अजय को [संगीत] कि सरकार सांवरियां सवाल में स्वागत है आप सभी का मैं हूं आपके साथ शगुफ्ता शाहबुद्दीन कि पाकिस्तान ने कश्मीर के एक भाग पर 1949 में अवैध रूप से कब्जा कर रखा है भारत की तरफ से पाकिस्तान के अवैध वाले कश्मीर को कई बार पाकिस्तान के सामने अपना
विरोध भी दर्ज करवाया गया लेकिन इस समस्या का अभी तक कोई भी समाधान निकल नहीं पाया है जब से जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म किया गया तब से पिओगे को वापस भारत में मिलाने की मांग भी जोर पकड़ने लगा है अब पाकिस्तान के अंदरूनी हालात ठीक नहीं
ऐसे में हमारे आज के साथ सवार इसी मुद्दे घूमेंगे और आज का हमारा पहला सवाल इसी पर आधारित है वह यह कि क्या प्रयोग के को वापस भारत में लाने का वक्त आ गया है इस रिपोर्ट की तरह जानते हैं हुआ है कि मुझे शाम के हाथ लग रहा है कि
गैरकानूनी तरीके से कब्जा करके दिखाओ कि भागवत कथा कभी भी हमारे तीनों है कि एक जनवरी 1949 में पाकिस्तान ने कश्मीर के विभाग पर धोखे से जबरन कब्जा कर लिया था पाकिस्तान का कब्ज़ा आज भी बरकरार हैं लेकिन इस कब से पीओके के वापस भारत में
मिलाने का समय आ गया है केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने इस संबंध में संकेत दिए हैं कि यदि कोई पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच में कोई विषय है तो मात्रा के जोड़ जम्मू कश्मीर का हिस्सा जो इतने वर्षों के बाद ही पाकिस्तान के गैरकानूनी कब्जे में उसे किस तरह से पुणे
भारत में सम्मिलित किया जाएगा केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि जिस तरह अनुच्छेद 370 को रद्द किया गया उसी तरह मोदी सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पीओके को आजाद कराने का संकल्प निभाई है कि हमारी प्रतिबद्धता है भारतीय जनता पार्टी जिस बात का संकल्प करती है उस
समय उसका समझ नहीं आती उस गहराई से सोचा नहीं जाता जब हम 370 हटाने की बात करते थे तब इवेंट किया जाता था आज आपने देखा यह होता होगा दिखाओ जहाज वाजपेई जी रहे भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई 1984 में तो यह कहा था कि बादल छटेंगे सूरज
निकलेगा सूरज निकलेगा कमल खिलेगा कभी किसी ने कल्पना नहीं की थी कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी लेकिन मोदी जी के होते हरे वह संकल्प जो अधूरा रह गया उसकी हम सिद्ध करने का प्रस्ताव है मोदी सरकार के मंत्री पहले ही पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर विभाग को भारत
में वापस बुलाने की बात कह चुके हैं गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि अब वह जब जम्मू-कश्मीर की बात करते हैं तो वह यूके भी उसमें शामिल होता है मैं जब मैं जम्मू एंड कश्मीर बोलता हूं तो पीएम को इसके अंदर ही आता है तो एक सेकेंड
और सुना तो दुनिया तो आप मुझे बोलने नहीं रहेंगे इसलिए अगर ऐसी हूं कि जम्मू एंड कश्मीर के पीए को आप भारत का हिस्सा नहीं मानते हो क्या सेक्रेटिव जाएंगे इसके लिए हैं ऑन करो [संगीत] हुआ है कि हाल के दिनों में पाकिस्तान अंदर और बाहर
दोनों मोर्चे पर पूरी तरह विफल साबित हुआ है पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल होने की वजह से वहां के लोगों में इमरान खान सरकार के प्रति नाराजगी है वहीं दूसरी तरफ आतंकवाद की वजह से भी पाकिस्तान की इच्छा भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहद खराब है आप तो मेरे को लगता है कि स्थिति बहुत
