हेलो हेलो हेलो कैसे हो बच्चे लोग कैसे हो बच्चे पार्टी फटाफट से ये लिंक सबको शेयर कीजिए जितने भी कॉलेज ग्रुप है जितने भी फ्रेंड्स ग्रुप है सब को शेयर कीजिए आज होगा धमाल आज होगा धमाल यस आज मजा भी होगा पढ़ाई भी होगा कॉमेडी के साथ पढ़ाएंगे
पूरा का पूरा कांस्टीट्यूशनल वैल्यू को दो घंटा में खत्म कर देंगे यस दोस्तों सच बोल रहा हूं पूरा का पूरा ए टू जड बेसिक के साथ मेरा जो बुक है ये पूरा का पूरा बुक को पढ़ाएंगे साथ में संजीवनी बूटी के क्वेश्चन आंसर्स भी करेंगे कंट वैल्यू आज
हम लोग दो घंटा में खत्म करेंगे पूरा का पूरा कांस्टीट्यूशनल वैल्यू डिटेल एनालिसिस के साथ साथ में आपको रटवा एंगे भी समझाएंगे भी फटाफट से ये लिंक सबको शेयर कर दो स्टार्ट करते हैं अपना कांस्टीट्यूशनल वैल्यू आज और आज ही कांस्टिट्यूशन को खत्म भी कर देंगे इसके
बाद मैं गारंटी देके बोलता हूं आपको कोई दूसरा मैराथन कोई दूसरा रिवीजन कोई दूसरा लेक्चर का रिक्वायरमेंट नहीं पड़ेगा रिजन परपस के लिए यह लेक्चर यह मैराथन लेक्चर आपके लिए बिल्कुल इनफ है बिल्कुल इनफ जहां पर आप ए टू जेड कांस्टिट्यूशन के बारे में
जान जाओगे जो लोग भी आ चुके हु प्लीज अपना हाई हेलो करके लिख दो लिंक फटाफट से शेयर कीजिए हम लोग भी स्टार्ट करने जा रहे हैं कांस्टीट्यूशनल वैल्यूज लिंक शेयर कीजिए फटाफट से लाइक कीजिए लाइक कीजिए शेयर कीजिए जल्दी से हर एक कॉलेज ग्रुप में हर
एक फ्रेंड्स का ग्रुप में ये लिंक पहुंचना चाहिए आज कांस्टीट्यूशनल वैल्यू खत्म कर देंगे हम लोग दोस्तों ठीक है आज हम लोग कांस्टीट्यूशनल वैल्यू खत्म कर रहे हैं तुमने समझा कि नहीं बताओ हां हां करके लिखो आज के हमरा कांस्टिट्यूशन वैल्यू श पर पूरी श स य पर बली स्टूडेंट उनको भी समझाना
पड़ता है आइए शुरू करते है सबसे पहले कांस्टिट्यूशन को तो समझो अपना इंडियन कांट क्या है कौन ड्राफ्ट किया है इसके बारे में तो समझो सबसे पहले आप लोग चैट बॉक्स में लिखेंगे की कांस्टिट्यूशन किसके बदौलत आया है कांस्टिट्यूशन किसकी वजह से आया हैट को ड्राफ्ट किसके चेयरमैनशिप से किया गया
है जल्दी बताइए कमेंट बॉक्स में बताइए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स हमारे जो इंडियन कांस्टिट्यूशन है ना इट वास ड्राफ्टेड बाय द कांस्टिट्यूशन कमेटी अंडर द चेयरमैनशिप ऑफ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर यानी कि कांस्टिट्यूशन को ड्राफ्ट किया गया है बनाया गया है लिखा गया है अंडर द चेयरमैनशिप ऑफ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर
जिसको बाबा साहेब अंबेडकर भी बोलते हैं जिसको बाबा साहेब भी बोलते हैं इनको पूज जाता है बहुत सारे जो एससी एसटी कास्ट के लोग है ना इनको पूजते हैं और सच में ये बहुत महान ज पुरुष डॉक्ट भीमराव अंबेडकर इन्होने पूरा का पूरा कांस्टिट्यूशन प्रेम किया अपने दिमाग में
सोचो तो डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का बहुत बड़ा रोल है इनके चेयरमैनशिप से हीय पूरा का पूरा इंडियन कांस्टिट्यूशन बना है जो कि अभी तक भी एप्लीकेबल है अमर है अजर है इंडियन कांस्टिट्यूशन के अमर है अजर है इसके बंड कोई नहीं जा सकता इसके बंड खुद प्राइम मिनिस्टर नहीं जा सकता प्रेसिडेंट
नहीं जा सकता सबसे बड़ा कांस्टिट्यूशन उसके बाद ही कोई और समझ में आ रहा सबसे बड़ा कांस्टिट्यूशन उसके बाद ही कोई और तो कांस्टिट्यूशन इज अ सुप्रीम लॉ कांस्टिट्यूशन क्या है सुप्रीम लॉ अगर आपको क्वेश्चन पूछे व्हाट इज कांस्टिट्यूशन एग्जामिनेशन में क्वेश्चन पूछेगा व्ट इज कांस्टिट्यूशन सबसे पहला
लाइन चेना कांस्टिट्यूशन इ इज द सुप्रीम लॉ इन इंडिया इट वाज ड्राफ्टेड बाय कांस्टीट्यूशनल कमिटी अंडर द चेयरमैनशिप ऑफ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ओके भैया ये तो समझा दिया कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा ड्राफ्ट किया गया था अब ये समझाइए कि ये अडॉप्ट कब किया गया सो दोस्तों कांस्टिट्यूशन को
अडॉप्ट किया गया 26 नवंबर 1949 को कांस्टिट्यूशन को अडॉप्ट किया गया यानी की कांस्टिट्यूशन को लिखा गया अपनाया गया कब 1949 26 नवंबर जिसको हम लोग नेशनल लॉ डे बोलते हैं जो नेशनल लॉ डे है उसी दिन कांस्टिट्यूशन को अडॉप्ट किया गया अडॉप्ट किया गया और लागू कब से हुआ लागू कब से
हुआ ये बताओ 26 जनवरी 1950 26 जनवरी 1950 जिस दिन हम लोग रिपब्लिक डे मनाते हैं ना दोस्तों जिस दिन हम लोग झंडा बराते हैं और जिस दिन लड़किया लोग गाती है देश रंगीला रंगीला उसी दिन रिपब्लिक डे के दिन हम लोग इंडियन कांस्टिट्यूशन को एप्लीकेबल किए थे इंडियन
कांस्टिट्यूशन एप्लीकेबल हुआ था 26 जनवरी 1950 अडॉप्ट कब किया गया था चैट बॉक्स में लिखो इंडियन कांस्टिट्यूशन अडॉप्ट कब किया गया था फटाफट से लिखो अरे बांगला स्टूडेंट प्लीज फटाफट से लिख जल्दी जल्दी लिखु 26 नवंबर 1949 को अडॉप्ट किया गया था यस आप सही लिख रहे हो सब सही लिख रहा है
26 नवंबर 1949 को अडॉप्ट किया गया था और एप्लीकेबल कब हुआ था अप्लाई कब हुआ था लागू कब हुआ था 26 जनवरी 1950 पूरा का पूरा कांस्टिट्यूशन का डेफिनेशन में ना ये सब सब चीज लिखना है पॉइंट वाइज लिखोगे तो ज्यादा अच्छा है लेकिन एक पैराग्राफ वाइज
ही लिख देना सब कुछ और मैं दोस्तों बता दूं कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया में 448 आर्टिकल्स है 448 आर्टिकल्स है 25 पार्ट्स है एंड 12 शेड्यूल्स है वापस से बताइए 448 आर्टिकल्स और पार्ट्स कितने बताओ चैट बॉक्स में बताओ य 25 पार्ट्स एंड 12 शेड्यूल्स स याद हुआ आपको इंडियन
कांस्टिट्यूशन के बारे में सब कुछ इट वास ड्राफ्टेड बाय द कांस्टिट्यूशन कमिटी अंडर द चेयरमैनशिप ऑफ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अडॉप्ट कब किया गया था ये मतलब की 26 नवंबर 1949 को अडॉप्ट किया गया था एप्लीकेबल कब किया गया था लागू कब हुआ था कांस्टिट्यूशन बताओ चैट बॉक्स में बताओ
लागू कब हुआ था कांस्टिट्यूशन बताओ जल्दी जल्दी बताओ जल्दी जल्दी बताओ याद करवा रहे हैं 26 जनवरी 1950 किस दिन के दिन रिपब्लिक डे के दिन जिस दिन लड़किया लोग डांस करती हैकल में देश रंगीला रंगीला और और य पर म लड़के लोग लड्डू लेने में बिजी
रहते है लड्डू लेने में बिजी रहते है सिंपल सा बात है है ना स्कूल की याद अभी तक ताजा है ना तुम्हारी आ जाओ इसके बाद कितने आर्टिकल है कांस्टिट्यूशन में बताओ कितने आर्टिकल्स है कांस्टिट्यूशन में 48 आर्टिकल्स उसके बाद 25 पार्ट एंड शड 48 25 पार्ट 12 शेड्यूल्स क्लियर है इंडियन कांस्टिट्यूशन
क्लियर है क्लियर है क्लियर है क्लियर है बताओ सब चैट बॉक्स में लिखो चैट बॉक्स में लिखो डाउट सॉल्व चैट बॉक्स में ही करूंगा लिखो फटाफट से चैट बॉक्स में लिखो क्लियर है कि नहीं बताओ आगे बढ़ते हैं फिर ठीक है आगे हम बढ़ते हैं फिर ओके अब आपका सेकंड क्वेश्चन
आएगा व्ट आर द सिक्स फंडामेंटल राइट्स छ फंडामेंटल राइट क्या है एक्सप्लेन करो एक एक को आपको क्वेश्चन में पूछ लेगा व्ट आर द सिक्स फंडामेंटल राइट एक्सप्लेन ईच ऑफ देम यानी कि हमको ना इंडियन कांस्टिट्यूशन के हिसाब से कुछ अधिकार मिले हुए हैं इंडियन सिटीजन को भारत के नागरिक को भारत
के नागरिक तुम हो ना अधिकार मिले हुए हैं हमको इंडियन कांस्टिट्यूशन के हिसाब से बहुत सारे अधिकार मिले हुए हैं छह राइट्स मिले हुए हैं वो छह राइट्स कौन से हैं जरा बताइए भैया डिटेल्स में बताइए वो छह राइट्स कौन से हैं तो वो छह राइट्स पार्ट
थ्री के अंदर आता है आपको लिखना पड़ेगा अगर क्वेश्चन में आया व्हाट आर द सिक्स फंडामेंटल राइट्स तो लिखना पार्ट थ गारंटी पार्ट थ क्या म गटी सिक्स फंडामेंटल राइट सबसे पहला राइट राइट ऑफ इक्वलिटी यानी कि सब समान है कोई जाति धर्म कोई नहीं है इंडिया में सारा का सारा
रिलीजन को रिस्पेक्ट करना है और सारा का सारा रिलीजन जाति पाति सब सेम है सब सेम राइट ऑफ इक्वलिटी आर्टिकल 14 से लेके आर्टिकल 18 तक दिया हुआ है मैं दोस्तो बताऊ राइट ऑफ इक्वलिटी जो है व आर्टिकल से लेक आर्टिकल 18 तक दिया हुआ है इसके बाद
बोलना राइट ऑफ फ्रीडम राइट ऑफ फ्रीडम हमारे पास पूरी आजादी है हम लोग कहीं भी घूम किसी के साथ भी घूमे कहां घूमे कहां जाए कोई फर्क नहीं पड़ता दूसरा कोई इंटरफेयर नहीं करेगा हमारे लाइफ में राइट ऑफ फ्रीडम के बारे में आर्टिकल नंबर 19 से
लेके आर्टिकल नंबर 22 तक दिया हुआ है याद कीजिए जल्दी जल्दी राइट ऑफ इक्वलिटी के बारे में आर्टिकल नंबर 14 से 18 तक दिया हुआ है दोस्तों और राइट ऑफ फ्रीडम के बारे में आर्टिकल नंबर 19 से लेकर 22 तक दिया हुआ है क्लियर है इसके बाद देखिए राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन कोई हमें
एक्सप्लोइट नहीं कर सकता कोई हमें टॉर्चर नहीं कर सकता इस सब चीज के बारे में आर्टिकल नंबर 23 एंड 24 कहता है सब चीज के बारे में डिटेल्स में पढ़ेंगे दोस्तों आप एकदम टेंशन मत कीजिए बस आप अभी राइट्स याद कीजिए राइट्स इसके बाद राइट्स ऑफ फ्रीडम
ऑफ रिलीजन रिलीजन के बारे में यानी कि सारे के सारे रिलीजन हम लोग प्रोफेस कर सकते हैं प्रोपेट कर सकते हैं हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब मेरे भाई भाई हमको अगर हिंदू बनना रहेगा हम हिंदू बनेंगे हमको अगर मुस्लिम बनना रहेगा मुस्लिम बनेंगे हमको अगर सिख बना रहेगा सिख बनेंगे
जैन बनना रहेगा जैन बनेंगे कोई मैटर नहीं करता तुम कौन सा धर्म को फॉलो करते हो तुम इंडियन कहलाओगे तुम्हारे पास पूरा का पूरा फ्रीडम है तुम कोई भी रिलीजन को फॉलो करो ये आर्टिकल नंबर 25 से लेकर 28 तक दिया हुआ है क्लियर है इसके बाद कल्चरल एंड
एजुकेशनल राइट पढ़ाई लिखाई का राइट पढ़ाई लिखाई का राइट आर्टिकल नंबर 29 एंड आर्टिकल नंबर 30 बताता है कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट एंड सबसे लास्ट राइट ऑफ कांस्टिट्यूशन रेमेडी आर्टिकल नंबर 32 बताता है आप बताओगे कि भैया 31 कहां गया तो 31 हट गया रिपील हो गया 31 का जो
आर्टिकल था वो हट गया अब हट गया तो छोड़ो ना भाई अच्छा हुआ तुम्हारा सिलेबस कम गया अच्छा हुआ तुम्हारा सिलेबस कम गया अब देखो एग्जामिनेशन में एक एक राइट के बारे में पूछ सकता है समझ रहे हो चैट बॉक्स में लिखो एग्जामिनेशन में ना एक एक राइट के
बारे में पूछ सकता है याद करो पार्ट थ्री गारंटी सिक्स फंडामेंटल राइट सबसे पहला राइट बताओ राइट ऑफ इक्वलिटी राइट ऑफ इक्वलिटी चैट बॉक्स में सारा का सारा राइट लिखो लिख लिख के याद करो चैट बॉक्स में लिख याद करो चैट बॉक्स में धुआ धुआ हो
जाना चाहिए सारा का सारा राइट्स लिखो चैट बॉक्स में राइट ऑफ इक्वलिटी कितने आर्टिकल से कितने आर्टिकल तक है आर्टिकल 14 से लेक 18 तक राइट ऑफ फ्रीडम कितने आर्टिकल से कितने आर्टिकल तक है 19 से लेक 22 राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन कितने आर्टिकल से लेक कितने आर्टिकल तक है आर्टिकल नंबर 23
आर्टिकल नंबर 24 राइट ऑफ फ्रीडम ऑफ रिलीजन कितने आर्टिकल से लेके कितने आर्टिकल तक है आर्टिकल नंबर से आर्टिकल नंबर 28 कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट कितने आर्टिकल तक है कल्चरल ए एजुकेशनल राइट एंड लास्ट हम लोग पढे है राइट ट्यूशन रेडी यानी अगर आपको यह सब सारा राइट अगर
नहीं मिले ना तो आप कंपलेन कर सकते हो य आर्टिकल के द्वारा य आर्टिकल नंबर 3 बोलता है अगर आपको ऊपर दिया हु कोई भी राइट का एक्सेस नहीं मिल पा रहा है तो आपको न्याय मिलेगा आपको न्याय मिलेगा य आर्टिकल ं बोलता है आइए एक करके सब कुछ पढ़ेंगे
विस्तार में पढ़ेंगे क्या मजा आ रहा है बंगाली स्टूडेंट मौजा मौजा आ सॉरी दोस्तों हम हमको थोड़ा मतलब कि बंगाली में इशू है तो बंगाली हम नहीं बोल पाते हैं भूल हो तो माफ कीजिएगा लेकिन ट्राई कर रहे हैं ट्राई कर रहे बंगाली स्टूडेंट को भी समझाने का ठीक है तो देखिए
छह राइट्स दिया हुआ है राइट ऑफ इक्वलिटी राइट ऑफ फ्रीडम राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन राइट ऑफ फ्रीडम ऑफ रिलीजन कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट एंड राइट ऑफ कांस्टीट्यूशनल रेमेडी छह राइट्स दिया हुआ है ओके अब सबसे पहले हम लोग स्टेट के बारे में पढ़ेंगे इसके बाद य सारे राइट के बारे
में विस्तार रूप में पढ़ेंगे विस्तार रूप में स्टेट किसको बोलते है अब ये बताओ स्टेट किसको बोलते है चट बक्स में लिखो स्टेट किसको बोलते स्टेट मतलब आप क्या समझते हो क्या समझते हो तुम स्टेट का मतलब राज्य वेस्ट बल को स्टेट समझते हो क्या तुम अभी तक स्टेट मतलब क्या होता है
बताओ स्टेट का डेफिनेशन आर्टिकल 12 दिया हुआ है स्टेट मतलब होता है पार्लियामेंट एंड गवर्नमेंट ऑफ इंडिया लेजिसलेटिव ए गवर्मेंट ऑ चच अदर ए ल लोकल और अदर अथॉरिटी मतलब स्टेट मतलब पूरा का पूरा गवर्नमेंट को ही स्टेट बोला जाता है पूरा गवर्नमेंट को ही और गवर्नमेंट के जो भी
इंस्टिट्यूशन है सबको हम स्टेट ही रिप्रेजेंट करेंगे सबको क्या बोलेंगे स्टेट ही स्टेट का मतलब है गवर्नमेंट स्टेट का मतलब है गवर्नमेंट ओके तो पार्लियामेंट को आप स्टेट बोल सकते हो अब गवर्नमेंट ऑफ इंडिया को स्टेट बोल सकते हो लेजिसलेटिव को स्टेट बोल सकते हो एंड गवर्नमेंट ऑफ ईच अदर हर
आप हर गवर्नमेंट को स्टेट बोल सकते हो हर एक गवर्नमेंट स्टेट है मतलब कि सीधा सा बात है जितना भी गवर्नमेंट है सबको स्टेट ही बोलोगे आप स्टेट माने होता है पूरा का पूरा गवर्नमेंट ठीक है और गवर्नमेंट के जितने भी इंस्टिट्यूशन है जितने भी अथॉरिटीज है
सबको आप स्टेट ही बोलोगे सिंपल सा बात है स स्टेट्स में लोकल अथॉरिटीज भी इंक्लूडेड रहते हैं जैसे कि डिस्ट्रिक्ट बोर्ड विलेज पंचायत एंड मसिप उनको भी आप स्टेट ही बोलोगे ए अदर अथॉरिटीज मतलब जो अदर अथॉरिटीज क्रिएट किया गया है कांस्टिट्यूशन के द्वारा उनको भी आप स्टेट
ही बोलोगे बस स्टेट समझना था आपको स्टेट का पाच मार्क्स का डेफिनेशन आ भी सकता स पोर्टेंट नहीं है बस समझना था स्टेट माने गवर्नमेंट स्टेट माने क्या गवर्नमेंट स्टेट माने क्या गवर्नमेंट लिखो लिख चट बक्स में लिख स्ट माने क्या वेट कर रहा चट बक्स में लिख स्ट माने क्या स्टेट मतलब
क्या लिखो चट बक्स में फटाफट प्लीज बंगाली स्टूडेंट लिख स्टेट माने हो गवर्नमेंट स्टेट माने होरा गवर्नमेंट ओके ओके जी ओके ओके ओके अब आइ नेक्स्ट पढ़ते प्रल टशन ऑफ इंडिया अब हिंदी मीडियम या बली मीडियम पढ़ते होंगे ना तो सबसे पहला वाला में लिखा होता था कभी क्या प तुमने
सबसे पहला वाला पेज में प्रल टशन ऑ इंडिया लिखा रता था क्या तुमने कभी पढ़ बताइ जल् बताइए जल्दी बता कमेंट कीजिए क्या आपने कभी प्रल पढ़ है आज तक अच्छे से इसलिए अभी पढ़ना पड़ रहा है व पढ़ रखते तो नहीं पढ़ना पड़ता ओके प्रल में बहुत सारे वड लिख रते
