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You are at:Home » 𝐒𝐄𝐌-𝟏 [𝐂𝐂𝐅] : CONSTITUTIONAL VALUES 𝐌𝐀𝐑𝐀𝐓𝐇𝐎𝐍 { 30/03/2024 ᗩT 11 A.M. }
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𝐒𝐄𝐌-𝟏 [𝐂𝐂𝐅] : CONSTITUTIONAL VALUES 𝐌𝐀𝐑𝐀𝐓𝐇𝐎𝐍 { 30/03/2024 ᗩT 11 A.M. }

adminBy adminApril 3, 2024No Comments60 Mins Read
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ब चलो कैसे हैं आप सभी गुड मॉर्निंग एवरीवन चलो आज हम लोग का जो सब्जेक्ट है बहुत इंपॉर्टेंट है क्योंकि आप लोग का एग्जाम अब बस शुरू ही होने वाला है लगभग शुरू हो ही जाएगा एक दो दिन में सो सबसे इंपॉर्टेंट है कि हम लोग का जो यह

सब्जेक्ट है उसको पहली बार हमारे सिलेबस में डाला गया है इसके पहले यह सीयू के सिलेबस में कभी भी नहीं था तो पहली बार सिलेबस में डालने की वजह से सभी लोग थोड़े परेशान हैं कि सब्जेक्ट का कंटेंट क्या है क्या किस तरह के क्वेश्चंस आएंगे सो पहली

बार सीयू का एग्जाम आप लोग को कांस्टीट्यूशनल वैल्यूज के ऊपर में आप लोग का एग्जाम देखने को मिलेगा बट हां मैं आप लोगों से एक बात जरूर कहना चाहता हूं कि इस सब्जेक्ट को ना हमारे सिलेबस में हमेशा से होना चाहिए क्योंकि कांस्टिट्यूशन एक

ऐसा टॉपिक है जो हम सभी को कहीं ना कहीं आज ना कल कभी ना कभी तो पढ़ना पड़ेगा चाहे आप कॉम्पिटेटिव एग्जाम की बात करो चाहे आप अ किसी भी प्राइवेट जॉब में जाओ कहीं भी जाओ या आप अपने रोज का जिंदगी ही क्यों ना जी रहे हो आपको अपने कांस्टिट्यूशन के

बारे में तो पता होना चाहिए होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए अब कांस्टीट्यूशन होता क्या है सो कुछ लोगों को बेसिक जो है कांस्टिट्यूशन पता है कुछ लोगों को जो है कांस्टीट्यूशन के बारे में कुछ भी नहीं पता रियलिटी यह है कि अभी तक आप लोगों को

अपने कांस्टिट्यूशन के बारे में जानने का जरूरत नहीं पड़ा क्योंकि आप अभी क्लास 12थ देकर के जस्ट एंड जस्ट आप सेमेस्टर वन में आए हैं लेकिन जैसे-जैसे आप अपनी जिंदगी में आगे बढ़ते जाओगे तो जैसे-जैसे जिंदगी में आगे बढ़ो ग आपको अपने राइट्स के बारे में पता होना पड़ेगा आपको यह पता होना

पड़ेगा कि हमारा हमारे जो प्रधान मंत्री हैं वह किस तरीके से काम कर रहे हैं हमें यह पता होना पड़ेगा कि हमारा जो स्टेट गवर्नमेंट है वह किस तरीके से डिसीजन ले रहा है राइट तो इन बातों का पता होना हमारे लिए बहुत जरूरी है इसके साथ-साथ हम सभी लोगों

के फंडामेंटल राइट्स क्या है जैसे कि हम लोग कभी भी रास्ते पर लड़ाई होता है तो वहां पर पार्टिसिपेट कर लेते हैं या किसी नेता ने कुछ बोला तो हम वहां पर कमेंट पास करते हैं तो ना क्वेश्चन आता है बहुत सिंपल सा कि कौन-कौन सी बातें आपके राइट

में आती है और कौन-कौन सा चीज आपको नहीं करना चाहिए तो यह ओवरऑल देखा जाए तो हमें कांस्टीट्यूशन पढ़ना चाहिए लेकिन 90 पर केसेस में होता क्या है कि कांस्टीट्यूशन जो है बेसिकली यूपीएससी वाले लोग बहुत दिल लगा के पढ़ते हैं आप लोग को उतना बड़ा

नहीं दिया गया है और ना उतना आप लोगों के पास में अभी समय है आपको उतना ही पढ़ ना है जिससे आपके एग्जाम का जो काम है वह हो जाए राइट बस एग्जाम निकल जाए उसके बाद फिर पहली बार है जब हम लोग आगे और इसको

पढ़ेंगे और इसको जानेंगे तो आपको एक समय ऐसा जरूर आएगा कि आपको कांस्टिट्यूशन से प्यार हो जाएगा जैसे कि आप लोग को पता होगा कि प्रधानमंत्री 5 साल के लिए इंडिया में रहते हैं कुछ-कुछ ऐसे भी देश है जिस देश में सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रपति है वहां पे प्रधानमंत्री है ही नहीं तो

क्वेश्चन है कि ऐसा कौन सा रूल्स वो लोग फॉलो करते हैं जहां से उन्हें पता चलता है कि इंडिया में जो है जो प्रधानमंत्री है वह 5 साल के लिए रहेंगे भैया है ना आप जो तो इन सारी चीजों के बारे में कहीं ना कहीं किसी ना किसी किताब में तो लिखा होगा

रे भाई लिखा होगा कि नहीं लिखा होगा आप लोग कमेंट भी कर सकते हैं ठीक है और दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करो ताकि लंबे समय तक मैं आप लोगों के साथ में बना रहूं सो क्या बोला गया हम यहां पे कहीं ना कहीं तो लिखा गया होगा कोई तो

किताब होगा जैसे एग्जांपल के रूप में आप लोग देखो आपका जो जीएसटी है आपको पता होगा कि बेसिकली जीएसटी जो होता है वह टैक्स के रूप में गवर्नमेंट को जाता है नाउ क्वेश्चन आता है कि जीएसटी का कितना परसेंट स्टेट गवर्नमेंट को जाता है जीएसटी का कितना परसेंट जो है सेंट्रल गवर्नमेंट

को जाता है सो यह सारी बातें कहां लिखी होंगी मान के चलो सेंट्रल गवर्नमेंट ने कोई पैसा पास किया किस लिए पास किया स्टेट गवर्नमेंट के लिए या मानो रास्ता बनाने के लिए पास किया तो क्वेश्चन आता है कि वह पैसा किस तरीके से जो एकदम जहां पर जाना चाहिए वह वहां पर

जाएगा जैसे पहले स्टेट गवर्नमेंट को जाएगा फिर मुंसिपल को जाएगा फिर पंचायत को जाएगा इस तरीके से किस तरीके से यह चीजें जो है वह डिस्ट्रीब्यूटर होगा जहां पर लिखा होगा आप लोग एक चीज ध्यान देते हो बहुत लोग जो है वह बोल रहे होते हैं कि हमारा इंडिया भी

हिंदू राष्ट्र हिंदू राष्ट्र हिंदू राष्ट्र एक्चुअली हमारा संविधान यह बोलता ही नहीं है सो आपको यह पता होना चाहिए कि यह जो बातें हैं कि हम लोग सभी लोग यहां पे बहुत खुशी से रहते हैं चाहे व हिंदू हो चाहे वोह मुस्लिम हो चाहे वह सीख हो चाहे

वो ईसाई हो कौन से रूल्स के तहत रहते हैं और ऐसा आप देखो इमेजिन करके देखो कि जो लोग यहां पे माइनॉरिटी में हैं उन्हें कितनी परेशानियां छलनी पड़ती होंगी सो उन लोगों का अधिकार कहां लिखा गया है कोई तो किताब होगा जिसमें यह सारे रूल्स एंड

रेगुलेशन लिखे होंगे होगा कि नहीं होगा किताब जब आप देखो जब आप कोई भी काम करते हो जैसे मान के चलो अभी आपको क्या करना है कि कांस्टीट्यूशन में क्या-क्या पढ़ना है तो भैया कांस्टिट्यूशन में आपको क्या-क्या पढ़ना है तो वह कहां लिखा गया है अभी

भाटिया सर का जो बुक है उसमें यह सारी बातें लिखी गई है कि कौन से टॉपिक्स को पढ़ना है कौन से टॉपिक्स को नहीं पढ़ना ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री कितने साल के लिए थोड़ा तबीयत मेरा खराब है ठीक है कल ही आप लोग का क्लास लेने का बात था लेकिन

ले नहीं पाए थे तो दवाई खा कर के आज आए हैं थोड़ा सा एडजस्ट कर लेना सो क्या बोले हम तुम लोग को कि जो आपको पढ़ना है वो सिलेबस में लिखा गया है ठीक उसी तरह अगर आप देखो तो प्रधानमंत्री कितने साल के लिए होंगे मुख्यमंत्री का चुनाव कैसे होगा कौन

वोटिंग राइट्स होगा किस तरीके से जो पावर है स्टेट के वो दिया जाएगा यह सारी बातें जो है यह सारी बातें जो है वह जिस बुक में लिखी होती है उसी को हम लोग क्या बोलते हैं कांस्टिट्यूशन डन है तो यानी कि सबसे पहला हां चलो आते हैं यहां पे ध्यान से

देखेंगे सो हम लोग को क्या मिलेगा यह जो पूरा बुक है उसमें आप लोग को यह भाटिया सर का जो बुक है इसमें आपको सारा कुछ मिलेगा ठीक उसी तरह कांस्टिट्यूशन भी जो है वो क्या है एक बुक है राइट उसके के अंदर में सारे रूल्स एंड रेगुलेशन जो होते हैं व

लिखे होते हैं क्लियर है सो अगर आपसे कोई पूछता है कि कांस्टिट्यूशन क्या है तो कांस्टिट्यूशन जो होता है वो रिटन होता है राइट इंडिया का जो कांस्टिट्यूशन है वो क्या है रिटन है और उसमें सारे रूल्स एंड रेगुलेशन यानी एक देश को कैसे चलाया जाए

एक एक देश का प्रधानमंत्री एक देश का पुलिस ये लोग किस तरीके से काम करेंगे ताकि लोगों का भला हो पाए चलो मैं तुमको एक एग्जांपल देता हूं तुम खुद सोच के देखो कि अगर हमारे देश में कांस्टीट्यूशन नहीं होता रूल्स एंड रेगुलेशन नहीं होते तो हमें कितना परेशानी झेलना पड़ता यानी हर

कोई अपना मनमानी कर रहा होता जैसे मान के देखो कि पुलिस है या मान के चलो हमारा स्टेट जो हमारे स्टेट के जो मुख्यमंत्री है अगर रूल्स एंड रेगुलेशन ना होता तो तुमको लगता है कि यहां पे कोई सारी चीजें जो है वो वैसे रह जैसे आज है प्रधानमंत्री

चाह करके भी हम सभी को जेल में नहीं डाल सकते कहां लिखा गया है कांस्टिट्यूशन में लिखा गया है क्लियर हुआ सो कांस्टिट्यूशन के बारे में एक लाइन में समझा जाए तो यह एक बुक है जिसके अंदर में सारे रूल्स एंड रेगुलेशन को लिखे गए हैं वैसे तो यह बहुत

बड़ा है इतना बड़ा है कि वर्ल्ड का सबसे लार्जेस्ट है लेकिन अभी आप लोग को जितना चाहिए उतना ही आपको पढ़ाया जा रहा है ताकि आपके एग्जाम्स बहुत अच्छे से हो पाए सो फोकस करके यहां पे देखो तो सबसे पहले तो हम लोग चैप्टर नंबर वन में चलेंगे और

उसमें जो इंपॉर्टेंट क्वेश्चंस हैं उसको हम लोग करेंगे ठीक है सो चैप्टर वन हम लोग आते हैं चैप्टर वन के जो इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है आप लोग के पास अगर ये नोट्स होगा तो आप देखना उसमें ग्रीन कलर के जो क्वेश्चंस हैं वो सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है क्या