खराब है और विरोधी यह पाकिस्तान नीरज द टू टेक आया और वहां से घाघरी पाकिस्तान सब्सक्राइब तो यह है कि पूरा पाकिस्तान को कंट्रोल कर पाए और उसका नतीजा यह होगा कि वह टुकड़ों में और जहां पर ज्वाइन करना चाहिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पाकिस्तान लगातार भारत विरोधी गतिविधियों
को संचालित करता है और यह बात समय-समय पर दुनिया के सामने साबित होती है यही वजह है कि भारत की तरफ से कश्मीर पर पाकिस्तान के अवैध कब्जे को खत्म करने के संकेत दिए हैं है कि रिपोर्ट गुड न्यूज़ टुडे ई है अब देखिए पाकिस्तान में इस तरह के
हालात है उससे वहां की जनता जो है वह बुरी तरह से परेशान है त्रस्त है खुद पाकिस्तान घरेलू अंतरराष्ट्रीय दोनों मुद्दों से दूर रहा है और इन दिनों पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी पर संकट भी गहरा गया है ऐसे वह हमारा आज का दूसरा
सवाल यही है और दूसरा सवाल यह है कि क्या पियोगे को संभाल पाना पाकिस्तान के बस में नहीं है इनके बारे में जानकारी दे रहे हैं रक्षा विशेषज्ञ विटामिन ए मेजर जनरल संतरे मिनट तक अपने अ कि मैं तो बोलूंगा पीरु के ही नहीं मेरे को लगता है उनको पूरे पाकिस्तान को संभाला
वह सब कुछ गलत हो गया है के खर्च पर पुत्र वाले लिए कृष्ण का हीरा का उपयोग एक इलाका और रॉ ब्रिटिश इन थे स्टेट बैंक के ग्रॉस और वहां पंजाब है और पाकिस्तान की स्थिति बहुत खराब है और यह टूटे और सब्सक्राइब करें पाकिस्तान सब्सक्राइब तो यह है कि
पूरा पाकिस्तान को कंट्रोल कर पाए और उसका यही होगा और यहां पर ज्वाइन करना है कि अब वे खुद संकट में घिरे इमरान खान को आप भारत याद आ रहा है इमरान खान ने भारत की फॉरेन पॉलिसी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत की विदेश नीति आजाद है और यह लोगों
के हितों का पूरा ख्याल रखते हैं ऐसे में हमारा आज का तीसरा सवाल यही है और तीसरा सवाल है कि आप इमरान चॉप कर रहे हैं आखिर भारत की तारीख है इसके बारे में भी बता रहे हैं रक्षा विशेषज्ञ संजय में सब क्या कर रहे हैं सो रहे हैं
कि यह आज हिंदुस्तान को दावत देता हूं जिन्होंने हमेशा हंसा पॉलिसी रखिए आज हिंदुस्तान के साथ हुआ कोर्ट के अंदर अमेरिका और मैं अपने आप को बहुत ज्यादा मैंने टोटल ऊं रुसै अंधेरे में डूबा रहा है जबकि संसद में के हुई है रुके हिंदुस्तान की पॉजिटिव
अपने लोगों की बेहतरी के लिए है यह बड़ा विचित्र मेरे को भी समझने ऐसा क्यों कर रहा है यही ब्राउन खान ने जब तालिबान वापिस किया था अमेरिका के जाने के बाद जब को वहां की का जो सेना प्रमुख अंश हो गए तो पूरे देश को याद होना चाहिए इमरान
खान के स्टेटमेंट उनके स्टेटमेंट चाहिए यह मतलब जैसे कि तो अब इस पॉलीटिकल क्राइसिस इन दिनों के चक्रव्यूह में फंसे हुए हैं जहां से उनका बचकर निकलना बेहद मुश्किल होता है के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट होकर अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है और खास बात यहां
पर देखिए वाली यह है कि इमरान की पार्टी के भी कई सांसद विपक्ष के साथ ही जाकर मिल गए हैं ऐसे में आज का हमारा चौथा सवाल यही और चौथा सवाल कि क्या खतरे में है पाकिस्तान की इमरान सरकार इस रिपोर्ट की तरह जानते हैं कर दो [संगीत]
कि पाकिस्तान में इमरान खान सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं इमरान खान कि प्रधानमंत्री की कुर्सी अब केवल चंद दिनों की मेहमान है पाकिस्तान में जिस तरह से सियासी उथल-पुथल हो रही है उससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान की एक और
सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करने में सफल नहीं हो सकेगी हैं हैं दरअसल इस बार इमरान खान विपक्षी दलों की बुद्धि के आगे बेबस नजर आ रहे हैं और जिस तरह से उनके खेमे के सांसद ही उनके खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे हैं वह से उनका ट्वीट होना तय है