व एे आपको ठीक है इन सारे वर्ड्स के ऊपर पाच पाच मार्क्स का आंसर लिखने बोलेगा आपको यानी बोल देगा सन के बारे में लिखिए सोशलिस्ट के बारे में लिखिए सेकुलर के बारे में लिखिए डेमोक्रेटिक के बारे में लिखिए वो लरे हम लोग 20 मिनट्स रिजन में
कंप्लीट कर चुके हैं लेकिन आज भी कंप्लीट कराएंगे आप टेंशन मत कीजिए सबसे पहले समझाने दो मुझे प्रल दोस्तो प्रल ऑफ कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया में पूरा का पूरा कांस्टिट्यूशन को शर्ट में लिखा गया है पूरा का पूरा कांट को समरा वे में लिखा गया है समरा वे में लिखा गया है कुछ कुछ
वर्ड यूज किया गया है ठीक है सबसे पहले बात करते हैं सर्जन सर्जन मतलब हमारा हमारा जो देश है वो आजाद है हमारा जो देश है हमारा जो कंट्री है वो आजाद है किसी का गुलाम नहीं है आज के दिन में हमारा देश जो
है व आजाद है किसी का भी गुलाम नहीं है और ना कभी होगा हम लोग जो लॉ बनाते हैं ना हम लोग जो कानून बनाते हैं वो अपने से बनाते हैं हम लोग किसी का देख के नहीं बनाते या कोई हमारा कानून नहीं बना के देता है हम लोग
खुद ही ल बनाते हैं हम लोग खुद ही अपनी कंट्री को रेगुलेट करते हैं कोई दूसरा रेगलेट हमारे कंट्री को नहीं करता है समझे समझ में आ रहा है तो सजन मतलब क्या आजाद पिे हम लोग आजाद पिे मेरा देश आजाद हैको क्या बोलेंगे सन इसको क्या बोलेंगे सजन
सजन का डेफिनेशन बताओ के बारे में लिख चट बक्स में फटाफट सेन मतलब क्या इंडिपेंडेंट कंट्री हमारा कंट्री है व इंडिपेंडेंट है ओके आ सोशलिस्ट सोशलिस्ट पते सोशलिस्ट मतलब इन पॉलिटिक्स ल बी फेवर ऑफ कंट्री सो मतलब सामाजिक जो भी सामान अवेलेबल है फूड सेल्टर हाउसिंग सबके लिए अवेलेबल होना
चाहिए ऐसा नहीं है कि कोई एक पर्टिकुलर इंसान के लिए अवेलेबल हो आप कंट्री के लिए काम करोगे आप कंट्री के फेवर में हमेशा काम करोगे आप किसी और के लिए काम नहीं करोगे ठीक है इसका मतलब जो फूड क्लोथिंग शेल्टर या बेसिक फैसिलिटी जो आपको मिल रही
है वो सबको मिलनी चाहिए मान लो कि फूड का दाम हो गया लाख तो तुम खरीदोगे फूड खाना खरीद पाओगे अफर्ड कर पाओगे मान लो एक छोटा सा घर का दाम हो गया एक करोड़ तो क्या खरीद पाओगे तुम तो सोशलिस्ट मतलब हो गया सामाजिक यानी कि वो सब सारे रिसोर्सेस का
प्रबंध करना जो सब सारे रिसोर्सेस सारे के सारे लोगों को अवेलेबल मिले सारे के सारे लोगों को अवेलेबल मिले इसके बाद वाला वर्ड आता है सेकुलर सेकुलर मतलब कोई एक पर्टिकुलर रिलीजन का कोई नहीं है इस देश में इस देश में सारे के सारे जाति सारे के
सारे रिलीजन धर्म सब कुछ सेम है सब कुछ सेम है या इस देश में सिर्फ हिंदू को इंपोर्टेंस नहीं मिलेगा या इस देश में सिर्फ मुस्लिम को पोर्टें नहीं मिगा देश सबका है हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब भाई भाई के तरह रहेंगे इस देश में इसको हम लोग
बोलते हैं सेकुलर और सेकुलर वर्ड प्रबल में इंट्रोड्यूस किया गया है प्रबल ऑफ मतलब कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया समझ में आ रहा है इसके बाद डेमोक्रेटिक डेमोक्रेटिक का अगर शर्ट मीनिंग आपको बताया तो डेमोक्रेटिक का मतलब होता है गवर्नमेंट इ ऑफ द पीपल मतलब गवर्नमेंट पीपल का है और पीपल के लिए है
और पीपल ही इलेक्ट होता है उसम इलेक्टेड बाय द पीपल मतलब सीधा सा बात है लोगों केलिए ही ये गवर्नमेंट है लोग ही चुनता है गवर्नमेंट को सरकार अपने आप से चुन के नहीं आ जाती है ठीक है जैसे राजीव गांधी का राजीव गांधी का बेटा राहुल गांधी है
क्या वो प्रधानमंत्री बन गया क्या क्या वो प्रधानमंत्री बन गया क्या नहीं ना तो गवर्नमेंट लोग ही चुनेंगे आप लोगों प ही सब कुछ है सिंपल सा बात है आप लोग जो वोट देते होय कंट्री के सिटीजन जो वोट देते हैं ना उसी से हम लोग गवर्नमेंट को चुनते
हैं इसको बोलते है डेमोक्रेटिक कंट्री इसको क्या बोलते है डेमोक्रेट एक कंट्री इसके बाद देखिए रिपब्लिक मतलब हो गया रिपब्लिक मतलब हो गया जो गवर्नमेंट जो चुना जाता है जो गवर्नमेंट जो चुना जाता है वो अनऑफिशियली नहीं चुना जाता है ऑफिशियल चुना जाता है डायरेक्टली और इनडायरेक्टली उसको पीपल ही चुनते हैं
डायरेक्टली और इनडायरेक्टली उसको पीपल ही चुनते हैं उसको हम लोग ही चुनते हैं गवर्नमेंट को हम लोग ही चुनते हैं यानी नरेंद्र मोदी जो बैठा हुआ है अी प्राइम मिनिस्टर का कुर्सी पे हम लोग ही चुन के दिए है तभी वो बैठे हुए हैं हमारे प्रधानमंत्री जो बैठते हैं हम लोग ही
चुनते हैं वो तभी बैठे हुए हैं सिंपल सा बात है मुख्यमंत्री जो बैठे हुए हम लोग चुने है तभी वो बैठे हुए हैं हम लोगों के वजह से ही गवर्नमेंट है ठीक है ओके इसके बाद बात करते जस्टिस जस्टस मतलब जस्टिस मतलब क्या हु न्याय न्याय
आपको सोशल रूप से भी मिल सकता है इकोनॉमिक एंड पॉलिटिकल सब कुछ को डिटेल में समझाएंगे आप टेंशन मत लो सब डिटेल्स में समझाएंगे अभी आपका मतलब समझा रहे हैं क्या मजा आ रहा है आपको बोलो ना बाबू बोलो ना शेयर करो लिक यह लिंक को तुम क्यों शेयर
नहीं कर रहे हो मजा आ रहा है जल्द लिखो जोश खत्म हु जोश खत्म हो गया इतना जल्दी नहीं जोश मत खत्म करो दोस्तों अभी तो बहुत मजा कराएंगे रुको इसके बाद बात करेंगे लिबर्टी लिबर्टी मतलब आपके पास फ्रीडम ऑफ थॉट है आप कुछ भी सोचो यार कुछ भी म सोचो
आप अपने मन में गंदे गंदे ख्याल भी सोचते हो अच्छे अच्छे ख्याल भी सोचते हो क्या आपको पकड़ के कोई लेके क्या नहीं ना फ्रीडम ऑफ थॉट्स हम कुछ भी सोच सकते हैं हम कुछ भी कर सकते हैं हम किसी को भी मान सकते हैं हम किसी को भी पूछ सकते हैं मेरा
मर्जी भाई हमको भगवान को पूजना है भगवान को पूजेंगे हमको अल्लाह को पूजना है अल्लाह को पूजेंगे हम कोई दूसरा धर्म को फॉलो करना है हम दूसरा मतलब धर्म को फॉलो करेंगे ये मेरा लिबर्टी है यह मेरी मर्जी है हम फ में कोई भी पोस्ट करेंगे यह मेरा
मर्जी है सिंपल सा बात हैय लिबर्टी देता है आपको लेकिन हा किसी के विरुद्ध नहीं होना चाहिए किसी के विरुद्ध नहीं होना चाहिए किसी के बारे में गलत मत फैलाओ किसी के बारे में गलत मत बोलो गलत तरीके से मत बोलो किसी के बारे में ठीक है इसका मतलब य
नहीं तुम प्रधानमंत्री को गाली दे दिए उस उस पोजीशन को रिस्पेक्ट देना पड़ेगा इसका मतलब ये नहीं कि तुम स्टेट गवर्नमेंट को गाली दे दिए नहीं यह सब आप नहीं कर सकते आप हर कुछ कीजिए लेकिन मर्यादा में रह के लिमिट में रह के भाई लिमिट में रह के अपना
देश के विरुद्ध कभी मत जाना अपने देश के विरुद्ध या देश के चे ऊचे पोजीशन में बैठे हुए हैं उनके विरुद्ध भी कभी नहीं जाना है ठीक है यह लिबर्टी है ये लिबर्टी को आप पीसफुली कीजिए सिंपल सा बात है अच्छे से बात कीजिए इक्वलिटी इक्वलिटी यानी की
स्टेटस और अपॉर्चुनिटी से आपको इक्वलिटी मिले सिपल बात है आप इक्वल हो आपको भी स्कूल में पढ़ने का मौका मिले शाहरुख खान का बेटा को भी स्कूल में पढ़ने का मौका मिले ऐसा अगर होता कि सिर्फ शाहरुख खान का बेटा स्कूल में पड़ता हम लोग मजदूरी करते
तो क्या चलता बताइए बताइए कमेंट बक्स में बताओ भाई इक्वलिटी अगर इस देश में नहीं रहता तो क्या चलता बताओ तो क्या ठीक होता आज यहां पर गवर्नमेंट स्कूल भी है प्राइवेट स्कूल भी है तब ना हम लोग एजुकेट हो पा रहे हैं जो
मिडिल क्लास के लोग है जो ड़ गरीब लोग है वो लोग भी एजुकेट त हो पा रहे क्योंकि इक्वलिटी है रहना चाहिए नहीं है तोई दिक्कत है दिक्कत है और लास्ट में फटी फटी मतलब भाईचारे के साथ रहो हर धर्म के लोगों को रिस्पेक्ट करो भाई हर धर्म के लोगों को रिस्पेक्ट
करो हर धर्म के लोगों को रिस्पेक्ट करो भाईचारे बना के रखो और तुम उसका काम आ वो तुम्हारा काम आएगा सिंपल सा बात है तुम उसका काम आओ वो तुम्हारा काम आएगा ये सब सारे वर्ड आपको अभी शर्ट में समझा दिए आइए नेक्स्ट पढ़ेंगे राइट ऑफ इक्वलिटी तो
दोस्तों कैसा लग रहा है सेशन प्लीज एक बार कमेंट कर दो प्लीज सबको बुलाओ शेयर करो लिंक शेयर करो हर एक कॉलेज ग्रुप में शेयर करो अच्छा लग रहा है तो शेयर करो शेयर करो एक बार प्रिंबल का ना सारा का सारा वर्ड लिखो तो एक बार चैट बॉक्स में एक बार
प्रिंबल का सारा का सारा वर्ड लिखो याद हो जाएगा कौन-कौन सा वर्ड है जितना वर्ड है लिखो प्रिंबल का जितना भी वर्ड है लिखो क्या क्या वर्ड है सर्जिन क्या है उसके बाद सोशलिस्ट सेकुलर डेमोक्रेटिक रिपब्लिक जस्टिस लिबर्टी इक्वलिटी फटी ये सारे वर्ड्स लिखो एक बार एक एक वर्ड करके लिखो
लेकिन लिखो लिखो लिखो लिखो लिखते लिखते याद होगा लिखते लिखते याद होगा ठीक है याद करवा रहे आज याद करवा रहे हैं ओके आइए नेक्स्ट नेक्स्ट हम लोग पढ़ेंगे राइट ऑफ इक्वलिटी समानता का अधिकार राइट ऑफ इक्वलिटी मतलब समानता का अधिकार अगर हम लोग य मतलब बंगाली में मतलब
बोले तो स समान स समान स समान ठीक आर्टिकल 14 से लेके आर्टिकल 18 तक राइट ऑफ इक्वलिटी का बात करता है राइट ऑफ इक्वलिटी का बात करता है इसका मतलब लॉ के लिए सब सेम है कानून के लिए सब सेम है सब इक्वल है सबको इक्वल प्रोटेक्शन मिलेगा मेरे को
इक्वल प्रोटेक्शन मिलेगा तो प्रधानमंत्री को भी इक्वल प्रोटेक्शन मिलेगा अगर उसको प्रधानमंत्री को इक्वल प्रोटेक्शन मिल रहा है तो मेरे को भी प्रोटेक्शन मिलेगा मेरा जान प कभी मान लो खतरा आए तो पुलिस मेरे को भी मतलब प्रोटेक्शन देगी एक नॉर्मल इंसान भी प्रोटेक्शन ले सकता है पुलिस से
ठीक है चलिए आइए स्टेट गवर्नमेंट शल नॉट ला टू एनी पर्सन इक्वलिटी बिफोर द ल एंड इक्वल प्रोटेक्शन ऑफ लॉ विथ इन द मतलब की इंडिया ठीक है इंडिया के अंदर जो भी रहता है उनको प्रोटेक्शन मिलके रहेगा ठीक है उनको प्रोटेक्शन मिलके रहेगा उनको इक्वलिटी मिलके रहेगा गवर्नमेंट गवर्नमेंट
आपके साथ डिस्क्रिमिनेशन नहीं कर सकता कभी गवर्नमेंट कभी ये नहीं बोलता कि हिंदू ग्रेट है मुस्लिम ये है मुस्लिम वो है ऐसा नहीं सबको प्रोटेक्शन मिलेगा सबको प्रोटेक्शन देना पड़ेगा सबको इक्वलिटी देना पड़ेगा सबको अपॉर्चुनिटी देना पड़ेगा तभी तो वो राइट ऑफ इक्वलिटी है अब आइए पढ़ते हैं आर्टिकल 14 क्या बोलता है
आर्टिकल 14 जैसे कि आप लोगों को पता है राइट ऑफ इक्वलिटी आर्टिकल 14 से लेके आर्टिकल 18 तक लिखा गया है जरा याद कीजिए राइट ऑफ इक्वलिटी के बारे में जरा आप मेरे साथ याद कीजिए अच्छा मैं बता दूं राइट ऑफ इक्वलिटी पाच मार्क्स का अगर आएगा तो आपको
वहां पे सिर्फ आठ लाइन लिखने हैं आठ न लाइन लिख देना यानी कि हर एक आर्टिकल को एक एक लाइन में एक एक लाइन में समझा देना ना यार एक एक लाइन में समझा देना ओके सबसे पहले आइए आर्टिकल नंबर 14 क्या बोलता है आर्टिकल नंबर 14 बोलता है कि ब्राह्मण
छत्रिया वैस सुद्रास कुछ नहीं है इस देश में इस देश में सिर्फ इंडियन है अब कोई क्लास लेजिसलेशन नहीं होगा आर्टिकल 14 बोलता है फॉर बिड्स क्लास लेजिसलेशन यानी कि कोई जात पाति नहीं होगा कोई जाति पाति नहीं होगा ठीक है तो आर्टिकल 14 क्या बोलता है फॉर बिट्स क्लास
लेजिसलेशन इसके बाद आप लिखिए आर्टिकल नंबर 15 क्या बोलता है आर्टिकल नंबर 15 बोलता है प्रोहिबिशन ऑफ डिस्क्रिमिनेशन इन द ग्राउंड्स ऑफ रिलीजन यानी कि कभी रिलीजन का भेदभाव नहीं होगा जैसे कि ये ये देखो ये हिंदू है ये मुस्लिम है ये सिख है ये ईसाई हिंदू है तो उसको अपॉर्चुनिटी दो
मुस्लिम है तो उसको पटी दो ऐसा नहीं होगा सबको समानता का अधिकार है सबको इक्वलिटी प्रोवाइड किया जाएगा जो अपॉर्चुनिटी हिंदू को मिल रहा है वही अपॉर्चुनिटी मुस्लिम को भी मिलेगा वही अपॉर्चुनिटी सि को भी मिलेगा वही पटी बाबू सोना को भी मिलेगा अगर तुम कैपेबल हो तुम इंटेलिजेंट हो तो
तुमको अपॉर्चुनिटी मिलेगा अब है बल बुद्धि उसको क्या अपॉर्चुनिटी मिलेगा बल बुद्धि हो तुम तो तुमको क्या पटी मिलेगा भाई फिर नहीं एप्लीकेबल है तुम्हारे लिए ठीक है ऐसा मत बोलना कि भैया अपॉर्चुनिटी तो सबको मिलता है नहीं इंटेलिजेंट अगर तुम हो तु वो नौकरी के लिए कैपेबल हो तभी तुमको वो
अपॉर्चुनिटी मिलेगा सिंपल सा बात है लेकिन खैर आर्टिकल नंबर 15 क्या बोलता है आर्टिकल नंबर 15 बोलता है किसी के रिलीजन रेस कास्ट सेक्स प्लेस ऑफ बर्थ एनी ऑफ देम किसी भी तरह से किसी भी ग्राउंड के तरफ से आप किसी के साथ डिस्क्रिमिनेशन नहीं कर
सकते मान लो एक स्कूल में सिर्फ हिंदू को पढ़ने भेजा है और वहां पे मुस्लिम को अलाउड नहीं कर रहा है या सिर्फ मुस्लिम सिर्फ उस पढता है हिंदू को अलाउ नहीं कर रहा है तो यह गलत हुआ या नहीं हुआ बताओ यह गलत हुआ या नहीं हुआ बताओ किसी भी तरीके
का डिस्क्रिमिनेशन इंडिया में नहीं होना चाहिए यही इशोर करता है आर्टिकल नंबर 15 यही आर्टिकल नंबर 15 में लिखा गया है कि भाई किसी भी तरीके का डिस्क्रिमिनेशन मत करो अब आर्टिकल नंबर 16 आए आर्टिकल नंबर 16 बोलता है इक्टी ऑफ अपॉर्चुनिटी इन पब्लिक एलमेंट आर्टिकल के
बारे में सिर्फ लिखना है राइट ऑफ इक्वलिटी तुको बो ना तो आर्टिकल का नाम लिखना है आर्टिकल 15 16 17 18 और थोड़ा बहुत एक्सप्लेन करके लिख देना बस हो गया बात खत्म बना बना के लिखना सीखो भाई बना बना के लिखना सब कुछ नहीं लिखना है
ओके आर्टिकल 16 क्या बोलता है आर्टिकल 16 बोलता है सबको अपॉर्चुनिटी मिलनी चाहिए सबको सेम लेवल का अपॉर्चुनिटी मिलनी चाहिए सबको इक्वल मतलब एंप्लॉयमेंट अपॉर्चुनिटी मिलना चाहिए मान लीजिए कि हिंदू को ऑफिस में काम मिल गया मुस्लिम को ऑफिस में काम नहीं मिला या मुस्लिम को ऑफिस में काम मिल
गया हिंदू को ऑफिस में काम नहीं मिला ये गलत है ना एक ऑफिस में या एक कोई काम में सबको अपॉर्चुनिटी मिलना चाहिए कोई भी रिलीजन कोई जात पात मैटर नहीं करता हमको यहां काम करना है तो हमको यहां पे काम करना ही है कोई हिसाब से या तो वो बैकवर्ड
क्लास है मान लीजिए कि छोटा जाति का है या बड़ा जाति का है कोई मैटर नहीं करता भाई कोई मैटर नहीं करता बहुत गाव में होता है अरे भाई ये तो चमा है इसको काम नहीं मिलेगा क्यों उसके पास कैपेसिटी है काम जरूर मिलेगा उसको ये आर्टिकल नंबर 16
बोलता है आर्टिकल नंबर 16 बोलता है इट गारंटी इक्वल मतलब एंप्लॉयमेंट अपॉर्चुनिटी टू ऑल सिटीजन ऑफ इंडिया इन एंप्लॉयमेंट अंडर द स्टेट यानी कि जितने भी सिटीजन है अगर तुम इंडियन सिटीजन हो तो तुम कहीं प भी एंप्लॉयमेंट कर सकते हो तुम कहीं प भी एंप्लॉयमेंट कर सकते हो क्लियर
है आर्टिकल नंबर 16 आइए आर्टिकल नंबर 17 आर्टिकल नंबर 17 एबलेशन ऑफ अनटचेबिलिटी बोलता है आज भी गांव में होता है आज भी गांव में होता है अरे ये तो चमार जात का है ये तो छोटा जात का है इसे छु मत ए तो