बोला मैंने जो ग्रीन कलर में क्वेश्चंस दिए गए हैं वो सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है चलो अब थोड़ा सा बुक को हम लोग देखते हैं क्योंकि सामने एग्जाम है तो बहुत ज्यादा बोलने से फिर हम लोग को तकलीफ हो जाएगा कांस्टीट्यूशन पे अगर क्लास दिया जाए तो सिर्फ बेसिक क्लास तीन-चार घंटे का हो

सकता है ठीक है लेकिन अभी हम लोग को सिलेबस के अकॉर्डिंग चलना है तो हमें देखते चलना है कि सर ने जो इंपॉर्टेंट क्वेश्चंस बनाए हैं उन्हीं सारे क्वेश्चंस को देखना है तो कौन सा वाला क्वेश्चन इंपॉर्टेंट है जो ग्रीन कलर में है वो सारे क्वेश्चंस जो हैं वो इंपॉर्टेंट चलो

सो सबसे पहला जो दिया हुआ है आप लोग को गौर से देखो तो सबसे पहला है व्हाट इज कांस्टीट्यूशन और उसके बाद में देखो तो आपको मिलेगा व्हाट आर द फीचर्स ऑफ कांस्टिट्यूशन क्या बोला सो बोला आप लोग को व्हाट इज कांस्टिट्यूशन एंड व्हाट आर द फीचर्स ऑफ इंडियन कांस्टिट्यूशन मान के

चलो यह मैं भी आप लोग को बोल रहा हूं यह एकदम से वीवी आई क्वेश्चन है मान के चलो कि कल पेपर में हो सकता है आप लोग को छप गया सो आप लोग को पीडीएफ मिल जाएगा पीडीएफ से आप लोग इस क्वेश्चंस के आंसर्स को कर

सकते हैं चलो देखते हैं हम लोग सो क्या बोल रहा है हम लोग को यहां पे पहला लाइन देखो द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया इज द सुप्रीम लॉ ऑफ इंडिया यह वर्ड सुप्रीम का मतलब आपको समझ में आता है सर सुप्रीम का मतलब होता है सर्वशक्तिमान

यानी उससे ऊपर कोई नहीं होता द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया इज द सुप्रीम लॉ ऑफ इंडिया एक डेढ़ घंटा बने रहो लगभग तुम लोग का सारा कांस्टिट्यूशन के जितने भी डाउट्स हैं और मोटा मटी जो एग्जाम हॉल में आपके आने वाले हैं वो हम खत्म कर देंगे सो

क्या बोला सुप्रीम लॉ ऑफ इंडिया यानी इसके ऊपर में कुछ भी नहीं है इट फ्रेम्स फंडामेंटल पॉलिटिकल प्रिंसिपल फंडामेंटल पॉलिटिकल प्रिंसिपल जैसे कि अभी आप देख पा रहे हो कि अभी हमारा इलेक्शन आ रहा है ठीक है ना तो उस इलेक्शन में अब मान के चलो कि

जो रूलिंग पार्टी है अगर वह चाहे तो सबसे जबरदस्ती भी वोट दिलवा सकती है लेकिन वो ऐसा नहीं करेगी क्यों क्योंकि वह हमारे संविधान में लिखा नहीं है उनको उन बातों को फॉलो करना पड़ेगा जो हमारे संविधान यानी कॉन्स्टिट्यूशन बुक में लिखा गया है सो पॉलिटिकल प्रिंसिपल्स उसके बाद में

प्रोसीड प्रैक्टिस राइट किसका राइट हम लोगों का राइट हमारा राइट क्या है जिसको हम लोग क्या बोलते हैं फंडामेंटल राइट आगे जाकर के हम लोग को पढ़ने को मिलेगा उसके बाद में पावर किसका पावर हमारे देश के जो एकदम टॉप लेवल पे बैठे हुए हैं अगर वोह

जिस लेवल पे बैठे हुए हैं व चाहे तो वहां से कुछ भी कर सकते हैं लेकिन कुछ भी करने के पहले उन्हें एक बार सोचना पड़ेगा कि वह संविधान को संविधान के अंदर आते हैं ना कि संविधान के वोह ऊपर है तो उनके पावर्स को

बताया गया है कि आप यह कर सकते हैं लेकिन अगर आपके वजह से किसी को कुछ नुकसान हो रहा है तो सॉरी बॉस आप वो काम नहीं कर सकते सो पावर एंड ड्यूटीज ऑफ द गवर्नमेंट क्या बोला ड्यूटीज ऑफ द गवर्नमेंट मतलब यानी गवर्नमेंट के क्या-क्या ड्यूटीज हैं

उनको किन-किन चीजों को देखना है जैसे इलेक्शन के समय में किसी भी तरह का जबरदस्ती नहीं होना चाहिए आप किसी को पैसा नहीं दे सकते अब आप बोलोगे कि सर कभी-कभी तो ऐसा देखने को मिलता है वो तो आप लोग को पता ही है कि हर ताले का चाबी होता है तो

लोग कोशिश करते हैं लेकिन हम चाहे तो उसके खिलाफ में अपने जो कोर्ट्स है हाई कोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में हम लोग आराम से जा सकते हैं इट इंपार्ट द कांस्टीट्यूशनल सुप्रीमेसी एंड नॉट पार्लियामेंट्री सुपर मेसी जरूरत नहीं है ऊपर का कर लेना तुम

लोग का काम जो है वो हो जाएगा ठीक है क्योंकि अभी हम लोग को उतना ही करना है जिससे हमारा एग्जाम कवर हो जाए सो क्लियर हुआ कांस्टिट्यूशन क्या है तो कांस्टिट्यूशन के अंदर में पॉलिटिकल प्रिंसिपल राइट अच्छा राइट किसके हम लोगों के राइट ठीक

है उन सारी चीजों को पावर एंड ड्यूटी इसको लिखा गया है चलो अब हम लोग आगे आएंगे तो अगला जो है यह एग्जाम हॉल में आएगा ही आएगा मान के चलो पेपर में छप गया उसके बाद देखो दिया हुआ है हम लोग को व्हाट आर द फीचर्स ऑफ इंडियन कांस्टिट्यूशन इंडियन

कांस्टिट्यूशन के क्या-क्या फीचर्स है सबसे पहला वर्ल्ड लार्जेस्ट कांस्टिट्यूशन सबसे पहले हेडिंग याद करना बाबू लोग ठीक है अंदर में फिर आप थोड़ा बहुत एक-एक दो-दो सेंटेंस लिखते चलना आपके मार्क्स हो जाएंगे यह उन लोग के लिए मैं बोल रहा हूं जिन लोगों का प्रिपरेशन अभी तक बहुत अच्छे

से नहीं हुआ है उनके लिए सो वर्ल्ड लांगेस्ट कांस्टिट्यूशन लांगेस्ट का मतलब है कि हर देश का अपना अलग-अलग कांस्टिट्यूशन है हर देश का किसी देश में प्रधानमंत्री होते हैं किसी देश में सिर्फ और सिर्फ रानी होती है किसी-किसी देश में सिर्फ और सिर्फ हमारे जो है प्रेसिडेंट

होते हैं तो इस तरीके से देखा जाए तो हर एक देश का अपना कांस्टिट्यूशन है बट इंडिया का जो कांस्टिट्यूशन है वह सबसे बड़ा है सबसे मोटा बुक बोल सकते हैं आप लोग सो क्या बोला गया देखो इंडियन कांस्टिट्यूशन इज करेंटली डिवाइडेड इनटू 25 पार्ट्स ठीक है यानी जब लिखा गया था तब

उसमें 25 पार्ट्स थे 12 शेड्यूल्स थे और यह वर्ल्ड लार्जेस्ट लांगेस्ट एंड रिटन रिटन कांस्टिट्यूशन ध्यान रखना इस बात को 395 आर्टिकल्स एंड 20 टू पार्ट्स और एट शेड्यूल एट द टाइम ऑफ कमेंसमेंट यानी कहने का मतलब है जब यह क्या नाम है आपका कांस्टीट्यूशन बुक जब लिखा गया था तो

उसमें इतने सारे थे अच्छा भैया क्या इसको बढ़ाया घटाया जा सकता है यस स्पेशल रेजोल्यूशन पास करके इसको बढ़ाया और घटाया जा सकता है जो कि अभी करेंटली बहुत चीज इसमें ऐड किए गए हैं ठीक है चलो बट उतना डीप मैं नहीं जा रहा क्योंकि आप लोग का

सिलेबस फिर जो है टाइमली खत्म हो जाए और आप एग्जाम में उसको कवर कर पाओ अगर एमसीक्यू होता तो आप जरूर करेंटली और पास्ट में कितना था दोनों पढ़ते ठीक है चलो टेकन फ्रॉम द वेरियस सोर्स क्या बोला कहां-कहां से अब हमारा कांस्टिट्यूशन में बहुत सारी बातें लिखी गई है लेकिन आप लोग

को पता होगा कि हमारा देश जब आजाद हुआ उसके पहले कई सारे देश ऑलरेडी आजाद थे इंडिपेंडेंट थे वो लोग है ना और उन लोग का अपना-अपना संविधान था तो हम लोग जैसे ही हम लोग को 1947 में आजादी मिला उसके बाद से ही हम लोगों ने अपना संविधान बनाना

शुरू किया तो बहुत सारी बातें जो है वह हम लोगों ने अदर कंट्री के कांस्टिट्यूशन से ली जैसे कि एग्जांपल के रूप में मान के चलो कि प्रधानमंत्री 5 साल के लिए हैं वह हमने कहीं और से लिया इस तरीके से पुलिस हमारा किस तरीके से से काम करेगा वो हमने

कहीं और से लिया पावर्स कैसे होंगे कहीं और से इस तरह करके बहुत सारे जगहों से हमने लेकर के अपना एक संविधान बनाया जैसे एग्जांपल के रूप में तुम्हें हां ये जरूरी नहीं है कि हमने जहां से लिया वो वो लोग जैसा बोल रहे थे वैसा हमने माना ऐसा नहीं

है जैसे तुम लोग देखोगे कि चाइना में मैगी खाया जाता है जिसको नूडल्स बोलते हैं ना सबसे ज्यादा खाया जाता है तो इंडिया में भी तो नूडल्स खाया जाता है भाई तो क्या हम लोग चाइनीज के तरह ते हैं नहीं उसमें हम लोग मसाला मिर्च मिला के तो हम लोगों ने

दूसरे देश से बहुत सारे पॉइंट्स लिए बट उसमें हमने अपना भी मिलाया और मिला कर के उसको इंडियन कांस्टिट्यूशन नाम दिया चलो देखो एक बार क्या बोल रहा है इंडियन कांस्टिट्यूशन वास फ्रेम्ड फ्रॉम द मल्टीपल सोर्स इंक्लूडिंग द 1935 गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट अदर कंट्री कांस्टिट्यूशन इन एडिशन टू दिस ट्यूशन ऑफ

कनाडा कहां-कहां से लिया गया तो एक दो नाम आप लोग को यहां पे देखने को मिल रहा है बट यह बहुत बड़ा है बाबू हां कांस्टिट्यूशन बहुत बड़ा है यूपीएससी में इतना टॉपिक है कि सिर्फ इसी के इसी को पढ़ाया जाए तो पूरा साल लग जाता है ठीक है बट अभी हम लोग

उतना डीप नहीं जाएंगे वरना हमारा एग्जाम का सिलेबस कवर नहीं हो पाएगा उसके बाद कहां से लिया गया ऑस्ट्रेलिया से लिया गया फिर कहां से लिया गया जर्मनी से लिया गया फ्रांस से लिया गया सो इस तरीके से हमने अलग-अलग जगहों से हमने अपने कांस्टिट्यूशन में जो

लिखा है वह लिया है क्लियर हुआ यहां पर सबका चलो अगला आते हैं फेडरल सिस्टम विथ यूनिटरी फीचर्स अच्छे से देखोगे यह क्या बोल रहा है हम लोग को उम्मीद करते हैं आप लोग को समझ आ रहा होगा आज हम उतना ही नॉलेज दे रहे हैं जिससे आपके एग्जाम्स में