कि इमरान खान की पार्टी पीजीआई के 124 सांसदों ने बगावत कर दी है इसके बाद इमरान की कुर्सी खतरे में है 25 मार्च से पाकिस्तान में संसद सत्र शुरू हो सकता है आने वाले सत्र में एकजुट विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहा है विपक्ष के हालात साथ इमरान की मुसीबत
उन्हीं की पार्टी के 24 सांसद हैं जो विरोधी खेमे में मिल गए हैं कि पाकिस्तान संसद में खुद 342 हैं और बहुमत के आंकड़े के लिए 172 सांसदों का समर्थन चाहिए अभी इमरान खान की सरकार के पास 179 सांसदों का समर्थन है लेकिन अगर उनकी पार्टी के 2422 सांसदों ने सरकार के
खिलाफ वोट दिया तो इमरान सरकार का गिरना तय है का सिमरन खान पाकिस्तानी सेना की सरपरस्ती में ही सरकार चला रहे थे तब 2018 में पाकिस्तान सेना के कहने पर ही पाकिस्तान के छोटे दलों के सांसदों ने समर्थन देकर इमरान को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया
था लेकिन इस बार इमरान के सामने संकट यह है कि इमरान खान के ऊपर से सेना ने अपने हाथ खींच लिए हैं कि सरकार पर संकट को देखते हुए दो दिन पहले इमरान खान ने जंगल बाजवा से मुलाकात की और उनसे मदद मांगी सूत्रों के मुताबिक
आर्मी चीफ जनरल और आईएसआई चीफ नदीम अंजू ने 22 और 23 मार्च को होने वाले वह आईसीसी कांफ्रेंस के बाद इमरान खान को पद छोड़ने के लिए कह दिया है कि कहीं से मदद न मिलती दे इमरान खान इस स्थिति के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहरा
रहे हैं और कह रहे हैं कि उनके दल के बागी सांसद विपक्ष के इशारों पर काम कर रहे हैं तो सबसे पहले कि आज अपोजिशन पार्टीज का दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं मैं [संगीत] कि इनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि के लोगों ने उ
के लोगों को टमाटर और प्याज की कीमतें बुलाती हैं अ कि अब तक [प्रशंसा] कि हमें जॉगिंग बी सता पेज महंगाई का समुंदर आया हुआ है कि तुषार आवक हमें पोज पड़ा रहता है कि किस तरह हम लोगों के लिए में आसानी पैदा करे कितना महंगाई कम
करेंगे यह तरफ मेरी और मेरी टीम सोचती है कि क्या-क्या हम हर पर इस्तेमाल करें अगले सप्ताह पाकिस्तान की संसद नेशनल ऐप असेंबली का सत्र बुलाए जाने और उसमें अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की उम्मीद है ऐसे में देखना है कि चंद दिनों में इमरान अपनी कुर्सी की रक्षा करने में किस तरह से
सफल होते हैं 11 पोछ गुड न्यूज़ टुडे ओं [प्रशंसा] कर दो है अब देखिए इमरान खान को जिस पर सबसे ज्यादा भरोसा था उसी ने इमरान का साथ देने से साफ इनकार कर दिया है फौज के समर्थन की उम्मीद है यह इमरान ने सेना प्रमुख मार्गों से
अपनी सरकार को बचाने की गुहार लगाई थी लेकिन फॉर ने इस मामले में अपने हाथ खड़े कर दिए ऐसे मैं आज का हमारा पांचवा सवाल और हम सवाल मैं आपके सामने रखते हुए पांचवा सवाल है कि इमरान के पास अब ऑप्शंस विकल्प आखिर क्या बचा है 2014 [प्रशंसा]
कि पाकिस्तान में इमरान सरकार के दिन पूरे हो चुके हैं पाकिस्तान की सियासत से जिस तरह के संकेत मिल रहे हैं हैं उससे यह साफ हो चुका है कि प्रधानमंत्री के पद पर इमरान खान के दिन केवल गिने-चुने बचे हैं इमरान खान की पार्टी के ही 24 सांसदों के
बगावती रुख ने इमरान की मुश्किलें बढ़ा दी है कर दो का सिमरन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर अगर इन सांसदों ने विपक्षी दलों के साथ मिलकर वोटिंग की तो इमरान खान का जाना तय है इसीलिए सरकार बचाने के लिए इमरान कैंप फिर जुट गया है क्यों नाराज सांसदों को पहले मनाने की