हमको छूना मत तुम अगर छुआ तो मेरा पूरा का एकदम मतलब पापी हो जाएंगे हम ब्राह्मण है हमको छूना मत अनटचेबिलिटी अभी भी फॉलो होता है ऐसे नहीं चलेगा ठीक है आर्टिकल नंबर 17 में अगर अनटचेबिलिटी करते हुए किसी को पकड़ा गया अगर कोई आज के जमाने
में अनटचेबिलिटी फॉलो किया उसको जेल में भेज देगा उसको जेल में भेज देगा भाई छुआछूत नहीं भाई एकदम नहीं पहले के जमाने में क्या होता था ना छोटा जात लोग मतलब मंदिर नहीं घुस सकता था छोटा जात लोग स्कूल में नहीं जा सकता था एकदम बाहर में बैठ के पढ़ता था छोटा जात
लोग उसको हम लोग बोलते थे अनटचेबिलिटी तो आज के जमाने में ऐसा कुछ नहीं है आज के जमाने में सब कुछ सब कोई कर सकता है बी आर अंबेडकर जी भी जो थे ना वो एक छोटे जात के थे उनको स्कूल के बाहर बिठा के पढ़ाया
जाता था स्कूल में घुसने नहीं दिया जाता था क्लासरूम में घुसने नहीं दिया जाता था वो कर की धूप में एकदम बाहर में बैठ के कोना में पड़ते थे तो इसी को बोलते हैं एलिज ऑफ अनटचेबिलिटी इसीलिए वो गुस्सा कांस्टिट्यूशन लिख के निकाले इसीलिए वो अपना गुस्सा वो कांस्टिट्यूशन लिख के
निकाले कि अब से कोई अनटचेबिलिटी ये सब नहीं होगा य लिखा गया है आर्टिकल नंबर 1 अगर कोई यह सब करता हुआ पकड़ा गया तो व पब ठीक है अब बात करते आर्टिकल नंबर में क्या लिखा गया है ध्यान दीजिए मजा आ रहा
ना मजा आ रहा है ना समझ रहे हो सब कुछ समझ रहे हो या नहीं समझ रहे हो बताओ समझ रहे हो सब कुछ दिक्कत कोई दिक्कत कोई दिक्कत कोई दिक्कत कोई दिक्कत चलो आगे पढ़ते एब ऑफ टाइटल एब ऑ टाइटल आर्टिकल नंबर में
दिया हुआ दिया हु है नंबर 18 में अब इसका हम कहानी सुनाएंगे सुनो बहुत कोई अपने नाम के आगे ना अपने नाम के आगे किंग प्रिंस सर लगाता है क्या हम अपने नाम के आगे सर अभिषेक झा लगाए क्या हम अपने नाम के आगे सर अभिषेक झा लगाए क्या नहीं बहुत लोग
में अपना नाम कैसे कैसे रखेगा कि हट हैकर बॉय रोहित कान रश्मिका क्वीन प्रियंका बहुत जन तो एकदम निबा रहते हैं जो ना ये पहले क्राउन लगाते हैं उसके बाद अपना नाम लिखते हैं क्राउन लिख के मतलब की क्राउन लगा के पिका दीपिका क्वीन दीपिका क्वीन रश्मिका
है ना इस तरीके से भाई मत करो क्योंकि ये ना एप्लीकेबल नहीं है आज कल के जमाने में ना कोई राजा प्रिंस ये सब नहीं है ये पहले के जमाने में होता था तो पहले के जमाने में किंग प्रिंस रहता था हम अपना नाम महाराज अभिषेक रख ले क्या हम अपना नाम
महाराज अभिषेक रख ले तो नो पर्सन कन यूज टाइटल लाइक सर किंग प्रिंस एक् इन प्रिक्स और सफिक्स निी वाला हरकत मत करो फालतू का ठीक है लेकिन भाई देखो मतलब मिलिट्री और अडम टाइटल अलाउड है मिलिट्री में वो सब मब टाइटल होता ही है प्रिक्स में ठीक है जैसे
आप मान लो प्रोफेशनल बन ग आप मान लो सी बन ग सी सी सीस या सी बन ग आप तो अपने नाम के आगे ये सब लगा सकते हो अपने नाम के आगे ये सब आप लगा सकते हो ठीक है जैसे मान लो मान लो कि मतलब
की बहुत सारा चीज अवार्ड्स अवार्ड्स मिला है आपको मान लो कि खेल रत्न मिला है या तो मतलब भारत रत्न मिला है या तो मान लो मतलब पदम भूषण मिला है तो ये सब आप लगा सकते हो लेकिन भाई किंग प्रिंस फालतू ी वाला नाम
मत लगाना फालतू का फ में ये सब अलाउड नहीं है ये सब एलेशन ऑफ टाइटल है ये कौन बोलता है आर्टिकल नंबर 18 आर्टिकल 18 क्लियर है तो आर्टिकल 18 तक सारा का सारा पढ़ा दिया देखो भाई राइट ऑफ इक्वलिटी हमारा खत्म हो
गया है अब आओ अब अब हम लोग पढ़ते हैं राइट टू फ्रीडम राइट टू फ्रीडम लिखा हुआ है आर्टिकल 19 से आर्टिकल 22 तक राइट टू फ्रीडम यानी आजादी हमारे पास आजादी है हम लोग भी आजाद है देश के तरह हम लोग भी आजाद है तो सबसे पहले आर्टिकल नंबर 19 देखो
क्या बोलता है आर्टिकल नंबर 19 हम सिक्स टाइप का फ्रीडम देता है छ प्रकार का फ्रीडम देता है सबसे पहला फ्रीडम फ्रीडम टू स्पीच एंड एक्सप्रेशन फ्रीडम टू स्पीच एंड एक्सप्रेशन अब तुम किसी के सामने भी कुछ भी बोल सकते हो कुछ भी एक्सप्रेस कर सकते हो तुम्हारा मुह है तुम्हारा जवान है
लेकिन हा भाई लिमिट में गाली गलज नहीं लिमिट में गाली गलज करोगे तो वो दूसरा पर्सन तुम पर केस कर देगा गाली गलज नहीं लेकिन तुम कुछ भी किसी को बोल सकते हो तुम्हारा मुह है तुम किसी को भी एक्सप्रेस करो तुम्हारा मुह है तुम्हारे पास फ्रीडम
ऑफ स्पीच है लेकिन भाई एकदम रिस्पेक्ट से उस पोजीशन को रिस्पेक्ट करना है बहुत लोग क्या करते हैं प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री को गाली दे देते हैं नहीं भाई तब तो भाई जेल हो जाएगा तुमको पक्का पक्का तुम जेल जाओगे जेल जाक सगे तुम पक्का रिस्पेक्ट से बात करो डियर प्राइम
मिनिस्टर ट य यर चीफ मिनिस्टर ट यू आर डूंग ऐसे करके रिस्पेक्ट से बात करो ठीक है चलो इसके बाद फ्रीडम ू असल पीस विदाउट आम यानी तुम कहीं पर भी ग्रुप बना सकते हो तुम कहीं पर भी असल हो सकते हो अपना कॉलेज का म ग्रुप होगा तुम्हारा स्कू वाला ग्रुप
होगा तुम्हारा ऐसे कहीं प भी तुम झ बना लेते होंगे चार पाच जन का और जहा पर भी जाते हो जहा पर भी मान लो तुमको अगर मान लो टॉयलेट भी जाना है स्कूल में एकदम साथ में जाता था याद है अगर पेशाब करने भी
जाना है तो साथ में ही जाते थे तुम लोग अगर ऑफिस रूम भी जाना है तो साथ में ही जाते थे अगर डस्टर लेने जाना है तो साथ में जाते थे यहां तक कि टीचर लोग बाहर में खड़ा कर देती थी तुमको एक दिन को बाहर में
खड़ा कर देती थी तो सब एकदम बदमाशी करना स्टार्ट करते थे और सब बाहर चले जाते थे इसका मतलब है कि तुम्हारे पास फ्रीडम है कि तुम कहीं पर भी इकट्ठा हो सकते हो लेकिन पीसफुली इकट्ठा होना किसी के अगेंस्ट तुम प्रोटेस्ट कर सकते हो लेकिन पीसफुली प्रोटेस्ट करना पीसफुली यानी
शांति पूर्वक हर काम शांतिपूर्वक होना चाहिए गोली बंदूक लेकर मत आ जाना ना तुमको जेल में जेल में एकदम भाई शांतिपूर्वक हर काम शांतिपूर्वक होना चाहि असल प क भी इ होना कोई दिक्कत नहीं है पस इ होना इसके बाद फीडम ू फम एसोसिएशन एंड यूनियन
अच्छा सिचन सिचन देखते थे या नहीं बताओ आप लोग क्या सिंचन कभी देखते थे आर्टिकल नंबर फीडम देता है आपी तीसरा फीडम पना रहे न सिंचन में एक उन्होने क्या एक मतलब की ग्रुप का नाम लिखा था कासुकाबे डिफेंस ग्रुप कासुकाबे डिफेंस ग्रुप वो सिंचन लोग
का ग्रुप का नाम था ना कासुका डिफेंस ग्रुप यही है फ्रीडम टू फॉर्म एसोसिएशन यानी कि आप कहीं प भी कोई भी एसोसिएशन बना सकते हो कोई भी यूनियन बना सकते हो सिंपल सा बात है कोई दिक्कत का बात नहीं है ये आपको परमिस बल है लेकिन वो एसोसिएशन भाई
पीसफुली काम करे अपना वो एसोसिएशन क्या करे पीसफुली काम करे आप कुछ भी ग्रुप बनाओ ना आप कुछ भी ग्रुप बनाओ आप अपने लिए मतलब निबा निबी ग्रुप बना लो कास का भी डिफेंस ग्रुप बना लो कुछ भी ग्रुप बनाओ कोई दिक्कत वा बात नहीं है लेकिन एकदम शांति
पूर्वक सारा काम होना चाहिए ठीक है इसके बाद देखो फ थ टरी ऑफ इंडिया आपको कश्मीर घूमना है आप नहीं जाओगे जरूर जाएंगे जरूर आपके पास परमिशन आप कहीं भी घूम सकते हो आप दो बजे रात को भी घूम सकते हो आप न बजे
रात को भी घूम सकते हो आप 4 बजे रात को भी घूम सकते हो लेकिन इसका एक्सेप्शन है बाबा इसका एक्सेप्शन है मान लीजिए कभी भी गवर्नमेंट देश के वजह से कुछ देश में एक इमरजेंसी क्रिएट हो गई की वजह से अगर कुछ लॉ लागू कर दिया फिर आप नहीं घूम सकते
जैसे मान लीजिए कोविड-19 कोविड देश की वजह से एक इमरजेंसी था फिर घूमो तो फिर जेल में फिर अरेस्ट हो जाओगे भैया लेकिन वैसे टाइम में जैसे अभी अभी आप रात को दो बजे जाओ अ बजे जाओ 5 बजे जाओ 4 बजे जाओ आपका मैटर भाई कहीं प भी जाओ
कश्मीर जाओ कन्याकुमारी जाओ या तो जन में जाओ या तो बाड़ में जाओ किसी ने कभी भी कुछ भी नहीं रोका है आपको ठीक है म फली थट द टरी ऑफ कंट्री यानी कहीं प भी आप इंडिया का का पूरा कोना कहीं प भी आप कहीं प भी घूम सकते हो ठीक
है इसके बाद देखो रिइड एंड सेटल इन एनी पार्ट ऑफ इंडिया आप कहीं प भी रिसाइट भी कर सकते हो आप कहीं प भी रह भी सकते हो आप मान लो कि कोलकाता में जन्म लिए आपको रहना है बेंगलोर भाई रहो ना जाके कोई दिक्कत
नहीं है मान लो कि आप बिहार में जन्म लिए आपको रहना है बंगाल में रहो भाई कोई दिक्कत नहीं है आपका है पूरा का पूरा देश ये पूरा का पूरा देश आपका है ये देश सबके लिए है आप अगर इंडियन सिटीजन हो आप अगर
खुद को भारतीय कहते हो तो आप कोई भी कोना में रह सकते हो कोई दिक्कत वाला बात नहीं है कोई दिक्कत वाला बात नहीं है ठीक है आपको कोई भी ट्रेड करना है कोई भी ऑक्यूपेशन करना है कोई भी बिजनेस करना है आराम से करो कोई रोकेगा टगा नहीं कोई धंधा
करना है कोई ऑक्यूपेशन करना है बिजनेस करना है आराम से करो कोई रोकेगा टगा नहीं रोकेगा तो उन लोग के ऊपर आप एक्शन ले सकते हो ठीक है समझ में आया कि नहीं बताओ यह सब नहीं पढ़ना है यह सब नहीं पढ़ना है शर्ट में
लिखना जितना शर्ट में आप लिख पाओ उतना शट में आर्टिकल को एक्सप्लेन करना एक एक आर्टिकल को उतना शट में एक्सप्लेन करना बूटी के सलूशन जो डिवीजन मैंने लिए थे उसम मतलब जो देखा था स्टूडेंट कितना अच्छा आंसर लिखा था उसी तरह आपको आंसर लिखना है
ठीक है इसके बाद देखिए इसके बाद हम पढ़ेंगे राइट टू फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन राइट ू फ्रीडम ऑफ स्पीच एंड एक्सप्रेशन एक मिनट यह सब नहीं पढ़ना है यह सब नहीं पढ़ना है य सब उसी का ये है ठीक है आ आर्टिकल नंबर 20 पढ़ते आर्टिकल नंबर 20
पढ़ते आर्टिकल नंबर 19 तक उतना तक ही था उतना तक ही आप लोग को लिखना है ओ हेलो आपको लिखना है य सब आपको नहीं पढ़ना है य सब इरेटेड वे में मैंने लिखा है आपके लिए अभी के लिए सब नहीं पढ़ना है आपको उतना ही एक्सप्लेन करना है आर्टिकल नंबर में ठीक
है जितना हम पढ़ाए हैं याद कर लो पहले अब आओ आर्टिकल नंबर 20 आर्टिकल नंबर 20 हम लोग को तीन प्रोटेक्शन देता है आर्टिकल नंबर 20 हम लोग को कितना प्रोटेक्शन देता है हम लोग को तीन प्रोटेक्शन देता है सबसे पहले प्रोटेक्शन अगेंस्ट एक्सपो फैक्ट लॉस प्रोटेक्शन अगेंस्ट एक्सपो फैक्ट लस यानी
मान लो कि आपने कोई कांड किया न साल पहले आपने कोई कांड न साल पहले उस कांड के लिए पहले सजा नहीं थी उस कांड के लिए पहले सजा नहीं थी लेकिन अब अब उस कांड के लिए सजा हो गई है अब उस कांड के
लिए सजा लागू कर दी गई है तो आपको पिछले कांड की सजा नहीं मिलेगी कांग्रेचुलेशन आपको पिछले कांड की सजा नहीं मिलेगी ठीक है इसको हम लोग बोलते है प्रोटेक्शन अगेंस्ट एक्सपोस्ट फैक्टो लॉस आपने बहुत साल पहले कुछ कांड किया था जब के दिन में सजा नहीं था उस कांड के लिए
लेकिन आज के दिन में आज के लॉ के हिसाब से मान लो उस कांड के लिए सजा है तो आपको पिछले जो कारनामे है उसके लिए कोई सजा नहीं मिलेगी ठीक है इसके बाद य प्रोटेक्शन फ्रॉम डबल जिओ पार्टी सिर्फ हेडिंग लिखना है दोस्तों सिर्फ हेडिंग लिखना है और
थोड़ा सा एक्सप्लेन कर देना है इसको आर्टिकल नंबर 20 गारंटी थ्री प्रोटेक्शन टूू ऑल सिटीजन ऑफ इंडिया प्रोटेक्शन अगेंस्ट एक्स फैक्ट लॉस प्रोटेक्शन अगेंस्ट डबल जिओ पार्डी तो डबल जिओ पार्डी का मतलब क्या होता है कि एक एक जुर्म के लिए आपको दो सजा नहीं मिल सकती एक जुर्म
के लिए आपको दो तीन सजा नहीं मिल सकती मान लो कि एक क्रिमिनल है क्रिमिनल एक बार जुल्म किया उसको एक बार सजा मिल गया अब दूसरा पुलिस स्टेशन बोल रहा है कि अरे हम तो तुमको वापस पकड़ेंगे मतलब हर पाच पा साल में वो एक ही जुल्म के लिए सजा में
भगत रहा है ऐसा नहीं होगा ठीक है स प्रोटेक्शन अगेंस्ट मतलब डबल मतलब जि पार्टी का मतलब है कि एक पर्सन एक पर्सन एक बार से ज्यादा एक जुल्म के लिए सजा नहीं पाएगा ठीक है लेकिन हां अगर सेम टाइप का जुम वो वापस कर रहा है सेम टाइप का
क्राइम वो वापस कर रहा है मान लो एक जन को मार दिया उसका सजा उसको मिल गया वापस जेल से छूटा वापस वो एक जन को वापस मारा वापस फिर सजा होगा उस वापस फिर सजा होगा उसको ठीक है समझा एक जन को मार दिया था उसका
सजा हुआ उसको और वो जेल में गया जेल से जब छूट के आया वो वापस क्रिमिनल वाला एक्टिंग शुरू कर दिया अपना वापस एक जन को मार दिया फिर तो उसको सजा होगा ही होगा फिर तो उसको सजा होगा ही होगा य पर बात ये किया गया है
कि एक क्राइम का एक कांड का आपको दो बार सजा नहीं मिलेगा इसको हम लोग क्या बोलते है प्रोटेक्शन फ्रॉम डबल जिओ पार्टी इसके बाद प्रोटेक्शन फ्रॉम सेल्फ इनक्रिमिनेशन प्रोटेक्शन फम सेफ इनक्रिमिनेशन नोन एविडेंस अगस्ट म यानी आप मान लो कोर्ट में गए आपने कुछ कांड किया और आप मान लो
कोर्ट में गए और वकील आपसे पूछ रहा है कि कुछ आपके पास कुछ है प्रूफ तो आप खुद ही उसको प्रूफ दे रहे हो आप खुद ही अपने आप का दवा बन रहे हो तो ऐसा नहीं चलेगा ठीक है आप खुद प्रूफ नहीं दे सकते आप खुद
प्रूफ नहीं दे सकते या खुद अपने आप के लिए गवाही नहीं दे सकते समझे इसको बोलते है प्रोटेक्शन फ्रॉम सेफ क्रिनेशन भया कितना लिखना है सिर्फ हेडिंग लिखना है सिर्फ हेडिंग लिखना है अगर आपको बारे में म मान लीजिए आर्टिकल नंबर 20 पूछ लिया जाए तो आपको सिर्फ हेडिंग लिखना थोड़ा बहुत करके
एक्सप्लेन कर देना बस बा आर्टिकल नंबर 21 क्या बोलता है देख आर्टिकल नंबर 2 जरा ध्यान दीजिए आर्टिकल नंबर 21 बोलता है प्रोटेक्शन ऑफ लाइफ एंड पर्सनल लिबर्टी यानी की कोई भी आपको अरेस्ट नहीं कर सकता आपका लाइफ का मीनिंग है ठीक है नो पर्सन शल ब डिप्राइव ऑफ स लाइफ एंड
पर्सनल लिबर्टी एक् ए प्रोरब बा ल यानी की कोई आपका पर्सनल लिबर्टी नहीं छीन सकता आपको जो करना है वो करो आपका पर्सनल लिबर्टी कोई नहीं छीनेगा आप कहीं पर भी घूम सकते हो कुछ भी खा सकते हो कोई भी रेस्टोरेंट में जा सकते हो कहीं पर भी
जाना है जाओ कश्मीर जाओ कन्याकुमारी जाओ भूटान जाओ कुछ भी करो आपका पर्सनल लिबर्टी आपका पर्सनल लाइफ कोई नहीं छीनेगा आपके पास य पर्सनल लिबर्टी हैय आर्टिकल नंबर बोलता है ठीक है ये क्या बोलता है आर्टिकल नंबर 21 अब आ जाओ आर्टिकल नंबर 21a पढ़ते हैं
21a आ जाओ आर्टिकल नंबर 21 और आर्टिकल नंबर 22 था पहले ठीक है इसके बीच में अभी एकदम नया नया अमेंडमेंट आया है तो इसके बीच में घुसाया आर्टिकल नंबर 21 ए आर्टिकल नंबर 21 ए बोलता है राइट्स टू एजुकेशन ये 2019 में ही आया ये अमेंडमेंट जो था ना
2019 में ही आया अब बता दो कि आर्टिकल नंबर 21 निकला हुआ है आर्टिकल नंबर 22 निकला हुआ है तो इसके बीच में आप क्या डाले फिर तो कंफ्यूजन हो गया टशन पूरा का पूरा बदलना पड़ेगा फिर तो फिर पूरा का पूरा कांस्टिट्यूशन बदलना पड़ेगा ना जी यस तो