कवर हो जाए वैसे बता दूं मेरा नाम अमित सिंह है बेसिकली हम मैथ्स और इकोनॉमिक्स का क्लासेस लेते हैं साथ में रीज पेपर को भी लेने का कोशिश करते हैं और इस बार कोशिश कर रहे हैं कि आपका कांस्टिट्यूशन में हम हेल्प कर पाएं चलो फेडरल सिस्टम विथ यूनिटरी फीचर्स ध्यान से

देखोगे द इंडियन कांस्टिट्यूशन इंक्लूड ऑल द फेडरल कैरेक्टरिस्टिक ऑफ द गवर्नमेंट सच एज डुअल गवर्नमेंट सिस्टम ध्यान से देखना सेंट्रल एंड स्टेट डिवीजन नाउ फोकस करो बहुत अच्छे से समझना इस बात को यहां से बहुत कुछ क्लियर होगा हमारा जो इंडियन कांस्टिट्यूशन है उसके अंदर में हम

लोग फेडरल सिस्टम को फॉलो करते हैं अब यह फेडरल सिस्टम का मतलब जहां पे स्टेट और सेंट्रल दोनों का वैल्यू होता है जैसे एग्जांपल के रूप में अगर अभी मोदी जी चाहे तो वह क्या कर सकते हैं कि वह बहुत पावरफुल है वह चाहे तो वेस्ट बंगाल में आ

कर के ऐसा कुछ कर सकते हैं कि लोग जबरदस्ती उनको वोट दे दे है ना लेकिन एक जगह पर आके वह अटक जाते हैं और वह है संविधान वह ऐसा कुछ करने जाएंगे तो फंस जाएंगे क्योंकि हमारे संविधान में दोनों के पावर को बहुत अच्छे से डिफाइन

किया गया है सेंट्रल के भी पावर अलग है और स्टेट के भी पावर अलग है तो जब भी ऐसा कुछ करने का कोशिश करेगी हमारी मोदी सरकार या जो अभी सेंट्रल में है उस समय हमारी जो स्टेट गवर्नमेंट है वह संविधान का हवाला देकर के उनके उस डिसीजन को नेगलेक्ट कर

सकती है जैसे एक और एग्जांपल के रूप में अभी तुम लोग को हम बताते हैं जैसे कि अभी तुम लोगों ने देखा होगा कि प्रधानमंत्री जी बहुत सारे स्कीम लेकर के आते हैं बट ममता बनर्जी हमारी जो स्टेट गवर्नमेंट है उन स्कीम को नहीं मानती और वो अपने अकॉर्डिंग अपना स्कीम बनाती है

कौन सा पावर का इस्तेमाल करके उनको पता है किं टशन में उनका पावर क्या है अलग है सो इस तरीके से हम किसको फॉलो करते हैं फेडरल सिस्टम के कैरेक्टरिस्टिक को जहां सेंट्रल और स्टेट दोनों के दोनों के पावर का इस्तेमाल होता है क्लियर हुआ उसके बाद पार्लियामेंट्री

फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट क्या बोल रहा है यहां पे यहां पर देखो इंडियन कांस्टिट्यूशन हैज ऑप्टेड फॉर द पार्लियामेंट्री फॉर्म ऑफ द गवर्नमेंट यानी कि अगर किसी भी तरह का आपको कांस्टिट्यूशन में छेड़छाड़ करना है जैसे कि आप लोगों ने कश्मीर वाला देखा होगा तो अगर आप कोई भी चेंजेज करना चाहते

हो तो उस चेंजेज के लिए आपको दोनों पार्लियामेंट में जो है आपको यह बिल पास करना पड़ेगा अगर समर्थन मिला तो ही जाकर के आपको जो है आप इसमें ऐड या माइनस कर सकते हैं क्लियर है चलो आते हैं य पे उसके बाद आते हैं यह देखो यहां पे यह वाला बहुत

अच्छे से देखना ठीक है इंडिपेंडेंट एंड इंटीग्रेटेड जुडिशियस हम उन्हीं टॉपिक्स को पढ़ा रहे हैं जो आप लोग को जल्दी से जल्दी याद हो जाए और आपके दिमाग में सेट रहे क्या बोला इंडिपेंडेंट एंड इंटीग्रेटेड इंडिपेंडेंट का मतलब होता है बाबू लोग इंडिपेंडेंट का मतलब होता है जो किसी पर

डिपेंड ना करे जैसे कि तुम लोग को हम बताते हैं एक होता है हाई कोर्ट स्टेट कोर्ट और एक क्या हो होता है डिस्ट्रिक्ट अब अगर मान के चलो कि अगर आपको किसी के खिलाफ में केस करना है तो आप कहां पे जाओगे आपके घर के बगल में जो भी कोर्ट है

वह आप वहां पर जाओगे और वहां पर जाकर के आप केस फाइल करोगे और मान के चलो आप जीत भी जाते हो तो यह क्या है आप जीतने के बाद जरूरी नहीं है कि आप जीत ही गए वह फिर क्या करेगा उसको चैलेंज करेगा कहां चैलेंज

करेगा तो उससे ऊपर जो कोर्ट है तो व सबसे जा सकता है एकदम सुप्रीम कोर्ट या फिर हाई कोर्ट में जाकर के आपके चैल आपके जो केस था उसको चैलेंज कर सकता है करने के बाद में अब देखो क्या देखने को मिला एक तो ये डिपेंडेंट भी हुआ एक इंडिपेंडेंट भी हुआ

कैसे अब देखो तुम लोग कि मैंने जो कोर्ट में केस किया वो क्या था इंडिपेंडेंट था कोर्ट ने फैसला सुनाया वो भी इंडिपेंडेंट था लेकिन हम उसी जो फैसला था उसको हम लोगों ने हाई कोर्ट में चैलेंज कर दिया फिर हाई कोर्ट ने जो फैसला सुनाया वो हम

लोगों ने माना सो इस तरीके से यह इंडिपेंडेंट भी है और इंटीग्रेटेड भी है क्लियर है सो यह हो गए हम लोग के फीचर्स तो पहला क्वेश्चन एग्जाम हॉल में आने के चांसेस बहुत ज्यादा हैं तो क्या-क्या है तो व्हाट इज कांस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया व्हाट आर द फीचर्स ऑफ इंडियन

कॉन्स्टिट्यूशन मान के चलो पेपर में छप गया क्लियर है उम्मीद करते हैं कि क्लियर होगा चैट बॉक्स में आप लोग लिख सकते हैं कि हां भैया क्लियर है चलो आगे बढ़ते हैं हम लोग आप लोग लिखते चलोगे तो मेरे को भी थोड़ा सा आसानी होगा कि हम भी आप लोग को

लंबे समय तक क्लास लेते रहे चलो अगला आते हैं हम लोग तो नेक्स्ट क्वेश्चन जो इंपॉर्टेंट है एक सेकंड थोड़ा सा समय दो आप लोग अपने दोस्तों के साथ शेयर नहीं कर रहे हैं ठीक है तो आप जितना हो सके अपने दोस्तों के साथ में शेयर करते चले चलो व्हाट इज कांस्टीट्यूशनलिज्म यानी

इसको संविधानवाद बोलते हैं क्या बोलते हैं इसको संविधानवाद सो इंस्टिट्यूशन आइजन क्या होता है यह भी एग्जाम का एक इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है ठीक है सो टॉपिक को मैं तुम लोग को समझा दे रहा हूं ताकि आपको इस चीज को समझने में इजी हो सबसे इंपॉर्टेंट तो है कि तुम लोग के सामने ये

सारे टॉपिक्स नए हैं तो उनको समझाना बहुत इंपॉर्टेंट है सो व्हाट इज कांस्टिट्यूशन आइजे ठीक ना कांस्टिट्यूशन आइजे में कांस्टीट्यूशनलिज्म है सॉरी संविधानवाद ठीक है कांस्टीट्यूशनलिज्म यानी कि संविधानवाद यह संविधानवाद क्या था यह संविधान से थोड़ा सा क्या है अलग है यह क्या है देखो यहां पे कांस्टीट्यूशनलिज्म

इज अ सेट ऑफ बिहेवियर्स दैट गवर्न्स द कंट्री इन अ बेटर मैनर एंड कंट्रोल द गवर्नमेंट पावर इट इज़ अ वेरियस एलिमेंट एंड इंपॉर्टेंस बहुत सिंपल लैंग्वेज में अगर हम तुमको समझाएं तो संविधान में स्टेट और सेंट्रल गवर्नमेंट के जो पावर है उसको डिसाइड किया गया है कहां पे कांस्टिट्यूशन

इजम में डन है तो संविधानवाद जो है वह हमारे गवर्नमेंट का क्या पावर है उसके बारे में पूरे रूल्स एंड रेगुलेशन को लिखा गया है क्यों लिखा गया ताकि कोई भी स्टेट या फिर सेंट्रल गवर्नमेंट उस पावर का मिसयूज ना कर पाए जैसे कि एग्जांपल के रूप में गवर्नमेंट क्या

करती है कभी-कभी अपने पावर का गलत इस्तेमाल करती है गलत इस्तेमाल करके अगर आप किसी तरीके का सम जैसे आप मान के चलो कि आप स्टेट गवर्नमेंट के खिलाफ में बोल रहे हो कि हमारे साथ यह अच्छा नहीं हुआ वो अच्छा नहीं हुआ तो सम टाइम्स देखना पड़ता

है कि गवर्नमेंट अपने पावर का इस्तेमाल करके क्या करती है आपको जेल में डाल सकती है उस समय आप इस चीज का सहायता लेंगे किसका कांस्टीट्यूशनलिज्म का संविधानवाद का वहां जाकर के आप उसके पावर को देखेंगे अगर उनके पावर के खिलाफ होगा तो आप कोर्ट

में उनके खिलाफ में खड़े हो सकते हैं डन है सो कुछ की पॉइंट्स है उसको देखोगे तो और ज्यादा समझ में आ जाएगा इट इज अ सेट ऑफ नॉर्म्स दैट प्रीवेंट्स द स्टेट फ्रॉम एब्यूजिंग इट्स पावर यानी कि जो स्टेट्स को पावर दिए गए हैं उनका वह गलत इस्तेमाल

ना करें वह इसमें लिखा रहता है इट इनसिक्योर दैट पीपल हैव लिबर्टी एंड गेट द गेट जस्टिस व्हिच इज क्रुशल फॉर फॉर डेमोक्रेटिक कंट्री सच एज इंडिया इंडिया कौन सा कंट्री है डेमोक्रेटिक कंट्री है तो डेमोक्रेटिक कंट्री होने के नाते में हर आदमी को अधिकार है कि उसको जस्टिस मिल

पाए और यह जस्टिस उसको कैसे मिलेगा तो यहां पर वह पावर को देख सकते हैं कि कांस्टीट्यूशनलिज्म में क्या लिखा हुआ है संविधानवाद में तो इस तरीके से इसको हम लोग क्या बोलेंगे संविधानवाद डन है आगे देखो यहां पे इट इनस द पावर इसमें लिखा

हुआ है किस बारे में पावर विद इन द कंट्री और स्टेट रिस्ट्रिक्शन ऑफ स्टेट पावर देयर बाय प्रोटेक्टिंग द राइट ऑफ डेमोक्रेसी तो डेमोक्रेसी के राइट को यानी हम लोगों का जो राइट है उसको बचाने के लिए सारी बातें लिखी गई है कहां पे कांस्टीट्यूशनलिज्म में डन है इसको हम लोग बोलेंगे संविधान

वाद आगे देखोगे यहां पे ये देखो इट डिनोट्स इक्वल राइट फॉर ऑल हम सभी के लिए हमारा राइट है कि हम किसको वोट देंगे और किसको नहीं हमको कोई रोक नहीं सकता है इसको हम लोग बोलते हैं कांस्टीट्यूशनलिज्म डन है सो एक टॉपिक और क्लियर हुआ आपका यह