कोशिश की लेकिन जब वह नहीं माने तो मैं एक्शन की धमकी दी जा रही है को दल बदल कानून के तहत भगवती सांसदों को नोटिस भेजा गया है है लेकिन यह संतुष्ट संसद इस्लामाबाद कि सिंध हाउस है [संगीत] है जो विपक्षी पार्टी पीपीपी के कब्जे में है
है इसलिए यहां सिमरन को निराशा हाथ लगने वाली है [संगीत] ने अपनी सरकार पर आए संकट को टालने के लिए इमरान खान ने पैंतरा अपनाने की कोशिश कर रहे हैं [संगीत] कि पुराने विपक्ष पर अपने सांसदों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है कि इमरान इसी बहाने हॉर्स ट्रेडिंग का कानूनी
प्रावधान इस्तेमाल करने की तैयारी कर रहे हैं जिससे कि बाकी सांसदों की सदस्यता ही खत्म हो जाए इसके लिए पाकिस्तान के संविधान में आर्टिकल 631 का हवाला दिया जा रहा है जो है आर्टिकल का 63 एग्जास्टिबल 65 एक तस्वीर के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक रिट
दायर करने जा रही है जिसमें आज वह चौधरी एक ट्वीट में कहा कि हमने पूछेंगे सुप्रीम कोर्ट से एक पार्टी मेंबर जो बात है तौर पर हार्स ट्रेडिंग गुलाबी हो और उसके बाद अपने वफादारियां पार्टी के साथ तब्दील कर ले तो जो पुलिस ने वोट हासिल किया उस
पार्टी के नाम पर उस वोट की हैसियत यार आ जाती है और यह के अब जो इस लार होना है वोटिंग के लिए व होगा नहीं होगा उस पर बड़ी बातें की जा रही हैं कि इमरान ने आखिरी विकल्प के तौर पर सेना से सुलह की कोशिश करें इसके तहत इमरान ने
पाकिस्तान की सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मुलाकात करके संकट को टालने की अपील की है है लेकिन भाजपा की तरफ से इमरान को टका-सा जवाब दे दिया गया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान सेना के अधिकारियों ने इमरान से इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी की बैठक के बाद इस्तीफा देने को कह दिया है
है माना जा रहा है कि ब्रांड के सामने प्रस्ताव रखा गया है है इसके मुताबिक उन्हें बता दिया गया है कि उन्हें प्रधानमंत्री का पद छोड़ना ही होगा और हां अगर कुछ चाहे तो उनकी पार्टी का कोई नेता पीएम जरूर भर सकता है पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इसे माइनस
वन फॉर मुलाकात जा रहा है ए माइनस प्वाइंट फॉर्मूला के मुताबिक इमरान खान खुद अपने पद से इस्तीफा दे अपनी पार्टी से किसी को प्रधानमंत्री बनने देंगे इससे पाकिस्तान के आम चुनाव एक साल पहले जा सकेंगे [संगीत] है लेकिन इमरान खान इस बात के लिए फिलहाल
राजी नहीं हो रहे लेकिन इमरान और उनके मंत्री जानते हैं कि वोटिंग में सरकार का गिरना तय है इसलिए वो इसे टालने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं लेकिन को इसमें कब तक सफल हो सकेंगे कहा नहीं जा सकता था मैं भी रिपोर्ट गुड पोस्ट [संगीत]
देखिए अगर इमरान खान की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पद से छुट्टी हो जाती है तो पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा इसके लिए इमरान की पार्टी पीटीआई के ही शाह महमूद क़ुरैशी और प्रवेश खटक के नामों की पाकिस्तानी मीडिया में जोरदार सकता है ऐसे में आज का हमारा छठा सवाल यह
है और वह यह कि इमरान के बाद फॉर का भरोसेमंद आखिर है कौन इसके बारे में बता रहे हैं रक्षा विशेषज्ञ अश्वनी से बात है यह तो समय ही बताएगा भी कहना बड़ा मुश्किल है क्योंकि अभी तक तो इमरान खान को ही उन्होंने एक सेलेक्ट कर रखा था हो सकता है कि