अब इसी के लिए इसी के लिए इन्होने आर्टिकल नंबर 21 ए डाल दिया इसी के लिए इन्होने आर्टिकल नंबर 21 ए डाल दिया आर्टिकल नंबर 21 ए बोलता है राइट टू एजुकेशन यानी कि हर एक गवर्नमेंट को 6 से 14 साल के जो बच्चे हैं उनको फ्री एंड कंपलसरी एजुकेशन करवाना
ही पड़ेगा यानी कि हर एक बच्चे को कंपलसरी एजुकेशन करना ही पड़ेगा क्योंकि गवर्नमेंट फी में प्रोवाइड कर रही है यह बताओ 6 से 14 साल के बच् को प्री एजुकेशन मिल रहा है या नहीं मिल रहा अपने राज्य का ही बात कर
लो ना वेस्ट बल का बात कर लो मिल रहा है या नहीं मिल रहा है हा भैया मिल रहा है नका का ड्रेस देते हैं स्कूल का बुक्स भी देते हैं स्कूल में मिडडे मल भी देते हैं स्कूल में पढ़ाई भी होता है सब कुछ फ्री ऑफ राइट टू एजुकेशन
का मतलब है सब कुछ फ्री ऑफ कॉस्ट स से 14 यर के बच्चे के लिए यानी कि कंपलसरी एंड फ्री एजुकेशन जब तक आप क्लास ए तक थे जब तक आप क्लास ए तक थे ना तो पूरा का पूरा एजुकेशन जो था पूरा फ्री मिला होगा अगर आप
गवर्नमेंट स्कूल में पढ़ते होंगे अगर आप गवर्नमेंट स्कूल में पढ़ते होंगे तो ठीक है इसके बाद आर्टिकल 22 क्या बोलता है प्रोटेक्शन अगेंस्ट अरेस्ट एंड डिटेंशन यानी कि कोई आपको अरेस्ट नहीं कर सकता विदाउट प्रूफ विदाउट एनी प्रूफ कोई आपको अरेस्ट नहीं कर सकता उनके पास प्रूफ होना
चाहिए उनके पास कागज रहना चाहिए कि किसी लिए किसके लिए हम अरेस्ट कर रहे हैं इसस कारण के लिए हम अरेस्ट कर रहे हैं प्रोटेक्शन अगेंस्ट अरेस्ट एंड मतलब डिटेंशन का मतलब यही होता है कि कोई आपको वि रीजन अरेस्ट नहीं कर सकता क्या तुम कन्फर्म दे सकते हो राइट टू फ्रीडम भी
कंपलीट कर लिए समझ में आ गया समझ में आ रहा है दोस्तों राइट टू इक्वलिटी खत्म किए राइट टू फ्रीडम भी खत्म किए मैं कैसे बोल रहा हू दोस्तो आपको लिखने के लिए राइट टू फ्रीडम को लिखना सारा का सारा आर्टिकल एक्सप्लेन कर देना अच्छे से बस खत्म हो
गया एक्सप्लेन कैसे करोगे जस्ट हेडिंग लिख देना जस्ट हेडिंग लिख देना उसके अंदर का नहीं लिखना पड़ेगा उसके अंदर का कुछ नहीं लिखना पड़ेगा दोस्तो बस हेडिंग लिख देना प्रोटेक्शन अगेंस्ट लस से लिखना प्रोटेक्शन अगेंस्ट प्रोटेक्शन फ्रॉम मतलब डबल जिओ पार्टी इस तरह से हेडिंग्स लिख देना बस हेडिंग्स ये
हेडिंग्स तुमको याद करने पड़ेंगे अच्छे समझा तो दिया हूं अच्छे से ओके अब इससे बेहतर कोई शायद नहीं समझा पाएगा आओ नेक्स्ट नेक्स्ट आओ नेक्स्ट नेक्स्ट नेक्स्ट नेक्स्ट अब हम लोग पढ़ेंगे राइट्स अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन आइए जो जो पढ़ा रहे है वही सब पढ़ना है जबरदस्ती का मत पढ़ो यही आएगा
सिर्फ पूरा बुक ही कवर कर रहे हैं अब हम लोग पढ़ेंगे राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन आर्टिकल 23 से आर्टिकल 24 राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन ये बताओ केजीएफ देखे हो किसने किसने केजीएफ देखा है किसने किसने केजीएफ देखा है फटाफट से चैट बॉक्स में एकदम हवा उठनी चाहिए एकदम बताओ यस या नो
केजीएफ देखा है बताओ बताओ केजीएफ देखा है या नहीं देखा बताओ सलाम रकी भाई ला एकदम फर्स्ट सीजन फर्स्ट जो सीजन था ना फर्स्ट जो चैप्टर था वो वो बोल रहा ह उसम क्या कर रहे थे ना उसम ना बहुत लोग को मब की बहुत ऐसे गांव
थे उनके लोगों को ना ट्रक में भर भर के जबरदस्ती मजदूरी करवा रहे थे जबरदस्ती क्या मजदूरी करवा रहे थे ठीक है आर्टिकल नंबर 23 यही बोलता है किसी किसी को भी किसी को भी आप भीख नहीं मंगवा सकते किसी से भी आप मजदूरी नहीं करवा सकते किसी को
भी आप भीख नहीं मवा सकते किसी से भी आप मजदूरी नहीं करवा सकते बहुत सारे रास्ते में देखते हो ना रास्ते में बच्चा लोग को भीख मंगता है बोलो ना भाई बोलो जल्दी बोलो बच्चा लोग को देखते हो रास्ते में भीख मंगवा है बहुत पावरफुल रिच आदमी लोग साउथ इंडियन का
फिल्म में देखोगे बहुत पावरफुल रिच आदमी लोग ना बच्चा लोग से भीख मंगवाते है ये नहीं कर सकते हो ये एक जुल्म है ठीक है आर्टिकल नंबर 23 बोलता है किसी से भी आप भीख नहीं मंगवा सकते या किसी से भी आप जबरदस्ती काम नहीं करवा सकते वो काम नहीं
करना चाह रहा है तो मत करवाओ वो काम नहीं करना चाह रहा है तो मत करवाओ समझ में आ रहा है अदर वाइज इट इज अ पनिशेबल ऑफेंस वना जेल जाना पड़ेगा जेल का चक्की को पीसना पड़ेगा चक्की पीसिंग पीसिंग एंड पीसिंग एंड पीसिंग ठीक है आर्टिकल नंबर 23 इसके बाद आर्टिकल
नंबर 24 आर्टिकल नंबर 24 क्या बोलता है बताओ नो चाइल्ड बिलो ए ऑ यर्स बी इन फैक्ट्री और माइन और हज एलमेंट यानी की कोई डेंजरस वाला फैक्ट्री में या कोई ऐसा काम है जो बहुत मतलब बहुत खतरा वाला काम है या बहुत डेंजरस वाला काम है वहा प 14
यर्स या 14 यर्स के कम वाले बच्चे को अलाउड नहीं है मतलब काम करवाओ बच्चे को दुकान में काम करवाओ या तो कोई एक सेफ जगह काम कर काम करवाओ बच्चे को लेकिन दुकान में काम करवाओ या तो कोई ऐसा सेफ जगह पर काम कराओ
जो सही लगे कोई डेंजरस जगह प 14 यर्स या उससे कम वाले बच्चे को काम मत करवाओ यह आर्टिकल नंबर 24 बोलता है ठीक है चाइल्ड बिलो द एज ऑफ 14 यर्स शल नॉट बी एप्ड इन फैक्ट्री और माइन और हर्स एलमेंट समझा समझा कि नहीं समझा बताओ समझा कि नहीं समझा
बताओ ना यार जल्दी बताओ आगे पढ़ते है आगे पढ़ते है अभी अब हम लोग आर्टिकल 29 पर आर्टिकल 29 आर्टिकल नं 29 और बताता है कल्चरल राइट ए एजुकेशनल राट आर्टिकल नंबर 29 और 30 बताता है कल्चरल राइट एंड एजुकेशनल राइट इसका मतलब यह है आर्टिकल नंबर 29 यह बताता
है कि जो भी माइनोटी है स हम लोग किसको बोलते है म किसको बोलते जैसे मुस्लिम हो गया जिसका आबादी कम है ना उसको बोलते हमलोग मय ठीक है जिसका बहुत आबादी कम है जिसका कंट्री में आबादी कम है आर्टिकल नंबर 29 बोला हुआ है मुस्लिम सिख ईसाई जिसका भी
संख्या कम रहेगा इस कंट्री में जिसका भी संख्या कम रहेगा वो लोग अपना कास्ट को प्रचार कर सकता है लैंग्वेज को प्रचार कर सकता है कल्चर को फॉलो कर सकता है उसके ऊपर भी कोई दबाव ना पड़े ऐसा ना हो कि एक समुदाय बहुत ज्यादा जैसे इस कंट्री में
हिंदू बहुत ज्यादा है मुस्लिम बहुत कम है मुस्लिम बहुत कम है सिख बहुत कम है तो उनको कोई दबाब देने की कोशिश ना करे और कोई करता भी नहीं है हमारा इंडिया बहुत अच्छा कंट्री है दबाब देने का कोशिश करता भी नहीं करना भी नहीं चाहिए हर कि के पास
फ्रीडम है कि हर कोई अपना कास्ट को प्रमोट करे लैंग्वेज को प्रमोट करे कल्चर को प्रमोट करे अब तुम इंडिया में कुछ भी बोल सकते हो अरे अपना वेस्ट बंगाल का ही सुन लो ना वेस्ट बंगल में मरब लोग भी बात करता है बिहारी में भी बात करते हैं मतलब
बंगाली में भी बात करते हैं सब में बात करते हैं वेस्ट बंगाली एक एग्जांपल है यहां पे हर धर्म के लोग रहते हैं हर कल्चर के लोग रहते हैं हर कास्ट के लोग रहते हैं तो यहां पे यही बोला गया है कि कोई भी मान
लो कि मतलब कोई भी जाति पाति का लोग है जिसका संख्या थोड़ा सा कम है वो लोग अपना क कटी को कास्ट को लैंग्वेज को कल्चर को या म प्रिजर्व कर सकता है ठीक है यह फ्रीडम देता है जिसके जिसका संख्या कम है आर्टिकल 29 आर्टिकल 29 समझा या नहीं समझा
बताओ आर्टिकल 29 समझा या नहीं समझा स बांगला स्टूडेंट बुझते पा की बुझते पा ना बोलो ज संख्या कम थक ज कम्युनिटी संख्या कम कक रो रिस्पांसिबिलिटी र कास्ट के लैंग्वेज के नि कल्चर के प्र बोते राख में ठीक है सॉरी दोस्तों बहुत कमजोर है बंगाली
लेकिन ठीक है मैं ट्राई कर रहा हूं ट्राई कर रहा हूं बंगाली ओके आर्टिकल 30 आर्टिकल 30 देखिए आर्टिकल 30 क्या है तो यहां पे बोला गया है कि जिसका भी संख्या कम है यानी मुस्लिम्स हो गया सिख हो गया जैन हो गया इस कंट्री में जिसका भी संख्या कम है
जिसका आबादी कम है जो भी जात पात का संख्या कम है वो लोग क्या कर सकता है अपना एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन भी खोल सकता है और अपने बच्चे लोगों को पढ़ा भी सकता है जैसे मुस्लिम लोग एक मद्रा खोलता है ना तो वैसे ही आप लोग अपना एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन भी
खोल सकते हैं और बच्चे लोग को पढ़ा भी सकते हैं उसम ठीक है और लोगों को अपना कल्चर के बारे में लैंग्वेज के बारे में सिखा भी सकते हैं ठीक है तो यहां पर आर्टिकल नंबर 13 ये बोला है क्लियर है कि नहीं है बताइए आर्टिकल नंबर 13 ये बोला है
कि जो भी छोटे संख्या वाले लोग है वो लोग अपना इंस्टिट्यूशन भी खोल सकते हैं वो लोग अपना कल्चर अपना लैंग्वेज को वो एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन में पढ़ा भी सकते हैं करा भी स स और अपना लैंग्वेज का प्रचार भी कर सकते हैं सिंपल सा बात है ओके जी आर्टिकल
नंबर 30 तक क्लियर अब आर्टिकल नंबर 25 से 28 तक पढ़ते हैं आर्टिकल 25 से लेकर 28 तक पढ़ेंगे जो फ्रीडम ऑफ रिलीजन का बात करेगा फ्रीडम ऑफ क्या रिलीजन का बात करेगा क्लियर है तो आइए सबसे पहले पढ़िए आर्टिकल नंबर 25 आर्टिकल नंबर 25 ये बोलता है एनी
पर्सन बिलोंग टू एनी रिलीजन हैव फुल फ्रीडम टू प्रोफेस प्रैक्टिस और प्रोगेट रिलीजन ऑफर चॉइस यानी आर्टिकल नंबर 25 बोलता है दोस्तों कि आप कोई भी रिलीजन को फॉलो कर सकते हो आप कोई भी रिलीजन का प्रैक्टिस कर सकते हो प्रोगेट कर सकते हो प्रोफेस कर सकते हो बहुत लोग कन्वर्ट भी
हो जाते हैं दूसरे रिलीजन में अगर मैं मान लो कि हिंदू धर्म को फॉलो करना चाहता हूं कर सकता हूं मुस्लिम धर्म को फॉलो करना चाहता हूं कर सकता हूं सिख धर्म को फॉलो करना चाहता हूं कर सकता हूं जैनिम धर्म को फॉलो करना चाहता हूं कर सकता हूं कोई भी
धर्म एनी रिलीजन हमारा इंडिया ही ऐसा कंट्री है दूसरे कंट्री में ना सिर्फ उनका ही धर्म चलता है हमारा इंडिया ही ऐसा कंट्री है जो सारे के सारे रिलीजन को एक्सेप्ट करता है इसके लिए आपको प्राउड करना चाहिए हमारे इंडिया पे आज इंडिया में देखो वेस्ट बंगल में
देखो कितना एकता है हर कोई हर कोई रिलीजन के लोग हर कोई कल्चर के लोग कितने प्यार से रहते हैं बताइए है ना तो आर्टिकल नंबर मतलब 25 बोलता है कि आपको पूरा का पूरा फ्रीडम है भैया आप कोई भी रिलीजन को प्रोफेस करें प्रैक्टिस करें प्रोगेट करें रिलीजन ऑफ
एनी अदर चॉइस ऑफ देर चॉइस इसके बाद यहां प बात करेंगे आर्टिकल नंबर 26 आर्टिकल नंबर 26 बोलता है फ्रीडम टू मैनेज द रिलीजियस अफेयर्स यानी कि मान लीजिए आपको मान लीजिए कि मतलब की कुछ भी आपको मान लीजिए कि रिलीजियस अफेयर्स को मतलब की मैनेज करना
है तो कर सकते हो ना आप आप मुस्लिम धर्म के हो आपको कुछ भी मतलब की आपको कुछ भी रिलीजियस अफेयर्स को फॉलो करना है आप कर सकते हो कोई दिक्कत नहीं है एनी पर्सन और और मतलब की कम्युनिटी बिलोंग टू एनी य पर्टिकुलर रिलीजन हैव राइट टू मैनेज देर
रिलीजस अफेर इन देर ओन वे यानी कि मैं अपना रिलीजियस अफेयर्स खुद ही कर लूंगा सिंपल सा बात जैसे छठ पूजा आने वाला रहता है तो वो वाला पूजा किसका रहता है मतलब की बिहारी का तो बिहारी लोग जिस तरह से भी पूजा करना
चाहा कर सकता है अब मान लो कि मतलब की दुर्गा पूजा आने वाला रहता है तो वो लोग मतलब की बंगली का ज्यादा पूजा रहता है वो लोग तो वो अपनी तरह से करेगा सिंपल सा बात है जो कम्युनिटी को जो पूजा जिस तरह से
पसंद है वो अपनी तरह से कर सकता है ये पूरा कारा फ्रीडम है ये फ्रीडम देता है आर्टिकल नंबर 26 कौन देता है आर्टिकल नंबर 26 आर्टिकल नंबर 26 बोलता है फ्रीडम मैनेज द रिलीजस अफेयर्स आप कोई भी पूजा आप कोई भी पाट या कोई भी धर्म को फॉलो कर सकते हो
और आप उसको मैनेज भी कर सकते हो क्लियर है इसके बाद बात करते हैं आर्टिकल नंबर 27 आर्टिकल नंबर 27 बोलता है स्टेट कैन नॉट कंपल एनी वन टू पे टैक्सेस फॉर द प्रमोशन ऑफ एनी वन रिलीजन यानी कि मंदिर मस्जिद से कोई टैक्स नहीं ले सकता मंदिर मस्जिद से
या गुरुद्वारा से कोई टैक्स नहीं ले सकता कोई टैक्स नहीं ले सकता ये बोलता है आर्टिकल नंबर 27 एंड आर्टिकल नंबर 28 ध्यान दीजिए आर्टिकल नंबर 28 बोलता है इन एनी एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन मैनेज आउट ऑफ स्टेट फंड नो वन कैन कंपल टू पार्टिसिपेट एनी ऑफ द प्रेयर्स ऑफ द पर्टिकुलर रिलीजन
यानी कि अगर गवर्नमेंट इंस्टिट्यूशन है तो वहां प कोई भी पढ़ सकता है गवर्नमेंट इंस्टिट्यूशन है मान लीजिए कोई भी मतलब गवर्नमेंट का इंस्टिट्यूशन है गवर्नमेंट पढ़ा रहा है अपने फंड से वहां पर रिच भी पढ़ सकता है पुर भी पढ़ सकता है कोई भी
पढ़ सकता है उसे कोई नहीं पूछने जाएगा कि आप तो बहुत अमीर है आप क्यों पढ़ हो गट स्कूल में उससे कोई नहीं पूछेगा और कोई दखल अंदाजी नहीं देगा अगर वो पढ़ना चाहता है स्क में गवर्नमेंट का फैसिलिटी लेना चाहता है तो लेगा य आर्टिकल नंबर 28 बोलता
है समझ में आ गया आपको ठीक है आर्टिकल नंबर 29 और 20 तो हम लोग रेडी म कवर कर दिए इसके पहले आर्टिकल नंबर 29 तो रेडी कवर कर दिया ना भाई बताओ यस या नो बताओ यस या न आर्टिकल नंबर 29 तो रेडी कवर कर दिया
ना भाई यस तो अब हम लोग सीधा 32 पेंगे क नहीं पढ़े भाई हट गया 3 नहीं पढ़ना बोता रेमेडी सुप्रीम कोर्टन रिफ्यूज एक्से राट आर्टिकल ं बोलता है अगर आपको कोई भी अधिकार नहीं मिला है जितना भी अधिकार पढे आर्टिकल नंबर से आर्टिकल नंबर 29 तक जितने
भी राइट हम ने पढ़े अगर आपको कोई भी राइट नहीं मिलता है तो आप इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में जा सकते हो आप इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में या हाई कोर्ट में जा सकते हो कोर्ट में अपील कर सकते इसके लिए हमको अपना अधिकार नहीं मिल रहा हैया बचा लो
हमको ओके जी अब बात करते र लॉ का रूल ऑफ लॉ क्या रहता है ऑलरेडी हम संजीवनी बूटी के जो क्वेश्चन आंसर थे ना उसम रूल ऑफ लॉ समझाए थे आपको रूल ऑफ लॉ का मतलब होता है कि कोई लॉ से बड़ा नहीं है लॉ सबके लिए एक
है लॉ सबके लिए एक है अगर आप य इंडियन सिटीजन हो तो आपको इंडिया का लॉ फॉलो करना पड़ेगा आपको इंडिया का कानून फॉलो करना पड़ेगा इसको हम लोग क्या बोलते हैं रूल ऑफ लॉ समझ में आ गया समझ में आ गया कोई यहां पे कोई यहां प वीआईपी इंसान नहीं है जिसके
लिए लॉ फॉलो नहीं होगा लॉ सबके लिए फॉलो होगा प्र मंत्री के लिए फलो होगा मुख्यमंत्री के लिए फलो होगा सबके लिए ल सेम रहेगा ठीक है सबके लिए ल सेम रहेगा इन सिंपल वर्ड रूल ऑफ ल रेफ ू सुप्रीम ऑफ ल एंड द लैंड ओवर एनी अदर रिपें ऑफ रिटी इन
कंट्री सिंपल सा बात है ओके तो यह सब नहीं पढ़ना है यह सब नहीं पढ़ना है जितना आसान शब्द में आप समझा पाओ ना रूल ऑफ ल को उतना आसान शब्द में समझाना इस तरह से एकदम लव लेटर की तर लिखना लव लेटर की तरह एकदम