आपके एग्जाम हॉल में एकदम हॉट टॉपिक है मान के चलो आपके पेपर में देखने को मिलेगा सो दो क्वेश्चन मैंने अभी पढ़ाए हैं कौन जानता है कि ये दोनों क्वेश्चन ही आपके पेपर में आपको देखने को मिल जाए क्लियर है सो व्हाट इज कांस्टीट्यूशनलिज्म वेरी इंपोर्टेंट था इसको करवा दिया

आपको चलो आगे आते हैं हम लोग तो इन क्वेश्चंस को भी करना है बट उसके पहले हम लोग इंपॉर्टेंट क्वेश्चन को कर ले ताकि हमारा कवर हो जाए उसके बाद जाकर के समय बचेगा तो हम लोग उस क्वेश्चन को भी करेंगे उम्मीद करते हैं कि आप लोग को समझ

में आ रहा होगा जो हम पढ़ा रहे हैं चलो अगला जो टॉपिक है जो मेरे को लगता है कि यह इंपॉर्टेंट है ग्रीन कलर में नहीं है उसके बाद भी यह क्वेश्चन जो है वह थोड़ा सा इंपॉर्टेंट है कौन से क्वेश्चन इंपॉर्टेंट है थोड़ा सा मैं आप लोग को बता

दूं डिस्कस एनी फाइव कांस्टीट्यूशनल वैल्यू क्या बोले हम डिस्कस एनी फाइव कांस्टीट्यूशनल वैल्यू ऐसे कौन-कौन से पांच जगह है जहां पर कांस्टिट्यूशन का पावर दिखता है क्या दिखता है जहां पर कांस्टिट्यूशन का पावर हम लोग को देखने को मिलता है ऐसे कौन-कौन से जगह है सो पहला

नंबर बोला जस्टिस क्या बोल रहा है जस्टिस मींस टू गिव ईच एंड एवरी पर्सन व्हाट दे डिजर्व जस्टिस एंड फेयरनेस आर क्लोजल एसोसिएट टर्म्स व्हिच आर सम टाइम्स यूज्ड इन प्लेस ऑफ ईच अदर जस्टिस मेन स्टैंडर्ड ऑफ राइटफुल स्टैंडर्ड ऑफ ऑफ राइटफुल वन मीन टू से मिनिमम शुड बी एप्लीकेबल ऑफ

व्हाट विल अमाउंट राइट और रंग जैसे कि तुम लोग को मैंने काफी टाइम प बोलते हुए सुना है कि हम गरीबों का कौन सुनेगा अगर आप संविधान को अच्छे से पढ़ोगे तो उसमें यह बोल ही दिया है कि जस्टिस का जो अधिकार है चाहे आप गरीब हो चाहे आप किसी और कास्ट के

हो इस बात से फर्क नहीं पड़ता आप बच्चे हो बूढ़े हो अमीर हो गरीब हो मेल हो फीमेल हो आप सबका अधिकार है कि आपके साथ में गलत डिसीजन ना लिया जाए यह कांस्टिट्यूशन में लिखा हुआ है और यह समझाता है कि हमारे कांस्टिट्यूशन का वैल्यू कितना ज्यादा है

उसके बाद आता है लिबर्टी क्या बोल रहा है लिबर्टी एब्सेंट ऑफ रिस्ट्रिक्शन ऑन द पीपल्स बिहेवियर एज वेल एज प्रोवाइड एस्टेब्लिश एस्टेब्लिशमेंट ऑफ देयर यूनिक पर्सनालिटी क्या बोला यह जो हम सभी लोग हैं हम सभी लोग अलग-अलग थॉट रखते हैं जैसे मेरे बारे में कुछ लोग अच्छा थॉट रखेंगे कुछ लोग थॉट

अच्छा नहीं रखेंगे या देश के प्रधानमंत्री के बारे में बहुत लोग गलत बोलते हैं बहुत लोग बोलते हैं कि नहीं वह बहुत अच्छे इंसान है सो हर एक आदमी का अपना-अपना थॉट है अपना-अपना जीने का तरीका का है यह जो आपको मिला है वह कहां से मिला है यह भी

आपको मिला है संविधान से लिबर्टी में ऐसा लिखा गया है कि जहां पे आप लिबर्टी है आपके फंडामेंटल राइट्स हैं कि आप अपने थॉट्स को किसी के भी सामने रख सकते हैं आपको लगता है वह खराब है तो है उसको लगता है कि वह सही है तो वह सही है सो इन चीजों

को आप देखोगे तो यहां पे हमें कांस्टिट्यूशन के वैल्यूज देखने को मिलते हैं उस उसके बाद आता है इक्वालिटीज इक्वलिटी हमें क्या देखने को मिलता है हम सभी क्या है इक्वल है अगर हम सभी इंडिया में रहते हैं तो हम सभी का जो अधिकार है

वो क्या है इक्वल है सो इस तरीके से आपको बहुत सारे जगहों पे उसके बाद देखो और भी जो इंपॉर्टेंट टॉपिक है वो आपको समझा दें उसके बाद देखो सोवर निटी इसका मतलब क्या है बोल रहा है सेकुलर डेमोक्रेटिक रिपब्लिक इसका मतलब होता है कि हम लोग

कंप्लीट फ्रीडम है अब जब हम लोग देश आजाद नहीं हुआ था तो हम लोग को क्या देखने को मिलता था कि ब्रिटिश समय जो बोलते थे हमें वह सुनना पड़ता था या कोई और हमें कुछ बोले तो वह भी हमें सुनना पड़ता था लेकिन जब से हमने अपना संविधान बनाया है हमारे

अपने रूल्स हैं हम किसी का बात अब सुनेंगे नहीं हमारे संविधान में जो लिखा हुआ है हम सिर्फ उसी सी को मानेंगे इसको हम लोग बोलते हैं सोव निटी डन है आगे चल कर के इन सबके ऊपर में ही आपको क्वेश्चन मिलेगा सो एक-एक करके वापस से आते

हैं हम वही पॉइंट्स को आपको पढ़ा रहे हैं जो आपको जल्दी से जल्दी याद हो जाए ठीक है आप पूरा का पूरा कर नहीं पाओगे इतना जल्दी तो आपके अकॉर्डिंग ही आपको समझाते हैं वंस मोर क्या बोला इस टॉपिक में हमने पढ़ा डिस्कस एनी फाइव कांस्टीट्यूशनल वैल्यू कांस्टिट्यूशन के चार-पांच जगह पे वैल्यूज

को बताओ इंपॉर्टेंट नहीं है फिर भी हम तुम लोग को थोड़ा सा समझा दिए क्या दिखाई दिया जस्टिस जस्टिस का मतलब है आप मेल हो फीमेल हो गरीब हो अमीर हो हर इंसान के साथ इक्वल जस्टिस होगा जब आप कोर्ट में जाएंगे और आप

मान के चलो कि आपने कोर्ट में केस कर दिया है किसी बड़े स्टेट के मान के चलो ना आपने जो है किसी अ क्या बोलते हैं नेता के खिलाफ कंप्लेन कर दिया तो याद रखना जब आप दोनों कोर्ट में खड़े होगे तो जो कोर्ट है

व आपको जिस तरीके से देख रही होगी उस नेता जी को भी उसी तरीके से देख रही होगी वहां पर कहीं पर ऐसा नहीं होगा कि वह नेता है तो उनको एक्स्ट्रा प्रायोरिटी मिलेगा आप नॉर्मल पीपल है तो आपको क्या मिलेगा कम प्रायोरिटी मिलेगा ऐसा नहीं है दोनों के खिलाफ क्या रहेगा सेम

मिलेगा उसके बाद जो टॉपिक है वो है लिबर्टी व्हाट इज लिबर्टी यहां पे देखने को मिलता है कि हर आदमी का अपना थॉट्स है वो अपने अकॉर्डिंग सो हो सकता है अपने अकॉर्डिंग किसी को अच्छा और बुरा हां याद रहे जब आप किसी को बुरा बोलोगे तो इसमें उसका नुकसान नहीं

होना चाहिए अभी जस्ट एक केस भी हुआ है आप लोगों ने देखा होगा विवेक विंद्र और संदीप महेश्वरी सर का कोर्ट ने संदीप महेश्वरी सर के खिलाफ में एक फरमान भी जारी किया है चलो वो बात की बातें हैं सो लिबर्टी है कि आप किसी को कुछ बोल सकते हैं बट आगे जाके

अभी पढ़ाएंगे फंडामेंटल ड्यूटीज और राइट तब ज्यादा क्लियर होगा तुम लोग का चलो उसके बाद आते हैं इक्वलिटी इक्वलिटी का मतलब हम सभी का समान अधिकार है देश में जो भी रिसोर्सेस है वो एक गरीब का भी उतना ही हक है और एक अमीर का ही उतना ही हक है अब

तुम लोग बोलोगे सर ऐसा देखने को तो नहीं मिलता गरीबों को तो मिलता ही नहीं है अमीरों को ज्यादा मिल जाता है नेता लोग ज्यादा हड़प जाते हैं तो बार-बार हम आपको एक ही बात समझा रहे हैं बाबू हर ताले का चाबी होता है तो थोड़े से लूप होल्स है

लेकिन ये भी एक सच्चाई है कि अगर आप अपने सही कदम पर डटे रहे तो जीत हमेशा सच्चाई की ही होगी चलो आगे आते हैं यहां पे सोवर निटी का मतलब आप लोग को समझाया कि हम लोग डेमोक्रेटिक रिपब्लिक है अब हमारे ऊपर किसी का बर्डन नहीं है चाहे वह ब्रिटिश हो

किसी का नहीं हम लोग अपने अकॉर्डिंग सारा डिसीजन लेते हैं जैसे एग्जांपल के रूप में जब आप 22 साल के हो जाओगे जब आप नौकरी कर रहे होगे तो आप अपना डिसीजन खुद लोगे उसके पहले तक मम्मी पापा आपको सब समझाएंगे कौन से स्कूल में जाना है क्या पढ़ना है क्या

नहीं पढ़ना बट एट अ सर्टेन टाइम आप क्या हो जाते हो एक एकदम फ्री अपना डिसीजन खुद लेते हो तो अब से हम सभी लोग अपना डिसीजन क्या लेते हैं खुद लेते हैं चलो यह था हम लोग का अगला टॉपिक हम लोग देखेंगे तो तीन टॉपिक हम लोगों ने

पढ़ा नेक्स्ट क्वेश्चन है जो सर ने इंपॉर्टेंट दिया है वो क्या क्वेश्चन है व्हाट डू यू अंडरस्टैंड बाय जस्टिस जस्टिस का मतलब क्या है ठीक है और क्या है इलाबेन ऑन द डिफरेंट काइंड ऑफ जस्टिस एज गिवन बाय द कांस्टिट्यूशन मैं बहुत ज्यादा एग्जांपल्स आपके सामने अभी नहीं रख रहा

हूं उसका कारण यह है कि आपका सिलेबस जल्दी से जल्दी खत्म करवाया जा सके और ऐसे तरीके से कि कल आप एग्जाम हॉल में लिख पाए ठीक है चलो आते हैं यहां पे सो व्हाट डू यू अंडरस्टैंड बाय जस्टिस जस्टिस का मतलब क्या होता है अभी थोड़ा देर पहले ही तुम

लोग को जस्टिस के बारे में चलो देख लो एक बार जस्टिस एंड फेयरनेस आर क्लोज एसोसिएटेड टर्म व्हिच आर समटाइम यूज्ड इन प्लेस ऑफ इच अर थोड़ा देर पहले ही आप लोग को हम जस्टिस के बारे में बताया उसी टॉपिक को आपको यहां पे क्या करना है लिखना है

चलो थोड़ा सा आगे बढ़ो तब तुमको जस्टिस समझ में आएगा तीन तरह का डिफरेंट जस्टिस होता है एक होता है सोशल जस्टिस एक होता है इकोनॉमिक जस्टिस और थोड़ा सा आगे जाएंगे तो एक होता है पॉलिटिकल जस्टिस ठीक है तीन तरह का जस्टिस देखने को मिलता है