पोजीशन भी मानने को तैयार है अगर इमरान खान हट जाता है तो शाह मोहम्मद कुरैशी मुझे लगता है एक प्रबल तक हो सकता है के प्रधान के लिए चौतरफा जियत हो रही है यहां तक कि वह अपनी पाकिस्तानी आवाम का भी भरोसा हो चुके हैं गंवा चुके हैं महंगाई
से जूझ रही जनता को राहत देने के बजाय वह असंवेदनशील बयान दे रहे हैं जिससे जनता भी काफी नाराज है ऐसे मैं आज का हमारा आखिरी और सातवां सवाल मैं आपके सामने रखती हूं वह यह कि इमरान की वसीयत के जिम्मेदार कौन है कि इमरान खान की सरकार पाकिस्तान में कुछ
दिनों की मेहमान है इमरान सरकार उच्च स्थिति में पहुंच गई है जहां से उसका बचना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा कैमरन को इस स्थिति में पहुंचाने वाले हैं विपक्ष दलों के तीन नेता कि यह तीनों नेता है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष नवाज शरीफ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष आसिफ अली
जरदारी और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान इन सभी ने इमरान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तीनों ही दलों ने इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए हाथ मिला लिया है इन नेताओं ने इमरान की ऐसी घेराबंदी की है कि इमरान
की पार्टी के 24 सांसद बागी हो गए हैं इसलिए इमरान खान विपक्षी नेताओं को चीज बाहर के कोच रहे हैं तो सबसे पहले कि आज अपोजिशन पार्टीज का ए दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं मैं [संगीत] उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि के लोगों ने उ
के लोगों को टमाटर और प्याज की कीमत भुला दिए हैं अ एक पाठ का अक्स कि हमें जॉगिंग बी सता पेज महंगाई का समुंदर आया हुआ है कि तुषारा बात कि हमें बोझ पड़ा रहता है किस तरह आम लोगों के लिए में आसानी से पैदा करे कितना महंगाई कम
करेंगे यह तरफ मेरी और मेरी टीम सोचती है कि क्या-क्या हम हर पर इस्तेमाल करना यह के अलावा इमरान पाकिस्तान में लोकप्रिय साबित हो रहे हैं पाकिस्तान में महंगाई ने 70 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है महंगाई से पाकिस्तानी जनता त्रस्त हैं और इमरान इस पर असंवेदनशील बयान दे रहे हैं पिछले
रविवार को इमरान खान ने कहा था कि वह आलू टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए राजनीति में नहीं आए इमरान खान के इस असंवेदनशील बयान पर विपक्ष हमलावर हुआ था और जनता में इमरान को लेकर गुस्सा बढ़ा दो यह जरूरी सामानों की बढ़ी कीमतों ने यहां
लोगों का जीना मुहाल कर दिया है पाकिस्तान में पेट्रोल 150 रुपए प्रति लीटर चीनी 105 रुपए किलो 10 जिलों चाचा 720 उपाय 1 लीटर दूध 150 रुपए एक किलो चिकन 340 उसे एक दर्जन अंडे 141वें 1 किलो टमाटर 80 उपाय एक किलो आलू बचपन रुपए व एक किलो प्यास
पावन उपाय इतना ही नहीं अक्टूबर 2018 से अक्टूबर 2036 तक बिजली की दरें 5700 तक पढ़ी हैं जो अपने आप में रिकॉर्ड है तो इमरान खान जो है एक अच्छे क्रिकेटर तो थे मगर अच्छे पॉइंट यह नहीं कि उन्होंने जो देश का गठन किया वह काफी कमजोर था उसकी
फॉरेन पॉलिसी भी कमजोर थी और इकोनामिक पॉलिसी भी कमज़ोर थी इंटरनल भी देश बहुत ज्यादा कमजोर होगा इकोनॉमी के लिए आज वह टूटने की कगार पर चैनल के मुकाबले पाकिस्तान रुपए में जोरदार गिरावट लगातार दर्ज की जा रही है ऐसे में सियासत के साथ-साथ घरेलू मोर्चे पर लोगों की नाराजगी
इमरान को भारी पड़ सकती है जो रिपोर्ट न्यूज़ टुडे ओं कि पिछले साल भर के साथ सवाल में फिलहाल के एक है लेकिन आप बने रहे गुय के साथ क्योंकि आगे आपके लिए है हुआ है [संगीत]
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