प्रेम पत्र लिखना ठीक है लॉ क्या होता है लॉ को कभी फॉलो करना चाहिए हमेशा ल सबके लिए प्रधान है सिंपल सा बात है इस एकदम बढ़ते चढ़ते करके लिख देना ठीक है आंसर ऑलरेडी दिया हुआ है संजीवनी बूटी वि सलूशन अभी डिस्कस करेंगे इसको देखिए सारा का
सारा क्वेश्चन वैसे ही है वैसे ही है सब अभी सब कुछ हम लोग डिस्कस करेंगे रुकिए यह मैराथन एकदम धमाकेदार मैराथन होने वाला है ठीक है तो थरी बिकम फेमस ू द बुक य सब नहीं पढ़ना है आइए आगे बढ़ते आइए आगे बढ़ते हैं रूल ऑफ लॉ हम आपको संजीवनी बूटी के
सलूशन से करा देंगे वही आंसर आप लिख के आ जाना ठीक है रूल ऑफ लॉ का मतलब ये है कि ल सबसे ऊपर है लॉ के ऊपर आप मैं या कोई भी नहीं आ सकता ठीक है प्रधानमंत्री नहीं ल सबसे ऊपर है बस इसी चीज को आपको बढ़ चढ के लिखना है
भाई ठीक है ओके अभी हम लोग बात करेंगे मीनिंग ऑफ सेपरेशन ऑफ पावर सबसे पहले सेपरेशन ऑफ पावर इस चार्ट से समझिए आप सेपरेशन ऑफ पावर का मतलब होता है हर किसी के पावर्स को डिवाइड कर देना ये कंट्री में किसी के पास भी कोई भी एक बॉडी के पास में भी पूरा
का पूरा एक्सेसिव पावर ना रहे वो इंश्योर करना सेपरेशन ऑफ पावर का मतलब है हर एक पावर को डिवाइड करना हर एक पावर को क्या डिवाइड करना जैसे कि हमारे कंट्री में देखिए एक लेजिस्लेटिव बॉडी है लेजिस्लेटिव बॉडी जो कानून बनाती है यानी कि पार्लियामेंट यानी कानून को मतलब बनाती
कौन है बताइए तो कानून को बनाती है पार्लियामेंट आर्टिकल 370 बोललो सी बोलो या कोई भी कानून जो है पार्लियामेंट तो बनाती है उसको एी क्यूट कौन करवाती है उसको एजीक्यू कौन करवाती है उसको एप्लीकेबल कौन करवाती है मिनिस्ट्री डिपार्टमेंट कौन मिनिस्ट्री डिपार्टमेंट मिनिस्ट्री डिपार्टमेंट मतलब
जो अपने अपने मिनिस्टर है ना वो एक्यूट करवाती है आर्मी पुलिस यह कानून को एक्यूट करवाती मतलब एक होता है कानून बनाने वाला एक होता है कानून पालन करवाने वाला एक होता है अगर तुमने कानून फॉलो नहीं किया तो न्याय दिलाने वाला न लाने वाला इसको हम
लोग बोलते हैं जुडिशरी बॉडी तो एक होता है लेजिस्लेटिव बॉडी एक होता है एग्जीक्यूटिव बॉडी एक होता है जुडिशरी बॉडी ठीक है अब पढ़ते हैं मीनिंग ऑफ सेपरेशन ऑफ पावर मीनिंग ऑफ सेपरेशन ऑफ पावर आइए सेपरेशन ऑफ पावर डिवाइड्स द मैकेनिज्म ऑफ गवर्नेंस इनटू थ्री ब्रांचेस ताकि किसी के भी पास
में एक्सेसिव पावर ना जाए सेपरेशन ऑफ पावर का मतलब ये है दोस्तों किसी के भी पास में कोई भी एक ब्रांच के पास में ज्यादा पावर ना चला जाए वरना खतरा है आपके लिए खतरा है मेरे लिए खतरा है सबके लिए खतरा है समझे सेपरेशन ऑफ पावर का मतलब क्या है सेपरेशन
ऑफ पावर डिवाइड्स द मैकेनिज्म ऑफ गवर्नमेंट इनटू थ्री ब्रांचेस मतलब कि तीन ब्रांच में बांटा गया है सबसे पहले लेजिस्लेटिव एग्जीक्यूटिव और जुडिशरी लेजिसलेटिव मतलब कानून बनाने वाला एग्जीक्यूटिव मतलब कानून को पालन करवाने वाला जुडिशरी मतलब न्याय दिलाने वाला कानून बनाने वाला कानून को पालन करवाने वाला न्याय दिलाने वाला ये तीन बॉडी
डिफरेंट डिफरेंट है ये तीन बॉडी क्या है डिफरेंट डिफरेंट है ये सेपरेशन ऑफ पावर आपका 10 मार्क्सस में भी पूछ सकता है पांच मार्क्स में भी पूछ सकता है ध्यान रखो 10 मार्क्स पाच मार्क्स ध्यान रखो ऑल थ्रू डिफरेंट ऑथर गिव डिफरेंट डेफिनेशन अलग-अलग ऑथर ने अलग-अलग डेफिनेशन मतलब दिया सिंपल
सा बात है ईच ऑर्गन शुड हैव डिफरेंट पर्सन इन कैपेसिटी हर एक ऑर्गन को परफॉर्म करने के लिए हर एक लोग रहेंगे हर एक ऑर्गन को परफॉर्म करने के लिए हर एक लोग रहेंगे हर एक ब्रांच में हर एक लोग रहेंगे किसी के पास भी एक्सेसिव पावर नहीं रहेगा किसी के
पास भी एक्सेसिव पावर नहीं रहेगा दूसरा बात कोई एक दूसरे को इंटरफेयर नहीं करेगा मान लीजिए तीन ठो ब्रांच है लेजिसलेटिव एग्जीक्यूटिव को मतलब इंटरफेयर कर रहा है व मतलब दखल अंदाजी दे रहा है काम करने नहीं दे रहा है ऐसा नहीं हो सकता सो वन
ऑर्गन शुड नॉट इंटरफेयर इन द फंक्शनिंग ऑफ अदर ऑर्गन्स यानी तीन तो बॉडी है ना तो तीन तो बॉडी में यहां पे डिवाइड किया गया है ना तो कोई ऑर्गन दूसरा ऑर्गन को डिस्टर्ब नहीं करेगा ठीक है और थर्ड वन ऑर्गन शुड नॉट एक्सरसाइज ए फंक्शन ऑफ अदर ऑर्गन मतलब कि एक ऑर्गन
दूसरा ऑर्गन का काम नहीं करेगा अपना काम खुद करो भाई दूसरे को दूसरा का काम करने दो सिंपल सा बात है ना भाई तीन पार्ट्स में बटा हुआ है लेजिस्लेटिव एग्जीक्यूटिव एंड जुडिशरी तु अपना अपना काम करो ना भाई दूसरे के काम में दखल अंदाजी कोई नहीं
देगा सिंपल सा बात है य पर ये बोलना चाहे ठीक है सस बोर आर डिटरमाइंड म बट कप्लेक्स कंट्री लाइक इंडिया दिस ऑफ अरा मतलब कफ्ट बाय वन ब्रांचेस ओ द अदर लेकिन जुडिशल ब्रांच के पास य अथॉरिटी है यह पावर है कि वो दूसरा ब्रांच को रिव्यू कर
सकता है जुडिशल ब्रांच जो है जो न्याय दिलाने वाला जो ब्रांच है ना उसके पास ये पावर है कि वो दो ब्रांचेस को रिव्यू कर सकता है जांच सकता है कि ये सही काम कर रहा है या नहीं काम कर रहा है क्लियर है ओके जी
आइए ये सब तो पढ़ा दिया ये सब नहीं पढ़ना है ठीक है ये सब नहीं पढ़ना है अभी भी बता रहे हैं ये सब नहीं पढ़ना है ये सब नहीं पढ़ना है जो पढ़ाए सिर्फ मीनिंग पढ़ना है ये भी नहीं पढ़ना है काटो इसको काटो काटो काटो
ठीक है सेपरेशन ऑफ पावर एंड रूल ऑफ लॉ का सिर्फ मीनिंग पढ़ना है और संजीवनी बूटी का जो सलूशन है वो जरा देख लेना वो बच्चे ने किस तरह से आंसर लिखा है उसी तरह से आंसर आप लोग को लिखना है बना बना के ज्यादा बड़
बड़ करके आंसर लिखना ज्यादा बड़ बड़ करके बनाना लव लेटर के मब जैसे ठीक है ओके अब पढ़ेंगे सर्ज निटी क्या होता है अब हम लोग क्या पढ़ेंगे सर्ज निटी क्या होता है डिस्कस द कांसेप्ट ऑफ सजनि आइए सटी मीट द स्टेट है द इंडिपेंडेंट अथॉरिटी और पावर
विथ द सुप्रीम लर्निटी का क्या मत मतलब है कि हम लोग आजाद है हम लोग आजाद कंट्री है हम लोग आजाद कंट्री है हम लोग का प्रधानमंत्री हम लोग का पार्लियामेंट खुद का लॉ खुद ही बनाएगा हम लोग का पार्लियामेंट खुद का लॉ खुद ही बनाएगा कोई
दूसरा बना के नहीं जाएगा मेरा लॉ कोई दूसरा इंसान कोई दूसरा कंट्री हमारा कंट्री को कंट्रोल नहीं करेगा हम लोग आजाद है हम लोग इंडिपेंडेंट है हम लोग इंडिपेंडेंट अथॉरिटी है स वर्जिनिटी का मतलब क्या होता है सर्टी मींस दैट द स्टेट हैज इंडिपेंडेंट अथॉरिटी और पावर्स हमारे
पास अपना पावर है हम लोग दूसरे के पावर में नहीं रहते हम लोग किसी के गुलाम नहीं हैटी मतलब समझा इट इट मीट इंडिया है द कंपलीट अथॉरिटी मेकिंग इंटरनल ए एक्सनल डिजन इंडिया के पास पूरा का पूरा अथॉरिटी है वो इंटरनल डिसीजन भी बनाए एक्सटर्नल
डिसीजन भी बनाए इंडिया के पास पूरा का पूरा अरिटी है मैं कोई भी रू बना कोई भी कानून बनाऊ अपने से बना सकता हूं मैं दूसरे कंट्री का मैं दूसरे कंट्री पर निर्भर नहीं रहूंगा दूसरा कंट्री मेरा ल नहीं बनाएगा किसी का हिम्मत नहीं है कि मेरे कंट्री में इंटरफेयर करे कोई
इंटरफेयर नहीं करने आएगा सिपल सा बात है क्लियर है समझ में आ रहा है जोश है जोश है या नहीं है बताओ जोश है या नहीं है सिंपल बताओ आप लोग लाइक क्यों नहीं कर रहे हो फटाफट से लाइक करो ना लाइक करो ना यार समझ
में आ रहा है तो लाइक करो ना शेयर करो अपने सारे के सारे दोस्तों को बुलाओ हल कलेक्शन में तो वही लोग मदद करेंगे ना बुलाओ बुलाओ लिंक शेयर करो सबको फटाफट से लिंक शेयर करो लिंक शेयर करो जल्दी लिक शेयर करो फटाफट से स मतलब क्या हो गया आपके पास हमारे कंट्री
के पास पूरा का पूरा रिटी है हम लोग अपना अपना कानून खुद बना सकते हैं हम लोग किसी दूसरे के अंडर नहीं है और कोई हमारे देश में कोई हमारे देश में इंटरफेयर नहीं करेगा कोई हमारे देश में कंट्रोल नहीं करेगा ठीक है तो स्टेट इ न प डिपेंड नी
अदर स्ट ऑ अ सिपल सा बात है ठीक यह सब नहीं पना है एक्सनल इंटरनल अगर पना तो पलेना कोई दिक्कत नहीं लेकिन पढना नहीं इसके बाद बात करेंगे सोशलिज्म एक्सप्लेन द कांसेप्ट ऑफ सोशलिज्म सोशलिज्म क्या होता है सोशलिज्म क्या होता है तो द टर्म सोशलिस्ट वास इंसर्टेड इन द 42
सेकंड कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट एक्ट या 1976 में यह सोशलिस्ट वर्ड इंट्रोड्यूस किया गया था हमारे कांस्टिट्यूशन में हमारे कांस्टिट्यूशन में 1976 में ये सोशलिस्ट वर्ड ऐड किया गया था अमेंडमेंट आ सोशलिस्ट वर्ड मतलब पहले नहीं था 1976 है ये बताओ कि सोशलिज्म कब ऐड किया गया था सोशलिस्ट वर्ड हमारे
कांस्टिट्यूशन में कब ड किया गया था चैट बॉक्स में मेरे को आंसर चाहिए मेरे को आंसर चाहिए वरना मैं आगे बढ़ेगा नहीं सिंपल सा बात है मेरे को आंसर चाहिए सोशलिस्ट वड अपना कांस्टिट्यूशन में कब आया हुआ थाय जल्दी बताओ जल्दी जल्दी जल्दी 1976 1976 आइए इसके बाद इट मीस सोशल एंड
इकोनॉमिक इक्वलिटी इन द ट्रू सेंस यानी सबको इक्वलिटी मिलनी चाहिए सबको सोशल मतलब इक्वलिटी मिलनी चाहिए सबको इकोनॉमिक इक्वलिटी मिलनी चाहिए जो फूड शेल्टर हाउसिंग सब लोगों के लिए अवेलेबल हो पूरे के पूरे कंट्री के लिए अवेलेबल हो जो बेसिक नेसेसिटी है बेसिक नेसेसिटी किसको बोलते हो रोटी कपड़ा मकान रोटी कपड़ा मकान
सबके लिए अवेलेबल रहना चाहिए कोई अमीर कोई गरीब नहीं सबके लिए रोटी कपड़ मकान तो अवेलेबल रहना ही चाहिए जो बेसिक नेसेसिटीज है अवेलेबल रहना चाहिए मान लीजिए मिल्क मिल्क मान लीजिए लाख पर केजी है क्या खरीद पाओगे क्या खरीद पाओगे क्या यह सही बात है
लिखो लिखो लिखो अरे चैट बॉक्स में लिखो मिल्क अगर एक लाख पर केजी मिले क्या आप लोग खरीद पाओगे नहीं भैया सिंपल सा बात है तो यह सब गलत बात है इसीलिए सबको सेम इक्वलिटी मिलनी चाहिए सबको इकोनॉमिक इक्वलिटी मिलनी चाहिए सोशल इक्वलिटी मिलनी चाहिए इसका मतलब क्या है कि सबके पास
बेसिक चीजें तो उपलब्ध होनी ही चाहिए और वो भी पेयर प्राइस प सोशल क्वालिटी एंटेल्स मतलब डिस्क मतलब डिस्क्रिमिनेशन कास्ट स्पीड कलर रिलीजन जेंडर लैंग्वेज किसी को भी डिस्क्रिमिनेट नहीं करने का ये यह एकदम छोटा जाता है इसको स्कूल में नहीं पढ़ाएंगे यह छोटा जात का है इसको समान नहीं देंगे कास्ट क्रीड
कलर रिलीजन जेंडर से किसी को भी डिस्क्रिमिनेट नहीं करने का किसी को भी डिस्क नहीं करने का इसका मतलब ये हो गया सोशलिज्म कांसेप्ट आपने समझा लिख दोगे बना बना के सोशलिस्ट वर्ड कब आया था 4 से अमेंडमेंट एक्ट 1976 इट मीस सोशल एंड इकोनॉमिक इक्वलिटी इन द ट्रू सेंस सोशल इक्वलिटी टेल्स
यह म डिस्क्रिमिनेशन को हटाता है य सब सारा चीज आप लोगर लिख दोगे तो पा मार् आपको मिल जाएंगे पा मार्क्स आएगा सोम पाच मार्क्स का आएगा इसके बाद बात करते डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी क्या होता है तो डेमोक्रेसी कैन बी डिफाइंड एस द मत गवनमेंट ऑफ द पीपल
फर द पीपल बाय द पीपल मतलब डेमोक्रेसी का मतलब क्या हुआ गवर्नमेंट सबके लिए है सबका है और सबके द्वारा इलेक्ट किया गया है सबके लिए है सबका है एंड सबके द्वारा किया गया है यानी कि गवर्नमेंट को बनाते भी हम है गवर्मेंट को बिगड़ते भी हम है सब कुछ
हम ही करते है पीपल का ही हाथ में है गवर्नमेंट राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा राजा वही बनेगा जो हकदार रहेगा पिछले जमाने में क्या होता था राजा का बेटा राजा ही बनता था राजा का बेटा क्या बनता था राजा ही बनता था लेकिन आज के जमाने में
गवर्नमेंट को पीपल इलेक्ट करता है इलेक्शन से इलेक्ट करता है पीपल एक्सरसाइज देर म पावर पॉलिटिकल प्रोसेस बा चूज रिप्रेजेंटेटिव इलेक्शन होता है ना इलेक्शन होता है ना जब तुम 18 के हो जाओगे अगर तुमम 18 के हो गए तो इस बार से तुम वोट देने जाओगे अपना फेवरेट पार्टी को तुम
वोट दोगे स क्या बोलते हो डेमोक्रेसी तुम्हारे पास ये अधिकार है कि तुम अपना वोट दो फेयर इलेक्शन हो सिंपल सा बात है फ्री इलेक्शन हो फेयर इलेक्शन हो ठीक है और इंडिया जो है लार्जेस्ट एंड मोस्ट पावरफुल डेमोक्रेसी है लार्जेस्ट डेमोक्रेसी है आबादी भी तो ज्यादा है ना
सिंपल सा बात है इसलिए इंडिया को लार्जेस्ट एंड मोस्ट पावरफुल डेमोक्रेसी बोला जाता है ठीक है ओके यहां पर लिखा हु फोथ पॉइंट में मतलब कशन अडॉप्टेड यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंज गिव एवरी सिटीजन अब 18 यर्स द राइट टू वोट यानी कि अगर तुम
18 प्लस हो तो भाई तुम वोट दे सकते हो अरे मैटर नहीं करता तुम काले हो गोरे हो लंबे हो छोटे हो रिलीजन मतलब मुस्लिम हो हिंदू हो बिहारी हो बंगाली हो कोई मैटर नहीं करता आप वोट दे सकते हो अगर आप 18 प्लस के
हो तो आप वोट दे सकते हो तो क्या आप डेमोक्रेसी का मतलब लिख दोगे डेमोक्रेसी कैन बी डिफाइंड एस द गवर्नमेंट फॉर द पीपल या बा पीपल या ऑफ द पीपल कॉमा कमा देके लिख देना सिंपल सा बात है एंड पीपल एक्सरसाइज देर पावर इन पॉलिटिकल प्रोसेस बाय चूज
गवर्नमेंट ठीक है इसके बाद इंडिया इज द लार्जेस्ट एंड मोस्ट मत पावरफुल डेमोक्रेसी इन द वर्ल्ड इसके बाद लिखना कि हर कोई हर कोई 18 प्लस का इंसान वोट दे सकता है सिंपल सा बात है लड़का हो लड़की हो बिहारी हो बंगाली हो मद्रासी हो हर कोई
वोट दे सकता है कोई रिलीजन मैटर नहीं करता हर इंसान का हक है वोट देना इसके बाद बात करेंगे एक्सप्लेन द कांसेप्ट ऑफ सेकुलरिज्म एक्सप्लेन द कांसेप्ट ऑफ सेकुलरिज्म मतलब कि सेकुलरिज्म क्या होता है ये भी पांच मार्क्स का आएगा ये भी पांच मार्क्स का आएगा यस आइए सेकुलरिज्म का
मतलब क्या होता है सेकुलरिज्म मींस सेपरेशन ऑफ रिलीजन फ्रॉम पॉलिटिकल इकोनॉमिक सोशल कल्चरल सेक्युलरिज्म मतलब हो गया कि कोई जात पात तुम नहीं देखोगे कोई रिलीजन तुम नहीं देखोगे कोई रिलीजन तुम नहीं देखोगे सब एक है सब एक है हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई बिहारी बंगाली मद्रासी सब एक है सब एक
है और सबको इक्वल अपॉर्चुनिटी मिलेगा सबको यह कंट्री में रहने का हक है सबको अपना पॉलिटिकल इकोनॉमिक एंड सोशल कल्चरल एस्पेक्ट से यह कंट्री में रहने का पूरा का पूरा हक है भाई पूरा का पूरा हक है सबको जस्टिस मिलना ही चाहिए सिंपल ओके और सबको इक्वल अपॉर्चुनिटी
मिलेगा जैसे हम तुमको राइट्स ऑफ इक्वलिटी में समझाए थे तो सेकुलर वर्ड कब आया था सेकुलर वर्ड 42 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट में ही आया था 1976 1976 में यानी कि सेकुलर वर्ड भी आया था याद रखना 196 में सेकलर वर्ड और सोलिम व दोनों ही वड 1976 के अमेंडमेंट में आया टशन में अमेंडमेंट