सो जस्टिस का मतलब फेयरनेस यानी किसी के साथ गलत नहीं होना चाहिए तो देखो यहां पे जस्टिस क्या बोल रहा है सोशल जस्टिस मींस द इक्वल्स सोशल अपॉर्चुनिटी आर अवेलेबल टू एवरी पर्सन फॉर पर्सनल डेवलपमेंट ऑफ एवरी पर्सन विदाउट एनी डिस्क्रिमिनेशन बेस्ड ऑन रेस सेक्स और कास्ट बोला सोशल जस्टिस हर

चीज के ऊपर में हर आदमी का इक्वल अधिकार है जैसे कि हम लोग को जो राशन मिलता है उसमें इन चीजों को नहीं देखा जाता कि आप कौन से कास्ट से हैं नहीं है हर आदमी के लिए अलॉट किया गया है यह भी नहीं देख खा

जाता कि मेल मेंबर को ज्यादा मिलेगा या फीमेल को क्या मिलेगा कम इसको हम लोग बोलते हैं सोशल जस्टिस उसके बाद नो पर्सन शुड बी डिराइवर पमें ड्यू टू दिस डिफरेंस करने का जरूरत नहीं है फर्स्ट वाला करना द कांसेप्ट ऑफ सोशल जस्टिस इज बेस्ड ऑन द

प्रैक्टिस ऑफ द सोशल इक्वली सोशल जस्टिस कैनर्स टू द सोसाइटी वयर एक्सप्लोइटेशन आर मेड बाय मैन इज नॉट प्रेजेंट ऐसा बहुत सारे जगह प देखा जाता है जहां पर सोशल राइट छीन लिया जाता है तुमने देखा होगा कि काफी जगह पर इलेक्शन के समय में लोगों का

वोट जो होता है वह जबरदस्ती उनसे दूसरे पार्टी को दिलवाया जाता है तो याद रखना आपका सोशल जस्टिस है आपका संविधान में लिखा गया है कि इस राइट को आपसे कोई छीन नहीं सकता तो भैया हम लोग लड़ते क्यों नहीं है लड़ते हम लोग इसलिए

नहीं है क्योंकि हमें और भी काम होती है हमें लगता है कि फालतू का इन परेशानियों में कौन फंसे लेकिन जब यह एक बड़े समुदाय के साथ हो जाए इमेजिन करो कि पूरा का पूरा आपके इलाका के सभी आदमी को जबरदस्ती क्या किया जा रहा है वोट दिलवाया जा रहा है एट

दैट कंडीशन प जाकर के सभी लोग मिलकर के कोर्ट में इसके खिलाफ क्या कर सकते हैं केस करेंगे और वह इलेक्शन जो है वो रद्द हो जाएगा सो इस तरीके से हर चीज के ऊपर में हमारा सोशल जस्टिस है कि यह मेरा है यह मेरा है चलो और देखते हैं हम लोग उसमें

पॉलिटिकल जस्टिस जो सबसे ज्यादा तुम लोग को समझ में आएगा पॉलिटिकल जस्टिस हम लोग फ्रीडम है हमारे पास में कि हम चाहे तो देश की जो रूलिंग पार्टी है उसको वोट ना दे कर के हम किसी और को भी वोट दे सकते हैं आपको कोई कुछ बोलेगा नहीं सो आपके पास

में क्या है पॉलिटिकल जस्टिस है और इसी वजह से हर सिटीजन अलग-अलग नेता को वो वोट देता है वरना देश का अगर अगर सरकार की बात चले तो गवर्नमेंट तो चाहेगी कि सारा का सारा वोट किसको मिले उसी पार्टी को मिल जाए बट हमें पता है हमारा अधिकार हम अपने

अधिकार हमको जो बेस्ट लगता है हमें जो लगता है कि फ्यूचर में काम करेगा हम उसको अपना नेता चुन सकते हैं और इसके लिए हमको कोई भी परेशान नहीं कर सकता अगर आपको कोई परेशान कर रहा हो तो बस अपना फोन निकाल कर के एक वीडियो बनाना हम लिख के दे रहे हैं

कि वह तुरंत घूम जाएगा क्योंकि उसे पता है कि यह वीडियो अगर पब्लिकली पहुंच गया तो मेरा जो है वह पत्ता साफ हो जाएगा तो लोग आपको चोरी से डरा सकते हैं सामने खड़े होकर के डरा नहीं सकते क्योंकि हमारा पॉलिटिकल जस्टिस है चलो आगे आते हैं हम लोग पॉलिटिकल जस्टिस के बाद

में तो अगला पॉइंट हमें क्या बोला इकोनॉमिक जस्टिस अब इकोनॉमिक जस्टिस का मतलब क्या होता है इकोनॉमिक्स का मतलब ही होता है पैसा तो गवर्नमेंट के द्वारा जो भी पैसा हमारे ऊपर में खर्चा किया जाएगा उन सबके ऊपर में हम सबका इक्वल अधिकार है

क्या बोल रहा है देखो यहां पे बोल रहा है इकोनॉमिक डिकेशन ऑफ पॉवर्टी बंग ऑफ द नेशनल वेल्थ एंड रिसोर्सेस एंड डिस्ट्रीब्यूटर दिस वेल्थ इक्वली अमंग एवरीवन हु कंट्रीब्यूट्स इन इट्स प्रोडक्शन हमारे देश के हर एक इंसान को जो हम लोग गरीब हैं या जो इनक्व के शिकार है

उन सबको गवर्नमेंट क्या करती है सपोर्ट करती है और गवर्नमेंट सपोर्ट क्यों कर पाती है इकोनॉमिक जस्टिस की वजह से रास्ता बनेगा तो उस इलाके के सभी लोग उस रास्ते से चल पाएंगे खाना बटेगा तो हर लोग वहां पे लाइन लगा के तुम गौर से देखो सरकार सरी

स्कूल में कभी यह नहीं बोला जाता कि उसका बेटा एडमिशन लेगा उसका बेटा एडमिशन नहीं लेगा जबकि अगर आप प्राइवेट स्कूल में जाओ लाइक नारायणा वगैरह में तो वहां सिर्फ अमीरों के बच्चों का एडमिशन होता है गरीबों के बच्चों का एडमिशन नहीं देखने को मिलता

है तो इस तरीके से गवर्नमेंट के जो भी रिसोर्सेस होंगे उन सब पे हमारा इक्वल अधिकार है गवर्नमेंट के वैकेंसीज निकलेंगे तो हम सभी फॉर्म को फिल अप कर सकते हैं चाहे हम अमीर हो चाहे हम गरीब हो चाहे हम बहुत एजुकेटेड हो इससे फर्क नहीं पड़ता

क्राइटेरिया मैच करो और आप अपना फॉर्म फिल अप कर सकते हैं चलो आगे आएंगे हम लोग तो यह एक और टॉपिक एग्जाम हॉल में आप लोग को देखने को मिलेगा चलो आगे बढ़ते हैं और अगले टॉपिक की तरफ हम लोग आगे जाते हैं एक इंपॉर्टेंट क्वेश्चन सर ने दिया है

क्या राइट ए शॉर्ट नोट्स ऑन लिबर्टी एज पर इंडियन कांस्टिट्यूशन 80 पर कंफर्म बोले हैं सर और यह कितने मार्क्स का फाइव मार्क्स का लिखा हुआ भी है वेरी वेरी इंपॉर्टेंट सो द वर्ड लिबर्टी ठीक है ऑलरेडी तुम लोग को मैंने लिबर्टी के बारे में बताया लिबर्टी का मतलब होता है फ्रीडम

देखो यहां पे ये दिस दिस पॉइंट को बहुत अच्छे से करना तो तुमको लगभग कांसेप्ट मिलेगा कि क्या है बाकी नोट्स आप लोग को मिल जाएंगे वहां पर आप लोग इसको पढ़ना अकॉर्डिंग टू द प्रबल ऑल सिटीजन ऑफ आर गारंटीड फ्रीडम ऑफ थॉट्स जो सोचने का मन

है आप सोचो देख ही रहे हो रील्स में लोग अलग-अलग तरीके का सोच रहे हैं कोई रोकने वाला उनको नहीं है क्यों रोकने वाला नहीं है उनको पता है कि यह मेरा राइट है हम कुछ भी सोच सकते हैं कुछ भी कर सकते हैं करो भाई देखो क्या मिलेगा इसका रिएक्शन बहुत

अच्छा नहीं है आप एक्सप्रेशन ली कुछ भी एक्सप्रेस कर सकते हैं वशिप वशिप का मतलब तुम देखो इंडिया कितनी अच्छी कंट्री है एक ही जगह पर बैठ कर के हम अल्लाहू अकबर भी बोल सकते हैं और हम जय श्रीराम भी बोल सकते हैं यह किस वजह

से है और दोनों अपने-अपने में हम लोग खुश हैं अपने-अपने भगवान का हम लोग पूजा कर सकते हैं क्यों लिबर्टी के वजह से उसके बाद देखो लिबर्टी का मतलब सेवरल फॉर्म्स ऑफ फ्रीडम इंक्लूडिंग द सोशल सिविल एंड पॉलिटिकल फ्रीडम ठीक है सो पॉलिटिकल फ्रीडम है हम लोग का इस तरीके से

हम लोग लिबर्टी वाले टॉपिक को भी पहले भी पढ़ चुके थे अभी भी हम लोग यहां पे पढ़ लिए क्लियर है सबका सो लिबर्टी एग्जाम हॉल में यह बहुत इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है लिबर्टी का मतलब है आपके पास फ्रीडम है आप कुछ भी सोच सकते हैं आप किसी भी भगवान का

पूजा कर सकते हैं आप किसी में भी आस्था रख सकते हैं इवन आप चाहे तो अपने म अपना जो कल्चर है उसको बदल भी सकते हैं आपको कोई बोलने वाला नहीं है लिबर्टी है आपका चलो उसके बाद हम लोग आते हैं तो नेक्स्ट आता है हमारा यह भी एग्जाम हॉल का बहुत

इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है ठीक है मान के चलो कि अगले पेपर में तुम लोग को नेक्स्ट देखने को मिलेगा राइट ए शॉर्ट नोट ऑन इक्वलिटी थोड़ा देर पहले ही ऑलरेडी इक्वलिटी के बारे में आप लोग को हम पढ़ा चुका है डन इक्वलिटी के बारे में ऊपर ही पटाया बताया

कि हम सभी को इक्वल अधिकार है हर चीज को लेकर के यह टॉपिक भी वहां पे कवर हो गया चलो वेरी गुड अब आते हैं हम लोग का और अगले चैप्टर की तरफ बढ़ते हैं एक चैप्टर में फर्स्ट चैप्टर में आप इन्हीं क्वेश्चंस पे ज्यादा जोर लगाएंगे तो आपको

ज्यादा इजी होगा एग्जाम हॉल में कॉमनस आपको यहीं से मिलेंगे नाउ अब थोड़ा सा दोस्तों के साथ शेयर कर दो सेकंड चैप्टर स्टार्ट हो रहा है मेरे को पता है कि जब आप लोग को नॉलेज मिल जाता है तो फिर आपको हो जाता है कि चलो भैया समझ में आ गया चलो

व्हाट आर फंडामेंटल राइट्स यह तो तुम लोग को पढ़ना ही चाहिए ठीक है फंडामेंटल राइट्स में इसी में तुम लोग हम हम हम लोगों के लिए बनाया गया है कि हम लोगों के क्या-क्या फंडामेंटल राइट्स है बहुत आसान है तुम लोग आराम से इसको कर पाओगे ठीक है

सो फंडामेंटल राइट्स के बारे में हमें बताया गया है कि हमारे क्या-क्या राइट्स है जैसे कि हम अभी तुम लोग को पढ़ा रहे हैं यह भी मेरा राइट्स है तुम लोग किसी के तरफ देख कर के कभी-कभी हंस लेते हो सो यह आपके राइट्स है आपको क्या पहनना है आपको

क्या बोलना है आप आपको क्या करना है यह सारी बातें कांस्टिट्यूशन में लिखी गई है इच एंड एवरीथिंग आपके कांस्टिट्यूशन में क्या किया गया है लिखा गया है चलो अब आते हैं पे थोड़ा सा देख लो ज्यादा ये ये दिस वन यह क्वेश्चन एग्जाम हॉल में पेपर में

