश का जो धर्म है वह सनातन धर्म है सनातन धर्म हम बोलेंगे वे ऑफ लिविंग है

मित्रों जीने का तरीका है आप इतना कलरफुल यह धर्म है कि इसके अंदर आप जो है आप पेड़ों को भी पूछते हैं प्रकृति को पूछते हैं ठीक है आप उसको मूर्ति के रूप में भी पूछते हैं पूरी एक जिसे कहते हैं आस्था आपने जो है लगा रखी रिवर को आप मां

मानते हो नदियों को मां मानते हो लेकिन फिर लोग काफी सवाल उठाएंगे कि हम पेड़ों को काटते हैं क्योंकि वो जो है अज्ञानता के वशीभूत होकर यह सब चीजें करते हैं देखिए हमारा जो कल्चर है उसने प्रेम करना सिखाया एमिट करना सिखाया टोलरेंस पावर बहुत है इस देश के अंदर

लेकिन अपनी बकने या जिसे कहते हैं कि किसी के आदेश में आकर या किसी की बातों से इतना प्रेरित होकर ऐसे कृत्य ना करिए जिससे आपकी नहीं पूरे देश की छवि को जो है चोट ना पहुंचे तो मैं आप सभी लोगों से निवेदन करूंगा कि कृपया करके प्रेम भाव से रहिए

एक दूसरे के प्रति इस देश में सबको जीने का अधिकार है सबको अपनी बात बोलने का अधिकार है सबको अपने त्यौहार बनाने का अधिकार है और अगर कुछ चीज विवादित है तो उसके लिए जुडिशरी है उसके लिए न्यायपालिका है आप उसमें जाइए और अगर आपको लगता है कहीं ना कहीं

अन्याय हुआ है तो यह मानकर चलिए कि कहीं ना कहीं यह ईश्वर जो कि सबके लिए कॉमन है चाहे आप उसको जीजस बोल लीजिए अल्लाह बोल लीजिए चाहे मैं महादेव बोलू चाहे श्री कृष्ण बोलू सबके लिए वह सेम है तो कहीं ना कहीं उसी का ही जो है आदेश है कि यह सब

चीजें हो रही है और राम मंदिर जो कि स्थापित हुआ है एक मान के चलिए मैं आप सभी लोगों से प्रार्थना करता हूं मेरे जितने भी मुस्लिम भाई बहन हैं कि 5 100 साल का ये स्ट्रगल ठीक और पूरे भारत की आस्था इवन इसमें ली हिंदुओ की आस्था नहीं है मुसलमानों की भी

इसके अंदर बहुत आस्था है मेरे को यह नहीं पता य खाली वही पिक्चर सामने आती है जिनके मन में इसके प्रति त्रुटि है वह भी अज्ञानता वश अज्ञानता वश व यह सब चीज कर देते हैं जब इंसान को पूरा ज्ञान नहीं होता तो

वह सब यह सब चीज करता है कि लोगों ने अपनी जान इसमें गवाई है और फिर आपका जो बाबरी मस्जिद है वो भी हमारे लिए ईश्वर का घर है और उसके लिए जगह दी गई है लेकिन उस मंदिर से उस मंदिर को लेकर राम मंदिर को लेकर

लोगों की बहुत ज्यादा आस्था है उसमें और कितना रोजगार मिलेगा आप यह समझिए लोग आते हैं अभी आप देखिए प्रतिदिन 5 लाख लोग जो है जो है वहां पर आ रहे हैं दर्शन करने के लिए तो मैं आप सभी लोगों से प्रार्थना करता हूं हीन भावना पैदा मत कीजिए देखिए

ईश्वर तक पहुंचने के कई तरीके होते हैं उसमें से एक धर्म भी है एक इसमें से इस्लाम धर्म भी है एक इसमें से क्रिश्चन जो है क्रिश्चियनिटी भी है और भी जितने धर्म है बुद्धिस्म जैनिम और भी जितने भी धर्म है इस देश के अंदर पंथ बोलते हैं वैसे धर्म शब्द धर्म

नैतिकता को बोला जाता है और हर एक धर्म नैतिकता ही सिखाता है और राम श्री राम जो है वह नैतिकता की एक मूर्ति है तो मैं आप सभी लोगों से प्रार्थना करता हूं इस वीडियो के माध्यम से आप अपने जीवन को निखारने में अपने आप को सफल व्यक्ति बनाने

में अपने आप को एजुकेटेड बनाने में एक विद्वान व्यक्ति बनाने में अपना जो है समय इन्वेस्ट करें इन सब चीजों में इन्वेस्ट ना करें और फालतू की चीजें जब तक इंटरनेट पर कोई सोशल मीडिया पर कोई भी वीडियो आ रही है कोई भी य ् यूनिवर्सिटी है ठीक है

पढ़ के एकदम से प्रभावित ना हो पहले उसको चेक कर ले उसकी ऑथेंटिसिटी को चेक कर ले उसके फैक्ट्स को चेक कर ले कि वो जो न्यूज है सोशल मीडिया प वो ठीक है या नहीं है बहुत ज्यादा सोशल इंजस्टिस फैलती है मव लिंचिंग वगैरह हो

बहुत अन्याय होता है और इसमें हमारा ही पैसा जा रहा है सरकार हमारे पैसे से ही चल रही है पब्लिक मनी से ही चल रही है हमने संविधान में देखते हैं वी द पीपल ऑफ इंडिया हैविंग सो सो सोमली रिजॉल्व टू कंटूटन टू सोन सेकुलर सोशलिस्ट सेकुलर पंत

निरपेक्ष है तो हमारा ही पैसा है वह कहीं ना कहीं तो थोड़ा सा अवेयर बने जागरूक बने धन्यवाद

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