हुआ 196 में 1976 में का में अमेंडमेंट हुआ था जहा सेकर और सोम वाला वड आया समझ में आ रहा है आ रहा तो बताओ लाइक करो फटाफट शेयर करो य य लि शेर करो जल् शेयर करो शेयर करो य इसके बाद क्या मतलब हर कोई रिलीजन को हम लोग फुल फ्रीडम
के साथ फॉलो कर सकते है सिंपल सा बात समझाता हूं हर कोई रिलीजन को हम लोग ना फुल फ्रीडम के साथ फॉलो कर सकते हैं अगर आपको हिंदू जम फॉलो करना है करो ना भाई मुस्लिम इस्लाम धर्म फॉलो करना है करो ना भाई जैन वाला धर्म फॉलो करना है करो ना
भाई सिख वाला धर्म फॉलो कर र करो ना भाई कोई दिक्कत नहीं है कोई भी धर्म तुम फॉलो करो तुम्हारे पास फुल फ्रीडम है यह ये बोलता है इट ल्स स्टैंड फॉर इक्वल अपॉर्चुनिटी सबको इक्वल अपॉर्चुनिटी मिलेगा कोई रिलीजन कोई यहां पर मतलब डिस्क्रिमिनेशन नहीं देखा जाएगा सबको इक्वल अपॉर्चुनिटी मिल के
रहेगा मिलके रहेगा आए दोस्तों कांग्रेचुलेशन हमने मॉड्यूल वन खत्म कर दिया फाइनली मॉड्यूल वन हमने खत्म कर दिया फंडामेंटल ड्यूटीज के बारे में पढ़ेंगे आइए फंडामेंटल ड्यूटीज के बारे में पढ़ेंगे सबसे पहले बताओ हाउ इज द जोश यस यस करके पूरा तूफान आना चाहिए तूफान आना चाहिए दोस्तों जोश खत्म हो गई तुम्हारी
इतने कमजोर हो तुम एक घंटे का सेशन करके जोश खत्म अभी तो पूरा कांस्टिट्यूशन रटवा है तुमको रटवा के भेजेंगे इधर से ही तुम प्रिपर करके प्रिपर करके जाओगे य से श कर शुरू करें फंडामेंटल ड्यूटीज आ जाओ फंडामेंटल ड्यूटी के बारे में पढ़ेंगे फंडामेंटल ड्यूटी है क्या और फंडामेंटल
राइट से व डिफर क्यों करता है फंडामेंटल राइट्स जो हमने अभी पढ़ा छ के छ राइट और फंडामेंटल ड्यूटी में क्या फर्क है नाम तो सेम सेम लग रहा है इसके बारे में पढ़ेंगे इसके वैल्यूज को जानेंगे सिग्निफिकेंट को जानेंगे इमरजेंस को जानेंगे ठीक है आइए और
यह 10 मार्क्स का आ सकता है भाई बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट क्वेश्चन है बहुत ज्यादा 10 मार्क्स 15 मार्क्स कुछ भी मार्क्स में आ सकता है बहुत इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है फंडामेंटल ड्यूटीज मैं बोल देता हूं वापस से आइए समझिए इसको फंडामेंटल ड्यूटीज रेफर्स टू ए सेट ऑफ मोरल ऑब्लिगेशन व्हिच एवरी सिटीजन इज
एक्सपेक्टेड टू फुलफिल इन ऑर्डर टू कंट्रीब्यूट द ओवरऑल वेलफेयर एंड डेवलपमेंट ऑफ़ द सोसाइटी फंडामेंटल ड्यूटीज एक मोरल ऑब्लिगेशन है फंडामेंटल ड्यूटीज क्या है एक मोरल ऑब्लिगेशन है दोस्तों एक मोरल ऑब्लिगेशन है मोरल ऑब्लिगेशन मतलब क्या ज्ञान की बातें जिसको फॉलो करना कंपलसरी नहीं है लेकिन यह देशवासियों को रिस्पांसिबिलिटी बनता है य
देशवासियों का रिस्पांसिबिलिटी बनता है कि आप उसको फॉलो करें यह देशवासियों का य तुम्हारा हमारा सबका रिस्पांसिबिलिटी बनता है कि यह ड्यूटी को फॉलो करें करना चाहिए लेकिन फॉलो करना कंपलसरी नहीं है यानी कि इसको अगर तुम फॉलो नहीं करोगे तो जेल नहीं जाओगे ठीक है इसको अगर तुम फॉलो
नहीं करोगे तो जेल नहीं भेज देंगे लोग लेकिन इसको फॉलो करना चाहिए हम लोग को रिस्पांसिबिलिटी है हमारा ओके ओके जी समझ गए आगे पढ़ तो फंडामेंटल अब इसका इमरजेंस को पढ़ते इमरजेंस व्ट आर द इमरजेंस ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज ये भी पाच मार्क्स का आएगा पाच मार्क्स का आएगा पाच मार्क्स में
तीन लाइन लिख देना बस हो जाएगा काम रा हो जाएगा काम तुमरा मैं बोल रहा हूं ना हो जाएगा काम तुम्हारा स फंडामेंटल ड्यूटी मर्ज एस ए कल्चरल एस्पेक्ट ऑफ द इंडियन कांस्टिट्यूशन विथ ए सेकंड अमेंडमेंट इन 1976 यानी कि जो फंडामेंटल ड्यूटीज भी जो
आया था ना ये 42 अमेंडमेंट में आया था अमेंड किया गया था अपने इंडियन कांस्टिट्यूशन को फंडामेंटल ड्यूटीज पहले नहीं था फंडामेंटल ड्यूटीज पहले क्या था नहीं था बाद में इसको अमेंड किया गया था 47 मतलब की सेकंड अमेंडमेंट में आया हुआ था तो 42 अमेंडमेंट में क्या क्या आया
सोशलिस्ट वर्ड आया था सेकुलर वर्ड आया था और फंडामेंटल ड्यूटीज आया था चैट बॉक्स में लिख के बताओ 42 अमेंडमेंट में क्याक आया था चैट बॉक्स में फटाफट से लिख के बताओ 4 से अमेंडमेंट में क्या क्या आया था क्या क्या आया था कौन-कौन सा वर्ड आया था
कौन-कौन सा वर्ड आया था जल्दी जल् बताइए जल्दी जल् बताए जल्दी बताओ जल्दी बताओ आलस मत करो यारो आलस मत करो क्या क्या आया था बताओ सोशलिस्ट बताओ ना सोशलिस्ट सेकुलर और फंडामेंटल ड्यूटीज पूरा का पूरा फंडामेंटल ड्यूटीज ही आया था ठीक है कब आया था 1976 में ये सब सब लिखना
है ओके अब इसके वैल्यूज के बारे में पढ़ेंगे व्हाट आर द वैल्यूज ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज ये इंपॉर्टेंट नहीं है ये इंपॉर्टेंट नहीं है लेकिन हम पूरा का पूरा बुक कवर करेंगे क्यों आया था फंडामेंटल ड्यूटी इंपॉर्टेंस प आ रहे इंपोर्टेंस इंपोर्टेंस में लिख सकते हो इसको ठीक है
इंपोर्टेंस में लिख सकते हो इसको इंपोर्टेंस पूछे ना तो लिख सकते हो ये सब सारे पॉइंट इंपोर्टेंस में भी तुम लिख सकते हो ठीक है सबसे पहला फंडामेंटल ड्यूटीज एमफे साइज द लव एंड डिवोशन थ आउट वन कंट्री यानी कि फंडामेंटल ड्यूटीज इसलिए लाया गया ताकि हम अपने देश से प्यार
करें हम अपने देश के प्रति प्यार करें हम बोले ल टू बी एन इंडियन मत प्राउड टू बी एन इंडियन फंडामेंटल ड्यूटी इसलिए आया था कि हम लोग अपने देश से क्या करें प्यार प्रेम इसके बाद सिटीजन एक्सपेक्ट ू अ ए स्पेक्ट आइडियल ए इन काट यानी की य पर
बोला गया है भगत सिंह सुखदेव सुभाष चंद्र बोस महात्मा गांधी जो भी हमारे फ्रीडम फाइटर है उनको रिस्पेक्ट करो ना जो भी फ्रीडम फाइटर हमारे उनको रिस्पेक्ट करो ना प्लीज रिस्पेक्ट करो ना जो जिसके वजह से हम देश में आजाद बैठे हुए हैं आजाद परिंदे हैं इस देश के उसको प्लीज रिस्पेक्ट करो
ना प्लीज कर लो प्लीज रिक्वेस्ट कर रहा हूं कर लो रिस्पेक्ट कर लो भाई फ्रीडम फाइटर है क्लियर है इसके बाद थर्ड इंपॉर्टेंस है ये इट प्रमोट्स द स्पिरिट ऑफ ब्रदरहुड एंड यूनिटी ये देश में यूनिटी बना के रखता है ये देश में भाईचारा बना के
रखता है फंडामेंटल ड्यूटीज की वजह से देश में यूनिटी आता है भाईचारा आता है क्लियर है एक मिनट चेक कर लेता हूं ओके चलिए आइए फर द फंडामेंटल ड्यूटी स्ट्रेस द इंपोर्टेंस ऑफ टिंग द फेलो सिटीजन फॉलो सिटीजन वि डिग्निटी एंड रिस्पेक्ट यानी कि फंडामेंटल ड्यूटी इसलिए बनाया गया है कि
आप सबको रिस्पेक्ट और डिग्निटी से रिस्पेक्ट और डिग्निटी से देखो रिस्पेक्ट और डिग्निटी से बात करो मान लो कि प्रधानमंत्री को तुमने नाम से बुला दिया और तुमने रिस्पेक्ट नहीं किया मान लो कि आप प्रधानमंत्री को गाली दे रहे हो चीफ मिनिस्टर को गाली दे रहे हो आप ये सब नहीं
कर सकते ये सब गलत बात है उस पोजीशन को रिस्पेक्ट करो भाई अपने सिटीजन को रिस्पेक्ट करो अपने आस परोस के लोग को रिस्पेक्ट करो अपने दोस्तों को रिस्पेक्ट करो मां-बाप को रिस्पेक्ट करो इसीलिए फंडामेंटल ड्यूटी आया हुआ है इसीलिए फंडामेंटल ड्यूटीज आया हुआ है तत फंडामेंटल ड्यूटीज हाईलाइट द
सिग्निफिकेंट एजुकेशनल एंड कल्चरल वैल्यू लोगों को लिटरेट बनाने के लिए लोगों को पढ़ा लिखा बनाने के लिए लोगों को ज्ञान बुद्धि देने के लिए फंडामेंटल ड्यूटी आया है क्या लोगों को ज्ञान बुद्धि देने के लिए फंडामेंटल ड्यूटीज आया है अब बात करेंगे सिग्निफिकेंट आइए सिग्निफिकेंट इसको भी आप इंपोर्टेंस
में ही लिख सकते हो ठीक है इंपोर्टेंस अगर आ गया ना और इंपोर्टेंस का अगर 10 पॉइंट आ गया ना तो वैल्यू और सिग्निफिकेंट को मिक्स कर देना वैल्यू और सिग्निफिकेंट को मिक्स कर देना वैसे अगर सिग्निफिकेंट आ गया तो पाच मार्क्स के लिए तीन पॉइंट लिख
देना कोई दिक्कत नहीं है मार्क्स मिल जाएगा कोई दिक्कत नहीं है माक्स मिल जाएगा ठीक है लिखना सीखो बना बना के लिखना सीखो बना बना के लिखना है बना बना के बना बना के बना बना के विस्तार रूप में लिखना है ठीक है फर्स्ट देखिए फर्स्ट सििक करने जा रहे
दोस्तों ध्यान दो ध्यान दो ध्यान दो ध्यान दो फोकस फोकस फोकस अरे कैमरामैन फोकस करो इट सर्व एट ए कांस्टेंट रिमाइंडर टू सिटीजन दैट वाइल एक्सरसाइजिंग देर कांस्टिट्यूशन राइट दे मस्ट बी अवेयर ऑफ देर ड्यूटीज ऑफ देर नेशन सिग्निफिकेंट यह बोलता है कि जब भी आप जब भी आप फंडामेंटल
ड्यूटीज को फॉलो करो ना आपको लगना चाहिए कि आप अपने देश के लिए काम कर रहे हो आप अपने सिटीजन का ड्यूटी निभा रहे हो आप अपने नेशन का ड्यूटी निभा रहे हो और अपने देश के प्रति तो भैया जान भी है सब तो
अपने देश के लिए ही काम कर रहे हैं अपने देश के प्रति तो जान भी हाजिर है तो फंडामेंटल ड्यूटी फॉलो क्यों करते हो फंडामेंटल ड्यूटीज फॉलो इसलिए करते हो क्योंकि यह आपका ड्यूटी है यह आपका कर्तव्य है क्लियर है ओके नेक्स्ट सर्व एस वार्निंग ये एक वार्निंग है फंडामेंटल
ड्यूटीज कि अगर तुम इसको फॉलो नहीं किया तो तुम्हारे साथ कभी बहुत गलत हो जाएगा कभी मान लो गवर्नमेंट पकड़ ली तुमको वैसे तो सजा नहीं है फंडामेंटल ड्यूटी सजा नहीं है लेकिन वार्निंग है अगर तुम कभी गलत कर लिया और किसी के साथ कुछ इफेक्ट हो
गया किसी के साथ कुछ इफेक्ट हो गया तो तुमको जेल भी हो सकता है तो तुम्हारे साथ कुछ कारवाई हो जाएगी सिपल सा बात है फंडामेंटल ड्यूटी को ना फॉलो करने के वजह से अगर मान लो किसी को कुछ नुकसान हो गया तो तुमको जेल भी हो जा सकती है मान लो एक
शॉप है के सामने तुमने पेशाब कर दिया सिंपल सा बात है के सामने तुमने क्या कर दिया पेशाब अब उसके वजह से उसके उसका स गंदा हो गया ना तो वो तुम केस करेगा ना तो तुम जेल जाओगे यही तो एक फंडामेंटल ड्यूटी है ना सिंपल सा बात है फंडामेंटल
ड्यूटी को अगर तुम फॉलो नहीं करोगे तो तुम जेल नहीं जाओगे लेकिन अगर तुम्हारे वजह से किसी दूसरे का नुकसान हो गया ना भाई किसी दूसरे का नुकसान हो गया त तो तुम जाओगे पक्का जाओगे ठीक है इसके बाद ी प स कंट्रीब्यूट टू द डेवलपमेंट ऑफ द फीलिंग
ऑफ डिसिप्लिन एंड पम यानी ये मेरे देश की धरती सोना उबले उबले हीरे मेरे देश की धरती देशभक्ति जलाती है देशभक्ति जगाती है ये फंडामेंटल ड्यूटी ठीक है ये फंडामेंटल ड्यूटी क्या देशभक्ति जगाती है समझे इसके बाद देखो पार्लियामेंट है द रिटी टू इपोज एनी फम ऑफ पेनल्टी और
पनिशमेंट फॉर एनी वायलेशन ऑफ द फंडामेंटल ड्यूटी तो भाई पार्लियामेंट के पास पावर है वो कभी भी तुम्हारे ऊपर पेनाल्टी कर सकती है पनिशमेंट कर सकती है ठीक है पार्लियामेंट के पास भी पावर है अगर पार्लियामेंट मान लो कि तुम्हारे ऊपर भड़क गया तो फंडामेंटल ड्यूटीज के लिए भी तुम
पर पनिशमेंट कर देगा ठीक है तो ये तो ब भैया फंडामेंटल ड्यूटीज का मीनिंग ये तो पढे फंडामेंटल ड्यूटीज का मीनिंग अब यह बता दो कि फंडामेंटल ड्यूटीज है क्या क्या तो दोस्तों मैं बता दूं कि फंडामेंटल ड्यूटीज आता है आर्टिकल 51 ए आर्टिकल 51 ए में आता है फंडामेंटल ड्यूटीज और आर्टिकल
51 ए के तहत हमारे पास 10 फंडामेंटल ड्यूटीज है याद करने है जी याद करने है ये बहुत इंपोर्टेंट क्वेश्चन है ये बहुत वेरी वेरी वेरी इंपोर्टेंट क्वेश्चन फंडामेंटल ड्यूटी हमारे पास 10 फंडामेंटल ड्यूटी अवेलेबल है जो कि आर्टिकल नंबर 51 ए के तहत लिखा गया है अगर पूछे वट इ आर्टिकल 51
ए तो आर्टिकल 51 ए में ही तो फंडामेंटल ड्यूटी लिखा गया है ना वो फंडामेंटल ड्यूटी को एक्सप्लेन कर देना बात एक ही है समझा कि नहीं बता समझा कि नहीं बता बताओ चैट बॉक्स में बताओ समझा कि नहीं समझा या नहीं बताओ आ जाओ अभी एक एक करके हम लोग
फंडामेंटल ड्यूटीज को पढ़ते हैं एक करके हम लोग फंडामेंटल ड्यूटी को पढ़ते हैं एक एक फंडामेंटल ड्यूटी को पढ़ते हैं द 10 फंडामेंटल ड्यूटीज वेर एडेड टू द कांस्टिट्यूशन इन 1976 मैंने क्या बताया था कि फंडामेंटल ड्यूटीज कब आया था 1976 और कौन से अमेंडमेंट में आया था 4 से
अमेंडमेंट में आया था 4 से अमेंडमेंट में फंडामेंटल ड्यूटी 1976 में आया था एंड 42 अमेंडमेंट में आया था याद रखना और पार्ट 6 ए में पार्ट 6 ए में लिखा गया है फंडामेंटल ड्यूटी ये याद रखना ये बहुत वेरी वेरी वेरी इंपोर्टेंट बहुत इंपोर्टेंट छप के आएगा छप के क्वेश्चन
एकदम छप के आएगा ओके यहां पर देखो क्या लिखा हुआ है 86 कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट रिजल्टेड इन द इंक्लूजन ऑफ एडिशनल फंडामेंटल ड्यूटी यानी की एक और फंडामेंटल ड्यूटी ऐड किया गया और फंडामेंटल ड्यूटी पहले तो 10 था लेकिन अब 11 हो चुका है पहले तो 10 ही फंडामेंटल
ड्यूटी रहा करता था लेकिन अब 11 हो चुका है क्लियर है सबसे पहले भया फंडामेंटल ड्यूटी बताइए क्या क्या फंडामेंटल ड्यूटी है हमारा सबसे पहला फंडामेंटल ड्यूटी ू अड बाय द कांट एंड रिस्पेक्ट आडिल ए इंट ऑफ द नेशनल फ्लैग ए नेशनल एंथम यानी कि हमें नेशनल को रिस्पेक्ट करना है हमें नेशनल
एंथम को रिस्पेक्ट करना है हमें जो देश का जो आइडियल है उनको रिस्पेक्ट करना है इंस्टिट्यूशन को रिस्पेक्ट करना है जैसे कि पार्लियामेंट हो गया सुप्रीम कोर्ट हो गया हाई कोर्ट हो गया यह सब चीज को हम लोग को रिस्पेक्ट करना है नेशनल एंथम को रिस्पेक्ट करना है नेशनल स को रिस्पेक्ट
करना है अगर मान लीजिए आप नेशनल फल को रिस्पेक्ट नहीं करोगे ना गयो तुम गयो गयो गयो गयो इसके बाद देखो नंबर बी में सेकंड फंडामेंटल ड्यूटी करने जा रहे हैं टू चेरिश एंड फॉलो द नोबल आइडियाज वि इंस्पायर्ड द नेशनल स्ट्रगल फॉर फ्रीडम यानी कि फ्रीडम फाइटर्स के जो
आइडियाज है फ्रीडम फाइटर्स को इज्जत देने का जिनके वजह से आजादी मिली आपको उनको इज्जत देने का जिनके वजह से आजादी मिली आपको उनको इज्जत देने का सी में क्या लिखा हुआ है देखो ू अपल्ड एंड प्रोटेक्ट द सटी इंटीग्रिटी एंड यूनिटी ऑफ इंडिया यानी कि देश का मान सम्मान एकता तुम्हारी
रिस्पांसिबिलिटी है देश का मान सम्मान को ध्यान रखना देश की एकता को ध्यान रखना जैसे आपने जैसे आपके मम्मी पापा बोलते हैं ना बेटा हमारी एक्सपेक्ट कर लो बेटा हमारे मान सम्मान तुम्हारे ऊपर है पूरा का पूरा हमारा नाक तुम्हारे ऊपर है पूरा का पूरा हमारे मान सम्मान तुम्हारे ऊपर है एग्जाम
में अच्छे मार्क्स लेके आ जा वैसे ही देश का मान सम्मान तुम्हारा रिस्पांसिबिलिटी है तुम अपना देश के बारे में कुछ गलत बोलोगे तो तुम गलत करोगे बहुत लोग फ्लो फ्लो में आके अपने देश के बारे में उल्टा-पुल्टा बोल देते हैं कंट्री हमारा है हमको ही देखना है हमको कंट्री का हमेशा
मान सम्मान करना है ये आपका फंडामेंटल ड्यूटी है ओके नंबर डी टू डिफेंड द कंट्री एंड रेंडर नेशनल सर्विसेस वन कॉल्ड अपॉन टू डू सो जब देश को आपकी जरूरत पड़े जब देश को आपकी जरूरत पड़े आप जाओ देश की मदद करो अगर आपको कभी देश की जरूरत पड़े अगर