दिखेगा ठीक है स्टेट सिक्स फंडामेंटल राइट्स एस पर द इंडियन कांस्टिट्यूशन क्या बोला सिक्स फंडामेंटल राइट पेपर में छप गया मान के चलो हां अभी बता दे रहे तुम लोग को पेपर में छप गया क्या गया फंडामेंटल राइट राइट टू इक्वलिटी कहां लिखा गया है तो आर्टिकल 14 से लेकर के 18

में लिखा गया है राइट टू इक्वलिटी ऑलरेडी हम आप लोग को पढ़ा दिए राइट टू फ्रीडम आप फ्रीडम है कुछ भी सोचने के लिए कुछ भी पहनने के लिए कुछ भी करने के लिए जिसका लोग गलत इस्तेमाल भी करते हैं यह कहां लिखा गया है आर्टिकल 19 से लेकर के

आर्टिकल इसमें लिखा गया है डन है उसके बाद राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन अगर आपके आपका कोई आपका एक्सप्लोइटेशन कर रहा है जैसे एग्जांपल के रूप में हम लोग जो है बच्चों से मजदूरी कराते हैं तो हम लोग उसका गलत इस्तेमाल करते हैं इवन हम लोग

गरीब लोगों से 8 घंटे की जगह 12 घंटा काम करवाते हैं गलत है भाई कहां लिखा गया है यह आर्टिकल 23 से लेकर के आर्टिकल 24 जब कोर्ट में केस वगैरह लड़ा जाता आता है ना तो वहां पर यह आर्टिकल दिखाया जाता है कि देखिए सर आर्टिकल 23 में ऐसा बात लिखा गया

था सो मेरा क्लाइंट जो है वह गलत नहीं है या मान के चलो तुमसे ज्यादा मजदूरी कराया गया तो आप आर्टिकल 23 और 24 का हवाला दे कर के आप मेरे खिलाफ में क्या कर सकते हो केस कर सकते हो राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन कहां लिखा गया

आर्टिकल 25 से लेकर के आर्टिकल 28 का मतलब तो रिलीजन का मतलब बहुत सिंपल है कि भैया हमारे देश में कई सारे रिलीजन है है ना हिंदू भी है सिख भी है ईसाई भी है और एक चीज याद रखना जैसे पाकिस्तान अपने आप को कौन सा स् कौन सा बोलता है इस्लामिक आप

देखे होगे अफगानिस्तान भी अपने आप को क्या बोलता है इस्लामिक बट हम इंडियन जो है वह कभी भी एक नहीं बोलते हिंदू राष्ट्र ठीक है हां कुछ लोग अभी बहुत बनो जब हम लोग विदेशों में जाते हैं ना तो हम ही लोग बोलते हैं कि वी आर इंडियंस

हमारे इंडिया में हर धर्म के लोग सुरक्षित हैं और हम हर धर्म के लोग यहां पर मिलजुल के रहते हैं और यह बात बोलने के बाद हम सभी लोग प्राउड फील करते हैं लेकिन पीठ पीछे फिर हम लोग क्या करते हैं कि हमें हिंदू राष्ट्र बनाना है क्यों क्योंकि

पाकिस्तान इस्लामिक कंट्री है अफगानिस्तान इस्लामिक कंट्री है तो क्या हमें भी उनको देख कर के हिंदू राष्ट्र क्यों भाई हैं हम हिंदू और हम हिंदू वो है जो हम लोग हर तरह के लोग यहां रहते हैं तो हम उनसे जलते नहीं है बल्कि हम उनसे क्या रहते हैं खुश

रहते हैं इसीलिए एजुकेशन यहां पे क्या है रिलीजन तो तुम लोग अगर अगर हम लोग कोई कुछ लोग चाहते भी हैं तो ऐसा पॉसिबल नहीं है कि इंडिया के हर लोग सिर्फ हिंदू धर्म को माने नहीं हम इसी को लेकर प्राउड फील करते हैं और हमें इसकी रक्षा भी करनी चाहिए कौन रक्षा

करता है हमारा कांस्टिट्यूशन इसको लेकर के रक्षा करता है सो क्या बोला यहां पे फ्रीडम ऑफ रिलीजन उसके बाद में कल्चर एंड एजुकेशनल राइट डन है हमारा एजुकेशनल राइट है कि हमें बेसिक जो बेसिक जो हमारा नॉलेज बेसिक जो शिक्षा है वह हमें मिलना ही

पड़ेगा सो कभी-कभी आप आप लोग बोल देते हो कि हमारे स्कूल में सिर्फ हमारे देश में सिर्फ और सिर्फ प्राइवेट स्कूल्स होने चाहिए तो भैया अगर प्राइवेट स्कूल्स हो गए तो जो गरीब बच्चे हैं वह कहां पढ़ेंगे अगर आज हम और तुम प्राइवेट स्कूल में पढ़ने के

लायक बने हैं तो याद रखना हमारे दादाजी लोग सरकारी स्कूल में पढ़े हैं तब जाके जनरेशन वाइज जनरेशन आज हमारे पास इतना नॉलेज है सो कल्चर एंड एजुकेशनल राइट है हमारा कहां लिखा गया है आर्टिकल 29 से 30 जरूर से याद करके जाना हम पहले बता दे रहे

हैं ठीक है राइट टू कांस्टीट्यूशनल रेमेडी कहां लिखा हुआ है आर्टिकल 32 पेपर में छप गया मान के चलो हम पहले बता दे रहे हैं बाद में बोलना मत कि भैया बोले नहीं थे चलो उसके बाद हम लोग आते हैं तो एक्सप्लेन इन ब्रीफ सिक्स फंडामेंटल राइट

आर्टिकल 12 से लेकर के कितना 35 तक ठीक है मतलब कहने का मतलब है कि सेम क्वेश्चन जो मैंने अभी आप लोग को पढ़ाया उसको यहां पर क्या किया गया है एक्सप्लेन किया गया है जैसे राइट टू इक्वलिटी 14 से 18 उसको एक्सप्लेन किया गया है ऑलरेडी हम तुम लोग

को एक्सप्लेन कर चुके हैं उसके बाद राइट टू फ्रीडम राइट टू फ्रीडम आर्टिकल 19 से लेकर के कितना आर्टिकल 22 देखो फ्रीडम है तो देखो फ्रीडम ऑफ स्पीच फ्रीडम ऑफ एक्स एक्सप्रेशन फ्रीडम ऑफ एसोसिएशन प्रैक्टिस एनी प्रोफेशन तुम कोई भी प्रोफेशन कर सकते हो डॉक्टर बन सकते हो इंजीनियर बन सकते हो

सीए बन सकते हो कोई नहीं रोकने वाला आपको फ्रीडम टू रेसड इन एनी पार्ट ऑफ कंट्री आप किसी भी स्टेट में जाकर के रह सकते हो आपको कोई रोकने वाला नहीं है तो कुछ लोग हम लोग को चिढ़ाते भी हैं बिहारियों को स्पेशली चिढ़ाते हैं या कि

दूसरे स्टेट में जाओ तो हर कोई हर किसी को चढ़ाता है बिहार में बंगाली बंगाली बोल के चढ़ाता है बंगाल में ब बिहारी बिहारी बोल के लेकिन मेरे को पता है कि यह मेरा अधिकार है हम किसी भी स्टेट में जाकर के रह सकते हैं तो जो चिढ़ा रहा है जो यह बात

बोल रहा है कि आप बिहारी हो आप यहां नहीं रह सकते तो एक्चुअली वह मूर्ख है ना कि हम मूर्ख है कोई बिहार में अगर यह बात बोल रहा है कि आप बंगाली हो आप यहां नहीं रह सकते तो याद रखना वह मूर्ख है वह मूर्ख

नहीं है जो सुन रहा है ठीक है चलो देखो राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन जो ऑलरेडी मैंने तुम लोग को समझाया 23 से 24 में क्या लिखा गया है 14 साल के नीचे के बच्चों को जॉब नहीं दे सकते ज्यादा काम नहीं करवा सकते एक्सप्लोइटेशन है फ्रीडम ऑफ रिलीजन ठीक

है दो दो लाइन जो समझा रहे हैं वही वही लिखते चलना आपका यह जो है कवर हो जाएगा चलो वेरी गुड कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट उसके बाद में आता है राइट टू कांस्टीट्यूशनल रेमेडीज सो यह हो गया आप लोग फंडामेंटल राइट्स एग्जाम हॉल में देखने को मिलेंगे यह

क्वेश्चंस चलो वेरी गुड आगे बढ़ते हैं तो नेक्स्ट क्वेश्चन है हमारा व्हाट इज रूल ऑफ लॉ थोड़ा सा देख लो यह बहुत इंपॉर्टेंट है सर ने 99 पर जो है इसको क्या किया है कंफर्म किया है कि पेपर में यह हम लोग को देखने को मिलेगा सो रूल्स ऑफ लॉ क्या बोल

रहा है टू सिंपली टू सिंपली अंडर स्टैंड द मीनिंग ऑफ रूल ऑफ लॉ इट मींस दैट नो मैन इज अबोव द लॉ एंड आल्सो दैट एवरी पर्सन इज सब्जेक्ट टू द जुडिस केशन ऑर्डिनरी कोर्ट ऑफ लॉ इरेस्पेक्टिव ऑफ देयर पोजीशन एंड रैंक याद रखना रूल ऑफ लॉ में हमें बता रहा

है कि कोई भी इंसान इंडिया का चाहे वह प्रधानमंत्री हो चाहे वह प्रेसिडेंट हो कोई भी लॉ के ऊपर लॉ के नीचे नहीं सॉरी लॉ के ऊपर नहीं है हर लोग जो है वो लॉ के नीचे ही आते हैं सबको संविधान में लिखे गए रूल्स को मानना है इसी को हम लोग क्या

बोलते हैं रूल ऑफ लॉ चलो इसके बाद हम लोग आगे पढ़ेंगे सो सर ने नोट्स को बहुत अच्छे से बनाया है स्टूडेंट फ्रेंडली है स्पेशली कम समय में आप ज्यादा से ज्यादा को क्वेश्च को यहां पर कर सकते हैं चलो अगला क्वेश्चंस को हम लोग देखते हैं

थोड़ा राइट ए शॉर्ट नोट ऑन सोशलिज्म ऑलरेडी तुम लोग को हम पढ़ा चुके हैं ठीक है सो एक ही क्वेश्चन को बार-बार पढ़ाने का कोई मतलब नहीं बनता बोर फील करोगे तो सोशलिज्म वहां पर जो पढ़ा था हम लोगों ने वही यहां पर भी है उसी के ऊपर में सिर्फ शॉर्ट नोट बोल

दिया गया है तो कर लेना उसको चलो चलो यहां पर थोड़ा सा देख लो यह वाला भी ऑलरेडी पढ़ा दिए बट फिर भी एक बार देख लो राइट ए शॉर्ट नोट ऑन सेकुलरिज्म ठीक है सेकुलरिज्म क्या होता है सेकुलरिज्म सिंपल वर्ड रेफर्स टू द आइडल जीी च प्रोवाइड

पीपल विद द राइट टू फॉलो एनी रिलीजन दैट यही है सेकुलरिज्म आपने ब बार-बार देखा होगा जब न्यूज़ में आपको दिखाया जाता है न्यूज़ में रोज लोग लड़ रहे होते हैं लड़ रहे होते हैं कि नहीं होते वहां पे यह वर्ड बार-बार यूज किया जाता है सेकुलर

वर्ड सेकुलर वर्ड सेकुलर का मतलब भाई हमारा अधिकार है कि हर आदमी अलग-अलग रिलीजन यानी जिसको जो पसंद है वह उस रि रिलीजन को मान सकता है इसमें आपको रोकने वाला कोई नहीं है इसी को हम लोग क्या बो बोलेंगे सेकुलरिज्म डन है तो सेकुलरिज्म वर्ड आपको न्यूज़ चैनल पर सबसे ज्यादा

देखने को मिलता है देखो द वर्ड सेकुलर वाज फर्स्ट टाइम इंसर्टेड इन द प्रेमल ऑफ द कांस्टिट्यूशन बाय 42 अमेंडमेंट एक्ट 1976 1976 में जो है आपको यह सेकुलर वर्ड को फर्स्ट टाइम लाया गया था और यह इफेक्ट में कब आया था ड जनवरी 90 77 42 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट एक्ट

1976 कब बोला गया था 42 अमेंडमेंट एक्ट 1976 में यह आया था और 1977 से इसको फॉलो किया गया डन है तो यह था सेकुलरिज्म पे आपका एक शॉर्ट नोट जो एग्जाम हॉल में आप लोग इसको आराम से लिखेंगे तो जल्दी-जल्दी में जो जो टॉपिक्स मैं बोलते चल रहा हूं

कॉपी एक काम करना वीडियो को वापस से देख कर के कोशिश करना कि आप अपने लैंग्वेज में नोट्स को रेडी कर लो वह भी बहुत अच्छा है सर का नोट्स आप लोग को मिल जाएगा वह भी बहुत अच्छा होगा चलो आगे आते हैं य पे सेकुलरिज्म आप लोग को पढ़ा दिया चलो

वेरी गुड उसके बाद आते हैं हम लोग को ऐसा भी काम करना है कि जल्दी से जल्दी खत्म हो जाए डेमोक्रेसी आप लोग को पता होगा राइट ए शॉर्ट नोट ऑन डेमोक्रेसी जी चांसेस कम है फिर भी सर ने दिया है इंपॉर्टेंट है तो जरूर आने के

चांसेस है देखो डेमोक्रेसी ऑफ द गवर्नमेंट वेयर द सिटीजन एक्सरसाइज पावर ऑफ वोटिंग डन है क्या बोला पावर ऑफ वोटिंग कहां से तुम लोग बार-बार बोलते हो ना हम लोग डेमोक्रेटिक कंट्री में रहते हैं जहां पे आपका पावर है कि आप किसी को भी क्या करो

वोट दे सकते हो सो डेमोक्रेसी होल्ड एज अ स्पेशल प्लेस इन इंडिया फर्द मोर इंडिया विदाउट अ डाउट इज द बिगेस्ट डेमो डेमोक्रेसी इन द वर्ल्ड हमारा जनसंख्या भी सबसे बड़ा है और हम वर्ल्ड की सबसे बिगेस्ट डेमोक्रेसी है आल्सो डेमोक्रेसी ऑफ इंडिया इज ड्राइव फ्रॉम द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया आया कहां से

डेमोक्रेसी कांस्टिट्यूशन से क्योंकि कांस्टिट्यूशन में लिखा गया था कि हर आदमी को इक्वल राइट है कि वह अपना नेता जो है वह चुन सकता है आफ्टर सफरिंग एट द हैंड ऑफ ब्रिटिश कॉलोनियल रूल हम लोग के आजादी के पहले ब्रिटिश रूल में हम लोग को बहुत परेशानी हुआ था जहां पर आप डेमोक्रेटिक

अपने नेता को चुन नहीं सकते थे तो उस जगह के प्रॉब्लम की वजह से हमने फा इंडिया फाइनली बिकम द डेमो डेमोक्रेटिक नेशन 1947 देश आजादी के बाद हम बन गए थे डेमोक्रेटिक चलो अब क्या बोला फीचर्स ऑफ डेमोक्रेसी पहला सोटी इसका मतलब हम ऑलरेडी

तुम लोग को समझाया कि हम लोग का अपना बॉडी है हम लोग के अपने रूल्स हैं हमारा अपना संविधान है हम आउटसाइडर का इंटरफेस बर्दाश्त भी नहीं करेंगे हमने जो लिखा है हमारा जो संविधान है हम उसके अकॉर्डिंग ही काम करेंगे उसके बाद रूल ऑफ मेजॉरिटी इज अ

एसेंशियल फीचर मेजॉरिटी है अगर मान के चलो कि आपको खड़ा होना है तो अगर जिसके तरफ ज्यादा वोट गिरेगा वो नेता बनेगा यह नहीं कि कौन अच्छा है कौन बुरा है आपको पावर है जाइए वोट गिराए और अपना नेता चुनिए तो सबसे बड़ा बात है डेमोक्रेसी का फीचर्स ऑफ

मेजॉरिटी जिसके तरफ ज्यादा वोट तुम लोग भी ऐसे ही करता है केक वेक जब काटा जाता है या कोई गिफ्ट डिस्ट्रीब्यूटर है तो कौन फर्स्ट हुआ तो जिसके तरफ ज्यादा वोट है स्कूल में भी कभी-कभी जब बिहेवियर वाइज बोला जाता है कि कौन बच्चा फर्स्ट आएगा तो

प्रिंसिपल सर पूछते हैं सभी टीचर को बुला कर के कौन अच्छा है तो उसमें से जो दो-तीन बच्चे अच्छे होते हैं जिन बच्चों के खिला अगेंस्ट में ज्यादा टीचर वोटिंग करते हैं वो अच्छे कहलाते हैं ठीक है तुम लोग के साथ भी ऐसा हुआ होगा कि दो टीचर बोली

अच्छे है तीन टीचर ने बोला कि नहीं यह बहुत बदमाश है चलो अनदर फीचर्स ऑफ इंडिया डेमोक्रेसी इज फेडरल फेडरल का मतलब तुम लोग को हम समझाया था जहां पे सेंट्रल का भी उतना ही वैल्यू है स्टेट का भी वैल्यू उतना ही है चलो तो यह हो गया आपका डेमोक्रेसी वेरी गुड चलो

डन आगे बढ़ते हैं हम लोग खत्म कर देंगे आप लोग का लगभग टेंशन मत लेना तो चलो आते हैं य पे नाउ यह है आप लोग का एक और इंपॉर्टेंट टॉपिक ठीक है बहुत अच्छे से इसको देखना बाबू लोग ठीक है सो फंडामेंटल ड्यूटीज क्या आ गया फंडामेंटल ड्यूटीज तुमको यहां से समझाते

हैं तो ज्यादा अच्छा समझा पाएंगे फंडामेंटल ड्यूटीज थोड़ा सा रुक जाओ एक सेकंड सब लोग यस दिस दिस वन राइट ए शॉर्ट नोट ऑन 51a और लाबेट ऑन द आर्टिकल 51a ऑफ द इंडियन कांस्टिट्यूशन व् फंडामेंटल ड्यूटीज वुड यू लाइक टू ऐड टू इट 10 मार्क्स मान के चलो पेपर में आ

गया वीवी आई अब ये क्या है फंडामेंटल ड्यूटीज तो तुम लोगों ने पढ़ा फंडामेंटल राइट्स आपको फंडामेंटल राइट में क्या मिला फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन जो एक्सप्रेस करना चाहते हो करो फ्रीडम ऑफ आप जो बोलना चाहते हो आप बोल लो अब दिक्कत का बात है कि भैया

आपको फ्रीडम है कि आप जो बोलना चाहो बोल दो तो आप सामने वाले को गाली नहीं ना दे दोगे रे भाई आपका फ्रीडम है कि आप बोलो कि हां ये ये प्रधानमंत्री ऐसे हैं वो अच्छे नहीं है हम अगली बार दूसरा चुन लोगे बहुत अच्छा लेकिन इमेजिन करो आप अपने झंडे को

खराब बोलोगे ये तो गलत बात है ना भाई तो फ्रीडम है आपका फंडामेंटल राइट्स है कि आप किसी भी चीज को अच्छा किसी भी चीज को बुरा बोलो लेकिन कुछ जगह पर भैया आप बुरा बोलोगे तो मेरे को तो बुरा लगेगा ठीक है अब देश के झंडे को तुम बोलोगे कि इसका रंग

अच्छा नहीं है तो सॉरी बॉस हम मानने वाले नहीं है इससे तो फिर कोई भी इंसान खड़ा हो कर के मान के चलो वो पागल है तो वो तो कुछ भी बोल के चला जाएगा सो फंडामेंटल जो हम लोग का राइट था वह हम लोग को यह नहीं करता

कि अगर आपने कुछ बोल दिया तो आपको जेल में डाल दिया जाएगा नहीं वह आपके राइट्स है आपको जो बोलना है बोलो लेकिन बाद में हम लोग जो है 42 अमेंडमेंट एक्ट पास्ड इन 1976 क्या बोले 42 अमेंडमेंट एक्ट पास्ड इन 1976 1976 में हमने एक अमेंडमेंट पाट किया

सॉरी पास किया आर्टिकल 51a के नाम से जिसमें हमने फंडामेंटल ड्यूटीज को रखा बोला गया इसमें यस आपका फ्रीडम ऑफ राइट है आप जो बोलना चाहो बोलो लेकिन कुछ जगह पर यह फंडामेंटल ड्यूटीज भी है कि इसके द्वारा किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए और कुछ जगहों पर गवर्नमेंट ने

रिस्ट्रिक्टर दिया कि आप इसके बारे में बोल भी नहीं सकते चलो देखो यहां पर क्याक है अब थोड़ा सा हम लोग पीछे जाएंगे तो हम लोग को हां चलो यहीं से हो जाएगा नाउ ये देखो यहां पे क्या बोला फंडामेंटल ड्यूटीज एस पर आर्टिकल 51 ए 51a के अकॉर्डिंग हमारे

फंडामेंटल ड्यूटीज क्या है तो फंडामेंटल राइट्स पढ़ा जहां पर आपका फ्रीडम था ड्यूटीज में कुछ रिस्ट्रिक्शन है जैसे कि ये देखो वी नीड टू फॉलो आवर कांस्टिट्यूशन बोला ड्यूटी है आपको अपना कांस्टिट्यूशन फॉलो करना पड़ेगा आप इधर उधर नहीं जा सकते उसके बाद में क्या बोला रिस्पेक्ट आवर

नेशनल फ्लैग नेशनल एंथम आप किसी भी कीमत पर नहीं बोल सकते कि आपका नेशनल फ्लैग खराब है और आपका जो नेशनल एंथम है वह हमारा गलत है यह नहीं होगा सो ड्यूटीज में क्या किया गया यह जो ऐड किया गया 51a को उसमें यह सारी बातें बोली गई कि आपको इन बातों का

भी ध्यान रखना पड़ेगा जैसे फ्रीडम है आप कुछ भी खा सकते हो आप कुछ भी बना सकते हो आपको जो करना है करो बोला यह देखो यहां पे प्रोटेक्ट द एनवायरमेंट ऑफ अ कंट्री ड्यूटी है आपका आप जो करना है करो बट अ हमारा एनवायरमेंट क्या नहीं होना

चाहिए खराब नहीं होना चाहिए अगर खराब होगा तो गवर्नमेंट उसके खिलाफ में क्या लेगी एक्शन लेगी क्लियर हुआ उसके बाद प्रिजर्व द कल्चर ऑफ द कंट्री हमारा कल्चर है आप इस कल्चर को खराब नहीं कर सकते सो इस तरीके से गवर्नमेंट ने क्या किया फंडामेंटल ड्यूटीज को लेकर के आए डन है तो

एक है फंडामेंटल राइट और एक है फंडामेंटल ड्यूटीज क्लियर हुआ यहां पे नाउ शुड फॉलो द आइडियल ऑफ द फ्रीडम स्ट्रगल यानी कि जिन लोगों ने फ्रीडम में यानी देश की आजादी में पार्टिसिपेट किया था हमें उनका क्या करना चाहिए उनका आइडल मानना चाहिए उनके खिलाफ में बुरा भला नहीं बोलना चाहिए आप

लोग बोल देते हैं बात अलग है ले किसी दिन अगर आप लोग सही जगह पर बोलेंगे तो आपके खिलाफ में एक्शन लिया जा सकता है सो यह क्या है ड्यूटीज है जो आपको फॉलो करने पड़ेंगे तो फंडामेंटल राइट्स क्लियर हुआ फंडामेंटल राइट्स में लिखा गया है क्या-क्या कर सकते हैं और फंडामेंटल