मान लो कि मतलब धरती माने आपको बुलाया तो जाओ देश के लिए लड़ो ठीक है इसके बाद ई टू प्रमोट हार्मनी एंड द स्पिरिट ऑफ कॉमन ब्रदरहुड यानी कि भाई शांति पूर्वक रहो भाईचारा बना के रहो दूसरों को हेल्प करो और दूसरों को भी हेल्प करने दो भाईचारा बना के रखो ठीक है
हर रिलीजन को रिस्पेक्ट करो सिंपल सा बात है नंबर ई यही कहता है नंबर एफ ू वैल्यू एंड प्रिजर्व द रिच हेरिटेज ऑफ आवर कंपोजिट कल्चर यानी कि जो हेरिटेज है जो मंदिर है जो अच्छे अच्छे मान लीजिए आइडियल है मलब ताजमहल जो हेरिटेज है जो इंडिया का
मान सम्मान है उनको थोड़ा सा प्रिजर्व करके रखिए उनको थोड़ा सा वैल्यू कीजिए उनको वैल्यू कीजिए प्रिजर्व करके रखिए जी टू प्रोटेक्ट एंड इंप्रूव द नेचुरल एनवायरमेंट इंक्लूडिंग फॉरेस्ट लेक्स रिवर्स ए लाइफ हमेशा हम लोगों को नेचुरल एनवायरमेंट को प्रोटेक्ट करना चाहिए फॉरेस्ट लेक्स वाइल्ड लाइफ को प्रोटेक्ट करना हमारी रिस्पांसिबिलिटी
है अब आप लोग पूछोगे कि भैया ये 11 के 11 फंडामेंटल ड्यूटीज लिखने पड़ेंगे क्या नहीं जितना याद आ रहा उतना लिख दो जितना याद आएगा उतना लिख दो बड़ा करके एक पैराग्राफ लिख देना जितना याद आ रहा उतना लिख ठीक है मतलब डेवलप द साइंटिफिक टेंपर ह्यूमिज
एंड स्पिरिट ऑफ इंक्वायरी एंड रिफॉर्म मतलब कि हमेशा एक साइंटिफिक टेंपर ह्यूमैनिज्म डेवलप करो इंसानियत अपने अंदर इंसानियत लाओ भाई अपने अंदर इंसानियत लाओ किसी को मतलब कि किसी के प्रॉब्लम के बारे में पूछो और उसके प्रॉब्लम को सॉल्व करना सीखो किसी के प्रॉब्लम के बारे में पूछो
इसको बोलते हैं स्पिरिट ऑफ इंक्वायरी एंड रिफॉर्म उस प्रॉब्लम का सलूशन निकालो टू सेफगार्ड द पब्लिक प्रॉपर्टी जो पब्लिक प्रॉपर्टी है जैसे पार्क हो गया प्लेसेस हो गया वाइल्ड लाइफ हो गया जो हो गया जो पब्लिक प्रॉपर्टी है जो स्कूल्स है जो हॉस्पिटल से गवर्नमेंट के उनको भी
प्रोटेक्ट करो उनको प्रोटेक्ट करना भी तुम्हारी रिस्पांसिबिलिटी है उनको सुरक्षा करना उनको रक्षा करना भी तुम्हारी क्या है रिस्पांसिबिलिटी इसके बाद टू स्ट्राइव टुवर्ड्स एक्सीलेंस इन ल स्फेयर यानी हर क्षेत्र में अच्छा बनो हर क्षेत्र में क्या बनो अच्छा बनो ह क्षेत्र में अच्छा बनो और सबसे इंपोर्टेंट टू प्रोवाइड
अपॉर्चुनिटी फॉर एजुकेशन ऑफ चिल्ड्रन बिटवीन ए 16 6 टू 14 यानी कि 6 से 14 साल के बच्चों को कंपलसरी एजुकेशन प्रोवाइड करो उसे काम मत करवाओ भाई उसे काम मत करवाओ उससे थोड़ा सा एजुकेशन करवाओ एजुकेट करवाओ एजुकेट करवाओ सिंपल सा बात है ये पूरा का पूरा आपका फंडा ड्यूटी से जितना
याद आएगा आपको मान लीजिए सात आठ याद आएगा तो सात आठ लिख देना सिंपल सा बात है सात आठ लिख देना ठीक है लेकिन सात आठ से कम मत लिखना मेरा ये मानना है सात आठ से कम मत लिखना ओके अब हम लोग पढ़ेंगे लीगल स्टेटस ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज लीगल स्टेटस ऑफ
फंडामेंटल ड्यूटीज यानी कि क्या फंडामेंटल ड्यूटीज को लीगली इंफोर्स बल होना चाहिए क्या कोई अगर फंडामेंटल ड्यूटीज फॉलो नहीं करता है क्या उनको जेल होना चाहिए या नहीं होना चाहिए यह एक डिबेट वाला टॉपिक है क्योंकि इसमें कुछ लोग बोलता है कि हां लीगली इन फोर्सेबल होना चाहिए अगर आप
फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो नहीं करते हो अगर आप फंडामेंटल ड्यूटी जितना भी फ हेलो सुनो जितना भी फंडामेंटल ड्यूटीज है अगर आप उसको फॉलो नहीं करते हो तो कुछ लोग बोलते हैं कि हां जेल भेजो उसको कुछ लोग बोलते हैं नहीं भाई इसको लीगली इफोर्स मत
करो फालतू है ये सब अब सुनो ध्यान से जितना पढ़ा रहा हूं उतना ही पढ़ना है द लीगल स्टेटस ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज इन इंडिया इज अ टॉपिक ऑफ डिबेट ये डिबेट वाला टॉपिक है कुछ लोग बोल रहे हैं करो इबल कुछ लोग बोल रहे जैसे फंडामेंटल राइट्स को
एक्सेस ना करने देने का सजा है वैसे ही फंडामेंटल ड्यूटी कोई फॉलो नहीं करता है तो सजा दो उसको और कुछ लोग बोलते मत करो य सब भाई मत करो इली जुडिशरी टक हैंड ऑ अप्रोच कंग फंडामेंटल ड्यूटी लिगेट सिटीजन मस्ट फलो ेंट ोट अप्रोच ठीक है सिंपल बात
है य सब केस नहीं पना है यह सब केस आपको नहीं पना है य जो केस आप प रहे हो ना सब जो केस है ये सब नहीं पढ़ना है आप लोगों को ऑलरेडी हमने संजीवनी बूटी का सलूशन दिया है उसको हम अभी समझाएंगे उ
इसके बाद ही करेंगे आपको किस तरह से लिखना है सब कुछ बता देंगे आपको सब कुछ आपको बता देंगे ठीक है लेकिन आप ये कंक्लूजन पके रखो इन कंक्लूजन द लीगल स्टेटस ऑफ फंडामेंटल ड्यूटी इन इंडिया है वल्व ओवर द इयर्स यानी लीगल स्टेटस जो है वो इल्ड है
अभी भीभी अभी भी इसका सजा नहीं है अभी भी इसका सजा नहीं है अगर आप फंडामेंटल ड्यूटी को फॉलो नहीं करते हो तो इसके लिए कोई सजा नहीं मिलती है लेकिन अभी लोग ज्यादा ध्यान रखने लगे हैं अभी लोग फंडामेंटल ड्यूटीज को ज्यादा फॉलो करने लगे हैं बिकॉज कभी भी आप अगर
पार्लियामेंट के नजर में आ गए ना तो आपको जेल में पकड़ के डाल देगा कभी भी आप अगर पार्लियामेंट के नजर में आ गए तो आपको जेल में पकड़ के क्या डाल देगा समझे सीधा सा बात है ना फंडामेंटल ड्यूटीज इज द टॉपिक ऑफ डिबेट कुछ कुछ लोग बोलते हैं कुछ लोग
बोलते हैं फॉलो करना चाहिए कुछ कुछ लोग बोलते हैं इफोर्स बल होना चाहिए कुछ लोग बोलते हैं एनफोर्सेबल नहीं होना चाहिए इसी को बढ़ा चढ़ा के लिखना है भाई इसी को बढ़ा चढ़ के लिखना है कम से कम आ 10 लाइन लिख लेना मार्क्स मिल जाएगा आठ 10 लाइन लिख लेना मार्क्स मिल
जाएगा अब बात करते हैं शुड इट बी जबल क्या फंडामेंटल ड्यूटीज सही है क्या फंडामेंटल ड्यूटी सही कर रहा है अब देखिए इसको पढ़ते हैं मेकिंग फंडामेंटल ड्यूटीज जस्ट केबल कु इंक्रीज अकाउंटेबिलिटी एंड इंश्योर द फुलफिलमेंट ऑफ ऑब्लिगेशन यानी फंडामेंटल ड्यूटीज को अगर आप इफोर्स बल करा दोगे ना फंडामेंटल
ड्यूटीज अगर आप इफोर्स बल करा दोगे तो लोग ज्यादा फॉलो करने लगेंगे ये बात तो है ये बेनिफिट तो है भैया कि फंडामेंटल ड्यूटीज को अगर सब फॉलो करने लगे अगर कोर्ट अगर इसके लिए सजा सुना दे सिंपल सा बात है तो सब फॉलो करने लगेंगे कोई एक इंसान नहीं
बचेगा जो फंडामेंटल ड्यूटी को फॉलो नहीं करेगा क्योंकि जो भी फॉलो नहीं करेगा उसको तो जेल में डाल देंगे ठीक है यह तो लॉजिक है इसके बाद देखिए इट कुड प्रोवाइड लीगल मतलब मैकेनिज्म फ्रॉम द स्टेट ू इफोर्स फंडामेंटल ड्यूटी हाउ एवर इट कुड इंफ्रिंज द इंडिविजुअल फ्रीडम ऑफ चॉइस है लेकिन अगर
आप फंडामेंटल ड्यूटीज को एनफोर्सेबल करते हो ना भैया अगर आप फंडामेंटल ड्यूटीज को इफोर्स बल करते हो तो उसका मतलब क्या होता है उसका मतलब आप इंडिविजुअल फ्रीडम छीन रहे हो आप लोगों का फ्रीडम छीन रहे हो लोगों को आजादी छीन रहे हो लोगों की आजादी
छीन रहे हो तुम फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो करके इन फोर्सेबल करके अगर मान लो कि तुमने फंडामेंटल ड्यूटीज फॉलो नहीं किया तो तुमको जेल में दे देगा और कोर्ट का बेकार का टाइम भी वेस्ट होगा कोर्ट का टाइम भी वेस्ट होगा वैसे ही कितने सारे केसेस पेंडिंग है अगर फंडामेंटल ड्यूटीज
को भी इफोर्स करा दिया तो सोचो एक दिन में कितना केस बढ़ जाएगा कोर्ट कचेरी का तो पूरा बुरा हालत हो जाएगा पूरा यह भरका हो जाएगा वैसे ही फंडामेंटल राइट्स के लिए आप पनिशेबल कर रहे हो आप पनिशमेंट दे रहे हो फंडामेंटल राइट्स को ना फॉलो करने का तो
इसको फंडामेंटल ड्यूटीज को इफोर्स कराने की क्या दरकार है लेकिन अगर इफोर्स कराते हो तो इससे क्या होता है इससे सारे के सारे लोग बहुत अच्छे से फंडामेंटल ड्यूटी को फॉलो करेंगे सिंपल सा बात है क्लियर है अब हम लोग पढ़ेंगे लिमिटेशन अब हम क्या पढ़ेंगे लिमिटेशन लिमिटेशन हम
आपको इससे करवा देंगे ठीक है लिमिटेशन हम आपको संजीवनी बूटी के क्वेन से करवा देंगे ओके लिमिटेशन मत पढ़ो य लिमिटेशन मत पढो य से य बहुत बड़ा बड़ा करके लिखा हु है और य डिफरेंस भी हम आपको संजीवनी बूटी के क्वेश्चन से करवा देंगे अभी इसके बाद
संजीवनी बूटी के क्वेन करने वाले संजीवनी बटी क्वे आंसर करने वाले लोग जो क्वे डिस्कस कर लिए उसको वापस डिस्कस नहीं करेंगे जो क्वे नहीं कि उसको डिस्कस करेंगे ओके तो लिमिटेशन मत करो डिफरेंस मत करो अभी हम लोग करेंगे आप टेंशन मत लो ठीक है इसके बाद
देखो अब थोड़ा सा इंडियन कांस्टिट्यूशन के बारे में पढ़ते हैं अगर मान लो कि कांस्टिट्यूशन का डेफिनेशन दिया हुआ तो कुछ तो सबसे पहले कांस्टिट्यूशन के बारे में लिखोगे ना सबसे पहले भैया आप कांस्टिट्यूशन के बारे में लिखोगे ना उसके बाद ना इंडियन कांस्टिट्यूशन के बारे में
लिखोगे समझो ना ध्यान से समझो इसको ध्यान से कांस्टिट्यूशन इ सेट ऑफ फंडामेंटल प्रिंसिपल एंड लॉ दैट कंटू द लीगल बेसिस और ऑर्गेनाइजेशन और कंट्री यानी एक कांस्टिट्यूशन एक फंडामेंटल प्रिंसिपल है सबसे पहला लाइन आपको यही चपना है कि एक कांस्टिट्यूशन इज अ सुप्रीम लॉ इट इज अ
सेट ऑफ फंडामेंटल प्रिंसिपल रूल्स एंड लॉ दैट कंटू द लीगल बेसिस ऑफ ऑर्गेनाइजेशन और कंट्री यानी कि एक कांस्टिट्यूशन एक कंट्री को चलाता है एक देश को चलाता है आपको चलाता है एक ऑर्गेनाइजेशन को चलाता है लीगल बेसिस पे एक कांस्टिट्यूशन पूरा देश को चलाता है पूरा कंट्री को
चलाता है ट य बताता है कि कंट्री को कैसे चलना चाहिए कैसे नहीं चलना चाहिए ठीक है य पूरा छाप देना अच्छे से इसके बाद इंडियन कांट के बारे में तो आपको बता ही दिए सब कुछ बता दिए जो सबसे पहले वाला जो थाना सब
इंडियन कशन के बारे में हम बता दिए उतना ही आप लिख आइएगा उतने मेंही आपको मार्क्स मिल जाएगा ठीक है उतने में ही आपको मार्क्स मिल जाएगा ओके अब पढ़ते फीचर फीचर ट यानी आपको पूछेगा ट आर फीचर्स ऑफ कांस्टिट्यूशन पूछेगा आपसे आपसे पूछेगा तो सबसे पहले लिखेगा द प्रिंबल सबसे पहला
फीचर है कांस्टिट्यूशन का प्रिंबल ये देखिए ये एकदम कोने में देखिए प्रिंबल यह वाला आपका बुक का कवर पेज में रहता था यस दोस्तों यह वाला आपका बुक का कवर पेज में रहता था तो प्रिंबल क्या कहता है मतलब प्रिंबल शॉर्ट में कांस्टिट्यूशन का सराइज वर्जन किया हुआ है प्रिंबल में प्रिंबल इज
इंट्रोडक्टरी स्टेटमेंट सबसे पहले इंट्रोडक्शन में प्रल ही दिया हुआ है दैट प्रेजेंट द इंटेंशन ऑफ द फ्रेमर्स इन द हिस्ट्री यानी कि मेरा इंटेंशन क्या है कांस्टिट्यूशन बनाने का म इंटेंशन क्या है अब ध्यान दीजिएगा दोस्तो ध्यान दो इधर पीचर प काशन का खतम हो जाएगा आधे घंटे में
सुनो प्रबल का मतलब क्या है प्रबल का मतलब है कि एक इंट्रोडक्टरी स्टेटमेंट है और मकसद बताते है कि कांस्टिट्यूशन क्यों लाया गया है किस लिए लाया गया है और काट का ब्रीफ पॉइंट क्या है समरा क्या है समरी बता य देखिए जस्टिस लिबर्टी इक्वलिटी फटी
सब कुछ तो प्रबल में ही लिखा हुआ है ना तो आप कितने तक लिख के आओगे इतना तक लिख के आओगे सीधा सा बात है छोटा करके लिख के आओ इतना बड़ा बड़ा करके नहीं लिखना पड़ेगा लेकिन अच्छे से लिख के आओ हां लेकिन बना
बना के लिखना ठीक है बना बना के लिखना अच्छा सेकंड फीचर लेस्ट रिटन कांस्टिट्यूशन इंडियन कांस्टिट्यूशन जो है ना वो बहुत लेस्ट है सबसे ज्यादा लांगेस्ट रिटन कांस्टिट्यूशन है बहुत लेस्ट वे में लिखा गया है बहुत लेस्ट वे में लिखा गया है तो सेकंड फीचर पढ़िए ध्यान से द
कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया हैज डिस्टिंक्शन टू ब्रिंग द लेस्ट एंड डिटेल रिटन कांस्टिट्यूशन डॉक्यूमेंट टू द वर्ल्ड सो फार प्रोड्यूस्ड यानी कि सबसे ल लस्ट कांस्टिट्यूशन इंडियन कांस्टिट्यूशन है ये दूसरा फीचर ये क्या है दूसरा दूसरा फीचर अब थर्ड फीचर छोटा छोटा करके अपने वर्ड में बना बना के लिखना है
ना क्या क्या दिक्कत डन फ्रॉम वेरियस सोर्स डन फ्रॉम वेरियस सोर्सेस यानी कि कांस्टिट्यूशन दूसरे दूसरे जगह से थोड़ा थोड़ा करके लिया गया है जैसे पहले तो इंडियन कांस्टिट्यूशन नहीं था ना पहले तो इंग्लैंड वाले गोड़े गोड़े लोग बना के गए थे ना कांस्टिट्यूशन तो आधा तो हम लोग
इंडिया मतलब इंग्लैंड से लिए हैं और आधा कोई दूसरा दूसरा कंट्री से चुरा चुरा के हम लोग अपना कांस्टिट्यूशन बना लिए है सिंपल सा बात है पूरा का पूरा मतलब कांस्टिट्यूशन हम लोग दूसरे दूसरे कंट्री से जाके लेके आए हैं तो द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया हैज बरोड मोस्ट ऑफ द प्रोविजंस
फ्रॉम द कांस्टिट्यूशन ऑफ वेरियस अदर कंट्री एज वेल एज द फ्रॉम द गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 में एक्ट 1935 इस पर ध्यान दो यानी कि कांस्टिट्यूशन जो गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 से भी लिया गया है यानी कि तब तो ब्रिटिश कांस्टिट्यूशन बैठता था ब्रिटिशर्स लोग बैठते थे तब ब्रिटिशर्स लोग ही
कांस्टिट्यूशन बनाए हुए हैं उसी को हम लोग 50 60 पर कांस्टिट्यूशन को हम लोग मतलब इंग्लैंड से फॉलो कर रहे हैं इंग्लैंड से फॉलो कर रहे हैं हम लोग दोस्तों यस तो सबसे मेन स्ट्रक्चरल पार्ट जो है हम लोग 1935 गवर्नमेंट ऑफ इंडिया 19 मतलब 35 से
हम लोग लिए हैं सबसे इंपोर्टेंट पार्ट जो है कांस्टिट्यूशन का वो हम लोग 1935 से लिए है मतलब चुरा चुरा के मतलब दरे दूसरे कंट्री से चुरा चुरा के थोड़ा अपना बना लिया जैसे प्रोजेक्ट वर्क क्या करते हो प्रोजेक्ट वर्क आप प्रोजेक्ट वर्क क्या करते हो मतलब कि थोड़ा उससे बरो कर लो
इससे बरो कर लो इससे बरो कर लो इससे बलो कर लो सबका लेके अपना बना लेते हो सबका लेके अपना मतलब बना लेते हो वैसे ही हम लोग कांस्टिट्यूशन का के सिंपल सा बात क्लियर है अब देखो अब थर्ड फीचर यहां है पार्लियामेंट्री फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट यहां चलता है पार्लियामेंट फॉर्म ऑफ
गवर्नमेंट सो ब्रिटिश के जमाने से ही जब ब्रिटिश के गुलाम हम लोग थे ना हमारा कंट्री जब ब्रिटिश का गुलाम था तब से ही पार्लियामेंट्री सिस्टम चलता है और हमारा कांस्टिट्यूशन फॉलो करता है पार्लियामेंट्री सिस्टम ऑफ गवर्नमेंट पार्लिमेंट सिस्टम ऑफ गवर्नमेंट ठीक है तो द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया है ऑप्टेड फॉर
द ब्रिटिश पार्लियामेंट सिस्टम ऑफ गवर्नमेंट रदर देन द अमेरिकन प्रेसिडेंशियल सिस्टम ऑफ गवर्नमेंट छोटा सा बना के अपने वर्ड में जाके लिख देना कोई दिक्कत नहीं है छोटा छोटा लिखना है यह सब चीज को इसके बाद देखो यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंचाइजी है यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंचाइजर डेमोक्रेसी फंक्शन ऑफ बेसिस ऑफ 1 पर वन