ड्यूटीज में यह बताया गया है कि आप क्या-क्या कर सकते हैं और क्या-क्या नहीं कर सकते उसके बात देखो इट इज द ड्यूटी ऑफ एवरी पेरेंट टू सेंड देयर चिल्ड्रन बिटवीन द 16 टू 14 स्कूल में भेजना है यानी आपका ड्यूटी है कि आप अपने बच्चे को अगर उसका

एज छ से लेकर के 14 साल है तो आपको उसको स्कूल में भेजना पड़ेगा आप ये नहीं बोल सकते कि मेरा राइट है हम अपने बच्चे को भेजे चाहे ना भेजे नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं नहीं चलेगा आप अपने बच्चे को भेजे चाहे नहीं भेजे 14 साल के ऊपर हो जाए

तब आप ये डिसीजन ले छ से लेकर के 14 साल तक आपको अपने बच्चे को स्कूल में भेजना पड़ेगा क्लियर है क्या डाउट है सबका होप सो आप सभी के क्लियर हो रहे होंगे मैंने अपना 100% देने का कोशिश किया उन क्वेश्चंस को पढ़ाने का आपको कोशिश किया

जो एग्जाम हल में सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है और इस तरीके से मैंने आपका मैक्सिमम क्वेश्चन कवर करने का भी कोशिश किया सो अब यह वाला भी आपका क्लियर हो जाएगा देख लो क्या था मेंशन द फ फंडामेंटल ड्यूटीज इन इंडिया एस पर द आर्टिकल 51 तो जो क्वेश्चन हमने वहां पढ़ा वही क्वेश्चन

यहां भी दिया गया है देखो सेम सेम क्वेश्चन है डन है तो आप वह क्वेश्चन और यह क्वेश्चन एक साथ मिलाकर पढ़ लोगे चलो वेरी गुड यह क्वेश्चन एक बार देख लो डिस्कस द सिग्निफिकेंट ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज 10 मार्क्स का क्वेश्चन है ठीक है एग्जाम में आने के क्वेश्चन बहुत ज्यादा चांसेस हैं

बहुत ज्यादा क्या बोला सिग्निफिकेंट ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज क्या-क्या इंपॉर्टेंस है तो देखो यह वर्ड को देखो ज्यादा समझ में आएगा एक्टिव पार्टिसिपेशन इन नेशनल बिल्डिंग जब देश की बात आए तो हम सभी को आगे आकर के अपना अपने आप को प्राउड फील करते हुए हम सभी को देश को आगे बढ़ाना है

ठीक है इसीलिए फंडामेंटल ड्यूटीज को लाया गया कि आप अपने नेशनल एंथम का अपमान ना करें आप अपने नेशनल फ्लैग का अपमान ना करें प्रमोशन ऑफ डिसिप्लिन एंड कमिटमेंट फंडा ऐसा कोई काम ना करें जिससे एनवायरमेंट को तकलीफ हो सो इस तरीके से गवर्नमेंट ने बनाया फंडामेंटल ड्यूटीज ताकि देश को हानी सब

सभी आदमी को अपना ड्यूटीज पता हो अपने रिस्पांसिबिलिटी पता हो जब जब देश की बात आए तो सभी लोग एक साथ आगे बढ़े ठीक है चलो बैलेंस बिटवीन द राइट एंड रिस्पांसिबिलिटी ड्यूटीज को क्यों बनाया गया ताकि आपको यह भी पता हो कि आपका राइट

क्या है और आपको यह भी पता हो कि आपका रिस्पांसिबिलिटी क्या है आप अपने बेटे को बहुत प्यार करते हो आप चाहते हो कि आपका बेटा खुश रहे अच्छे से रहे ये आपके राइट्स है लेकिन आपका यह रिस्पांसिबिलिटी भी है कि आप अपने बच्चे को स्कूल भेजे ठीक है

चलो उसके बाद गार्ड अगेंस्ट एंटी सोशल एक्टिविटी आप भाई रास्ता में बॉम लेकर नहीं घूम सकते ठीक है आपका राइट है कि आप खाना का पैकेट लेकर घूम सकते हो कुछ भी कर लेकर के घूम सकते हो लेकिन आप कुछ ऐसा एक्टिविटी नहीं करोगे जिससे देश को हाम हो

वहां के रहने वाले लोगों को परेशानी हो तो आप जो है बम लेकर नहीं घूम सकते उसके बाद रिइंफोर्समेंट ऑफ नेशनल आइडेंटिटी इन अ डावर्स कंट्री लाइक इंडिया फंडामेंटल ड्यूटी टू प्ले अ क्रुशल रोल इन रिइंफोर्सिंग द नेशनल आइडेंटिटी दे रिमाइंड सिटीजन ऑफ द शेयर्ड वैल्यू एंड द प्रिंसिपल दैट

बाइंडर रीजनल और कम्यून डिफरेंस क्या बोला कि आप कहीं भी जाओ तो अपने देश के आइडेंटिटी को बताओ कि आपका देश क्या है जैसे आप समझाते हो कि हम इंडिया के रहने वाले हैं यहां इतने धर्म के लोग रहते हैं हम लोग अच्छे से रहते हैं तो भैया यह आपके

ड्यूटीज है कि आप दूसरों के सामने अपनी कमियां ना गिना हो और आप दूसरे के सामने अपने आप को हमेशा टॉप पर रखो कि यस हम इंडिया के सिटीजन है ठीक है चलो यह तो था मोटा मोटी मोटा मोटी क्या मैक्सिमम लगभग सारा टॉपिक ही आपका कवर हो गया और इस

तरीके से यह देखो यहां पे फंडामेंटल राइट्स और फंडामेंटल ड्यूटी में डिफरेंस ऑलरेडी बहुत सारी बातें आपको फंडामेंटल राइट्स के बारे में बताई और फंडामेंटल ड्यूटीज के बारे में बताई तो ऑटोमेटिक जो है यह आप लोग जो है आराम से उसी से पढ़ सकते हैं बार-बार एक ही बात को बोलना सही

नहीं है चलो ठीक है एक बार देख लेना यह क्वेश्चन को एक बार क्या बोल रहा है यहां पे ये भी इंपोर्टेंट है सेम क्वेश्चन है अभी हम लोगों ने जो पढ़ा उसी से रिलेटेड है क्या बोला क्रिटिसिजम लिमिटेशंस ऑफ द फंडामेंटल ड्यूटीज सो क्रिटिसिज्म और लिमिटेशन क्या

थे फंडामेंटल ड्यूटीज के तो क्या-क्या थे क्रिटिसिजम और फंडामेंटल ड्यूटीज के क्रिटिसिजम भी हुआ ओबवियस सी बात है जब भी देश में कुछ होता है तो उसके अच्छे होते हैं तो उसका क्रिटिसिजम भी झेलने को पड़ता है सो देखो यहां पर क्या-क्या क्रिटिसिजम झेलना पड़ा देखो सबसे पहला क्या बोला फर्स्ट पॉइंट

नॉन मतलब जस्ट जस्टिस जो है यहां पर देखने को क्या बोला बहुत ज्यादा देखने को नहीं मिला थोड़ा पढ़ते हैं उसके बाद समझ में आएगा वन ऑफ द प्राइमरी क्रिटिसिजम ऑफ द नॉन जबल नेचर ऑफ दिस ड्यूटीज अनलाइक फंडामेंटल राइट व्हिच आर एनफोर्सेबल बाय कोर्ट फंडामेंटल ड्यूटीज लैक लीगल बैकिंग

अब एक और बात बता दे तुमको फंडामेंटल ड्यूटीज बताया तो गया है कि आप यह करो यह मत करो ऐसे करो वैसे करो बट एक बात तुमको और हम समझा दें अगर कभी गलती से आपका हो जाता है तो यह मत समझना कि आपको गवर्नमेंट जो है पनिशेबल करेगी नहीं गवर्नमेंट आपको

समझाए गी कि आपको यह काम नहीं करना चाहिए ठीक है सो इसी चीज को यहां पे बताया कि फंडामेंटल राइट जैसे कि हमारे संविधान में लिखा हुआ है ठीक है फंडामेंटल ड्यूटीज भी लिखा हुआ है लेकिन फंडामेंटल ड्यूटीज को बहुत ज्यादा लीगल बैक पावर नहीं है लीगल

बैक पावर का मतलब है कि मतलब कि अगर कभी गलती कर देते हो तो आपको यह पनिशमेंट है ऐसा लिखा हुआ नहीं है बहुत सारे ड्यूटीज के बारे में बताया गया लेकिन बहुत सारे ड्यूटीज ऐसे भी है जो गवर्नमेंट को बताना चाहिए था जैसे टैक्सेस के बारे में वोटिंग्स के बारे में सरकार

ने उसके बारे में कुछ बताया नहीं तो इस तरीके से बहुत सारे लिमिटेशंस भी देखने को मिले उसके बाद लैक ऑफ अवेयरनेस गवर्नमेंट ने इसको बहुत ज्यादा अवेयर नहीं करवाया अब तुम बोलोगे गवर्नमेंट क्यों अवेयर करवाई करवाना पड़ता है भाई हर चीज अवेयर जब हमारे देश में टॉयलेट नहीं था तो सरकार ने

अवेयर करवाया टॉयलेट बन गया पूरे देश में टॉयलेट बना स्वच्छ भारत अभियान चलाया पूरे देश में हुआ तो हमें ड्यूटीज के बारे में भी बहुत ज्यादा अवेयर नहीं किया गया करवाना चाहिए था ताकि हम इन चीजों को ध्यान रख पाए उसके बाद ओवर एमफसिस ऑन द ट्रेडिशनल वैल्यू क्या किया गया अब देखो

देश हमारा डे बाय डे चेंज हो रहा है राइट एवरी डे हमारा देश जो होता है एवरीडे तो नहीं कुछ सालों के बाद में मॉडर्न होते चल रहा है तो ड्यूटीज में जो फोकस किया गया वह बेसिकली क्या किया गया कि ट्रेडिशनल वैल्यू को दिमाग में रख कर के ड्यूटीज को

बनाया गया मॉडर्न वैल्यूज को भी थोड़ा सा देखना चाहिए था नए एज के लड़के क्या सोचते हैं किस तरीके से सोचते हैं सो यह हो गया आपका लिमिटेशंस ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज ठीक है इस तरीके से जितने आपके इंपॉर्टेंट क्वेश्चंस थे मैंने लगभग सारे क्वेश्चंस आपके कवर कर दिए हैं राइट अब

यहां से मॉडल क्वेश्चन पेपर्स है जो आपको नोट्स मिल जाएगा आप उस नोट्स से इन मॉडल क्वेश्चन पेपर को देख कर के आप रेडी करोगे तो आपका जो कांस्टिट्यूशन का एग्जाम है मेरे को लगता है कि बहुत अच्छा गुजरेगा सो ऑल द वेरी बेस्ट सभी लोग यह मेरा पहला

लाइव मैराथन क्लास था आप लोग की तरह मैं भी थोड़ा सा नर्वस था बट स्टिल मैंने अपना बेस्ट देने का कोशिश किया कि जो मैक्सिमम इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है मैंने उसको कवर करवाया बार-बार बता रहे हैं कांस्टीट्यूशन बहुत बड़ा है बाबू अगर इस परे लेक्चर दिया जाए तो काफी लंबे का मतलब मैंने क्या

बताया पूरे साल भर भी पढ़ाया जा सकता है बट स्टिल ऐसा आपको करवाना था ताकि आपके एग्जाम्स में आप अपने क्वेश्चंस को अटेंप्ट कर पाएं होप सो आपको क्लास अच्छे लगे होंगे सो थैंक यू अगर जरूरत पड़ा तो हम एक क्लास और आपका ऑर्गेनाइज कर वा देंगे आज मैंने जितने ग्रीन क्वेश्चंस थे

जो सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट थे उसको कवर करवाया अगर एक क्लास और ऑर्गेनाइज करता हूं तो जो रेड क्वेश्चंस है वह भी मैं आपका इंपोर्ट मतलब कवर करवा दूंगा डन है सो चलिए ऑल द बेस्ट सभी को मिलते हैं अगर क्लासेस अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें थैंक यू

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