वोट यानी इंडिया इंडियन कांस्टिट्यूशन के हिसाब से इंडियन डेमोक्रेसी के हिसाब से यहां पे ये बोला गया है कि एक पर्सन हो तो एक वोट ही मिलेगा आप ऐसा मत सोचो कि 18 साल के आप हो गए और आपको ये पांच वोट मिलेगा भैया हम तो बहुत पावरफुल इंसान है
हमको पांच वोट क्यों नहीं मिलेगा हमारे पापा जी तो विधायक जी है विधायक जी तो हमको तो पाच मिनट हमको तो पांच वोट मिलना चाहिए ना नहीं नहीं बाबा तुमको एक ही वोट मिलेगा हर किसी को एक ही वोट मिलता है बाबा और हर किसी को एक वोट मिल के रहता है
एक ही वोट मिलता है लेकिन हर किसी को एक वोट मिल के रहता है इसका मतलब समझो कंपलसरी आपको एक वोट दिलवाना ही पड़ेगा यह आपका राइट है इसलिए आप हर वोट में जाओ वोट दो यार इसी से तो परिणाम पता चलता है ना
एवरी सिटीजन ऑफ इंडिया 18 यर्स ऑफ अब ट ू वोट इन इलेक्शन हर एक सिटीजन हर एक भारत के नागरिक का हक है अगर आप प्स हो तो वो दे दीजिए सिंपल ठीक है फि फि फीचर देखिए इंडिपेंडेंट जुडिशरी हमारा जो मतलब जुडिशरी है ना इंडिपेंडेंट
है लॉ किसी का भी नहीं है किसी का भी नहीं है लॉ में जो गलत करेगा जो इंसान भी गलत करेगा अगर आप इंडियन सिटीजन हो अगर आप गलत किए हो तो आपको कोर्ट में सजा मिलेगी अगर आप निर्दोष हो तो आपको सजा नहीं मिलेगी सिंपल सा बात है तो आपको न्याय मिलेगी
निर्दोष हो तो न्याय अगर निर्दोष हो तो क्या न्याय अगर गलत किए हो तो सजा निर्दोष हो तो न्याय गलत किए हो तो सजा सिंपल सा बात है हमारे कंट्री में जो है ना इंडिपेंडेंट जुडिशरी है तो अगर आपको पूछ लिया जाए आप नहीं बता पाओगे क्या आप नहीं बता पाओगे क्या
बताइए आपको अगर साइलेंट फीचर पूछ लिया जाए कि कांस्टिट्यूशन का साइलेंट फीचर क्या है तो बता देना ना द प्रबल लेस्ट रिटन कांस्टिट्यूशन डन फ्रॉम डिफरेंट सोर्सेस पार्लिमेंट फर्म ऑफ मतलब गवर्नमेंट अपने से बना बना के लिखना है यूनिवर्सल एडल्ट फ्रेंचाइजी जुडिशरी ल किसी का भी नहीं है
ल में हर कोई सजा पाएगा सिंपल सा बात है जो गलत किया है उसको सजा मिल के रहेगा जो सही किया है निर्दोष है उसको न्याय मिल के रहेगा सिंपल सा बात है ऐसे ऐसे करके इंग्लिश में बना बना के लिखना तुम बांगला ख तु बांगला बा ख इसके बा देखो फंडामेंटल राइट
के बारे में पढ़ेंगे फंडामेंटल राइट भी एक फीचर ही है कांस्टिट्यूशन का फीचर ही है फंडामेंटल राइट फंडामेंटल राइट के बारे में भी लिख देना में ठीक है फंडामेंटल राइट्स आर द वन ऑफ द मोस्ट इंपोर्टेंट फीचर ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन बहुत इंपोर्टेंट फीचर है फंडामेंटल राइट अगर
इंडियन कांस्टिट्यूशन में नहीं रहता ना बाबा तो नहीं चलता क्लियर है तो इसके बारे में थोड़ा एक्सप्लेन कर दीजिएगा पार्ट थ्री ऑफ द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन गारंटी सिक्स फंडामेंटल राइट राइट टू इक्वलिटी राइट टू फ्रीडम राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन राइट टू फ्रीडम ऑफ रिलीजन कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट राइट टू कांस्टीट्यूशनल रेमेडी सबको
एक्सप्लेन कर दीजिएगा अच्छे से फंडामेंटल राइट्स को एक्सप्लेन कर दीजिएगा बस हो गया बात खत्म तो फंडामेंटल राइट्स भी एक पोर्टेंट फीचर ही है आपको हर एक फीचर तीन चार लाइन करके लिखने है बस बात खत्म बना बना के लिख देना और अच्छा हैंडराइटिंग लिखना बस कंटेंट पता होना चाहिए बस मीनिंग
पता होना चाहिए बस जो कीवर्ड है वो पता होना चाहिए कीवर्ड जैसे राइट टी राइट नहीं लिख सकते गलत गलत म यूज करना बस यह सब पॉइंट सही से लिखो बाकी कट बहुत आसान है ठीक है अब ये अब ये नहीं पढ़ना पड़ेगा आगे आगे हम लोग पढ़ेंगे फेडरल
फेडरल मतलब क्या होता है फेडरल मतलब गवर्नमेंट के टू और थ्री लेवल्स है ू और मोर लेवल्स है मतलब गवर्नमेंट जो है ना वो बटा हुआ है किसी के पास भी एक्सेसिव पावर नहीं है प्राइम मिनिस्टर के पास भी इस देश के प्रधानमंत्री के पास भी पूरा का पूरा
इंडिया का पावर नहीं है हर एक जगह स्टेट गवर्नमेंट भी है हर एक जगह सेंट्रल गवर्नमेंट भी है हर किसी के पास अपना अपना पावर है इसको हम लोग क्या बोलते हैं फेडरल रिपब्लिक इसको हम लोग क्या बोलते फेडरल रिपब्लिक है तो जरा ध्यान से फेडरल
रिपब्लिक इज द फेडरेशन ऑफ द स्टेट विथ द रिपब्लिकन फ्रॉम द मतलब फॉम ऑफ गवर्नमेंट है एस इ को द लिटरल मीनिंग ऑफ वड मतलब रिपब्लिकन यूज टू रेफरेंस ए फॉर्म ऑफ गवर्नमेंट मींस कंट्री दैट इज गवर्न बाय इलेक्टेड रिप्रेजेंटेटिव एंड ए इलेक्टेड लीडर यानी कि यह कंट्री को चलाएगा कौन जो
इलेक्ट हुआ है उसी का मतलब है रिपब्लिक रिपब्लिक का मतलब क्या है कि गवर्नमेंट इलेक्ट हुआ है ऑफिशियल गवर्नमेंट को हम लोग इलेक्ट किए हैं गवर्नमेंट को पीपल्स ने इलेक्ट किया है गवनमेंट को जनता ने इलेक्ट किया है रिपब्लिक का मतलब है कि गवर्नमेंट को हम लोग इलेक्ट किए है और
फेडरल का मतलब क्या कि गवर्नमेंट का पावर्स बटा हुआ है गवर्नमेंट का पावर क्या बटा हुआ है गवर्नमेंट का किसी के भी पास या तो मुख्यमंत्री बोलो या तो प्रधानमंत्री बोलो किसी के भी पास पूरा का पूरा देश वाला पावर नहीं है अगर रहता तो
गलत हो जाता अगर रहता तो गलत हो जाता वो हुकम चलाता वो राजा हो जाता इस देश का तो किसी के भी पास पूरा का पूरा देश चलाने का पावर नहीं है चट बॉक्स में बताओ क्या मोदी जी वेस्ट बंगाल को चला सकते हैं क्या मोदी
जी वेस्ट बंगाल को चला सकते हैं वेस्ट बंगाल में जो भी म पावर्स है रूल्स एंड रेगुलेशन है क्या उसम मोदी जी का कोई अधिकार बनता है बताओ जल्दी जल्दी बताओ जल्द बताओ नहीं बनता है क्योंकि इस देश इस जो स्टेट है य जो स्टेट हैय जो राज्य है
वेस्ट बंगल इसका पूरा का पूरा दायित्व ममता बनर्जी पर है पूरा का पूरा दायित्व स्टेट गवर्नमेंट प है स्टेट गवर्नमेंट जो फैसला लेगा वही फैसला मानना पड़ेगा सिपल सा बात इस को बोलते हैं एक्सेसिव पावर किसी के हाथ में नहीं है इसके बाद बताओ रिपब्लिक रिपब्लिक क्या
होता है ए रिपब्लिक कंट्री इज वेर द हेड ऑफ द पर्टिकुलर स्टेट इज एन इलेक्टेड एंड नॉट समवन फ्रॉम द हेरिडिटी मर्थ तो रिपब्लिक का मतलब क्या होता है रिपब्लिक का मतलब कि इलेक्टेड ऑफिशियल कोई भी इलेक्ट हुआ है ऑफिशियल इलेक्ट होगा मतलब कि राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा राजा वही
बनेगा जो हकदार रहेगा यानी कि गणतंत्र है गणतंत्र रिपब्लिक का मतलब क्या है गणतंत्र तो रिपब्लिक डे उसको क्या बोलते हैं गणतंत्र दिवस यानी कि इस देश में जो भी पीपल लोग करेगा जो इस देश के सिटीजन करेंगे वही मतलब की सत्य होगा हेड ऑफ द
स्टेट को कौन इलेक्ट करेगा हेड ऑफ द स्टेट को इलेक्ट करेगा पीपल्स हेड ऑफ द स्टेट को इलेक्ट कौन करेगा पीपल ऑफ इंडिया इंडिया के जनता इंडिया के जनता हेड ऑफ द स्टेट को इलेक्ट करेगा समझ में आ रहा है तुमको समझ में आ रहा है तो पूरा का पूरा
कांस्टिट्यूशन वैल्यू का ईबुक हम लोग ने खत्म कर लिया पूरा का पूरा ई बुक खत्म कर लिए अब आओ इंपोर्टेंट क्वेश्चन वि सलूशन करेंगे जि जिस चीज का सलूशन पढ़ लिए ऑलरेडी उसको नहीं पढ़ाएंगे वैसे मैं बता दूं कि संजीवनी बूटी का जो सलूशन है वो
मैं 20 मिनट रिवीजन सीरीज में भी निकाला हूं ठीक है तो ये जो संजीवनी बूटी का सलूशन है हमने कुल मिला के पांच पार्ट्स कराए हैं आपको पांच पार्ट्स इसमें हमने पूरा का पूरा क्वेश्चन एंड सलूशन आपको बहुत बढ़िया तरीके से समझाए हैं लेकिन वापस से आपको समझाएंगे जो
जो क्वेश्चन के बारे में हम लोग ने नहीं पढ़ा अभी उनके बारे में समझाएंगे ओके आइए सबसे पहले देखिए सबसे पहले लिखा हुआ है व्ट इ कांस्टिट्यूशन व्ट आर द साइलेंट फीचर ऑफ कांस्टिट्यूशन अभी तो पढ़ाए अभी तो पढ़ा दिया कांस्टिट्यूशन में तुम कांस्टिट्यूशन के बारे में लिख देना
इंडियन कांस्टिट्यूशन के बारे में लिख देना इसके बाद साइलेंट फीचर के बारे में लिख देना ओके इसके बाद ये वेरी इंपोर्टेंट क्वेश्चन व्ट इज कांस्टीट्यूशनलिज्म व्ट आर द एलिमेंट ऑफ कांस्टीट्यूशनलिज्म आइए इसको पढ़ते हैं सेकंड पढ़ते है सेकंड क्वेश्चन नंबर टू भैया कांस्टीट्यूशनलिज्म क्या होता है और कांस्टीट्यूशनलिज्म का
एलिमेंट क्या है ठीक है कंटम क्या होता है एंड कांस्टिट्यूशन जम का एलिमेंट क्या हैया कांस्टिट्यूशन मतलब होता है जिस भी देश मेंशन को फॉलो किया जाता है उस देश को बोला जाता हैम ला जिस भी देश में कांस्टिट्यूशन का रूल्स को फॉलो किया जाता है उस देश को बोला जाता है कांस्टिट्यूशन
ठीक है तो आप सीधा सा लिखना एगजाम में कांस्टिट्यूशन जम मीनट कंट्री फलो कशन रूल्स यानी मेरा कंट्री मेरा दे कांस्टिट्यूशन के रूल्स को फॉलो कर रहा है स मे शर गवर्नमेंट डज नॉट हैव टू मच पावर कांस्टिट्यूशन ये शोर करता है कि कांस्टिट्यूशन के रूल्स को फॉलो कर रहे
हैं गवर्नमेंट के पास ज्यादा पावर नहीं है और सबके सबके राइट सबके अधिकार बराबर मिल रहे बराबर आपके अधिकार मिल रहे उनको अधिकार मिल र उनको अधिकार मिल र सब अपना लाइफ को फ्रीडम के साथ जी रहा है क्योंकि किसी के पास भी एक्सेसिव पावर है ही नहीं
कोई हमारे देश को ऐसा है ही नहीं जो चलाएगा है ना इट्स इंपोर्टेंट फॉर द डेमोक्रेसी फेयरनेस एंड इंडिविजुअल फ कांस्टिट्यूशन जम दोस्तों इंपोर्टेंट है किसके लिए इंपोर्टेंट है डेमोक्रेसी के लिए इंपोर्टेंट है फेयरनेस के लिए इंपोर्टेंट है एंड इंडिविजुअल फ्रीडम के लिए इंपोर्टेंट है क्या इंपोर्टेंट है कांस्टिट्यूशन
क्लियर है सो कांस्टीट्यूशनलिज्म सेट्स अप हाउ द गवर्नमेंट वर्क मतलब कांस्टिट्यूशन जम ये बताता है कि कैसे गवर्नमेंट काम कर रहा है क्या कर रहा है क्या नहीं कर रहा है गवर्नमेंट कैसे काम कर रहा है रे बाबा सब कुछ बताता है कंटम सब हमें पता चलता है
कांस्टीट्यूशनलिज्म के माध्यम से याद करो इसको मीनट कंट्री फॉलो इट्स कांस्टिट्यूशन रूल्स दिस मीस दिस मेक्स शट द गवर्नमेंट डज नॉट हैव टू मच पावर एंड प्रोटेक्ट पीपल राइट इट इंपोर्टेंट फॉर द डेमोक्रेसी फेयरनेस एंड इंडिविजुअल फ्रीडम कांस्टिट्यूशन सेट अप हाउ द गवर्नमेंट
वर्क एंड व्ट इट कैन और कैनट डू देख लो इस सेशन को बहुत इंपोर्टेंट है ये सेशन देखे ना सेशन जोश है तुम और पढ़ोगे ना तुम आज खत्म करते हैं कांस्टिट्यूशन को 20 मिनट का क्लास है 20 मिनट में हम लोग पूरा का पूरा कांस्टिट्यूशन को खत्म कर देंगे ठीक
है इट आल्सो मेक्स योर डिफरेंट पार्ट्स ऑफ द गवर्नमेंट कीप्स र आई एंड ईच अदर टू स्टॉप एनी वन फ्रॉम बिकमिंग टू पावरफुल यानी कि कांस्टीट्यूशनलिज्म ये इंश्योर करता है कि कोई ज्यादा पावरफुल ना बन जाए कोई व्यक्ति इस देश में ज्यादा पावरफुल
क्या ना बन जाए सिंपल सा बात है अब आगे आओ अब हम लोग पढ़ेंगे एलिमेंट्स क्या पढ़ेंगे एलिमेंट्स ऑफ कांस्टीट्यूशंस ज्यादा बात नहीं कोई करेगा चैट बॉक्स में आराम आराम से सुनेगा आराम आराम से हम लोग सब कुछ कवर करा देंगे आपको आप टेंशन मत करो हम लोग सब
कुछ कवर कर देंगे आपको एलिमेंट्स पढ़ाएंगे अभी आइए एलिमेंट ऑफ कंटम बहुत इंपोर्टेंट हैय क्वेश्चन बहुत वेरी री री इंपोर्टेंट है तो कंटम का एलिमेंट क्या है रूल ऑफ लॉ रूल ऑफ लॉ यानी की हर कोई लॉ के नीचे ही रहेगा लॉ सबसे ऊपर है लॉ सबसे सुप्रीम है
लॉ सबको मानना पड़ेगा कोई लॉ के ऊपर नहीं है गवर्नमेंट भी नहीं तो एलिमेंट क्या है सबसे पहला एलिमेंट कंटम का सबसे पहला एलिमेंट रूल ऑफ लॉ इसके बाद लिमिटेड गवर्नमेंट गवर्नमेंट का पावर जो है वो लिमिटेड है गवर्नमेंट का पावर जो वो क्या है लिमिटेड है लिमिटेड अनलिमिटेड नहीं है
किसी को भी कोई भी गवर्नमेंट को प्रधानमंत्री बोलो स्टेट गवर्मेंट बोललो किसी को भी एक्सेस पावर नहीं दिया गया है एक बाउंड्री हर किसी के पास एक लिमिट हर किसी के पास है सिंपल सा बात है इसके बाद सेपरेशन ऑफ पावर सेपरेशन ऑफ पावर मतलब ये
पावर्स जो है वो तीन हेड में बाटे गए हैं पावर्स जो है वो तीन हेड में बाटे गए है अभी अभी आपको समझाए थे ना लेजिसलेटिव एग्जीक्यूटिव एंड जुडिशल ब्रांचेस में पावर्स को बाटे गए हैं तो ये एलिमेंट पढ़ रहे हम आपको और ये देख रहे कितना शानदार
नोट्स है ये नोट्स से ही हम आपको 20 मिनट का तूफानी रिवीजन करवाए थे पांच पार्ट्स पांच पार्ट्स को बहुत अच्छे से एक्सप्लेन किया था आज भी करवा रहे हैं आपके लिए मेहनत हो रही है प्लीज लाइक कर दो ना दोस्त प्लीज शेयर कर दो ना दोस्त अभी भी
टाइम है अभी भी शेयर कर दो ओके अब बात करेंगे चेक्स एंड बैलेंसस ईच ब्रांचेस ऑफ गवर्नमेंट हैज सम कंट्रोल ओवर अदर ब्रांचेस मतलब हर एक ब्रांच हर एक ब्रांच का दूसरे ब्रांच में ना थोड़ा बहुत कंट्रोल है ज्यादा नहीं लेकिन थोड़ा बहुत कंट्रोल है मान लीजिए ज
ब्रांच के पास य ऑप्शन है कि व दूसरे ब्रांच को रिव्यू कर पाए मान लो एक ब्रांच गलत कर रहा है और फिर भी लोग देखे जा र देख जा देख जा गलत है ना अब तीन ब्रांच तीन ब्रांच का य रिस्पांसिबिलिटी बनता है कि एक दूसरे को रिव्यू करे एक दूसरे को
रिव्यू कर कोई अपना पावर का गलत इस्तेमाल ना करे तीन ब्रांच है और तीनों ब्रांच का रिस्पांसिबिलिटी बनता है य ड्यूटी बनता है कि एक दूसरे को रिव्यू करें कोई अपना पावर को गलत इस्तेमाल ना कर गलत इस्तेमाल ना कर समझ गए भया समझ गए आगे पढ़ाइए इसके बाद
इंडिविजुअल राइट एंड फ्रीडम हर किसी को इंडिविजुअल राइट और फ्रीडम मिलता है इस देश में हर किसी का अपना अपना राइट अधिकार है अपना अपना फ्रीडम है लिबर्टी है कहीं पर भी जाओ घूमो फिरो नाचो गाओ कुछ फर्क नहीं पड़ता है मैं घूमू फिरू नाच गाऊ भाड़
में जाऊ जनम में जाऊ कोई मुझे फर्क नहीं पड़ता तो हर किसी के पास इंडिविजुअल राइट एंड फ्रीडम है समझ रहे हो ना तुम समझ रहे हो ना भेजा में घुस रहा है भाई एलिमेंट समझ में आ रहा हैय सब एलिमेंट हैय सब एलिमेंट है 10 मार्क्स का सकता पढ़
लेना इसके बाद बात करेंगे कांस्टिट्यूशन अमेंडमेंट भाई कांस्टिट्यूशन को अमेंड करना बहुत ज्यादा इजी नहीं है मुश्किल कांस्टिट्यूशन को आप ना हर एक महीना में हर एक दिन में अमेंड नहीं कर सकते ठीक है समझ रहे हो ना द कांट कैन बी चेंज बट इट इ नॉट इजी चेंज हो सकता है
लेकिन इजी नहीं है बहुत लोगों के परमिशन लगेंगे एक्स्ट्राऑर्डिनरी पा लगेगा तुमको एक्स्ट्राऑर्डिनरी परमिशन लगेगा तभी हो पाएगा काशन च ठीक है इसके बाद देखो जुडिशल रिव्यू जुडिशल रिव्यू मतलब क्या होता है द कोर्ट द पावर टू रिव्यू ल एंड गवर्नमेंट एक्शन ू शोर दे आर इन द लाइन वि
कांस्टिट्यूशन मतलब कोर्ट के पास पावर है कि व ये चेक करे कि गवर्नमेंट सही से काम कर रहा है या नहीं कर रहा है गवर्नमेंट सही से काम कर रहा है या नहीं कर रहा एलिमेंट्स ऑफ कांस्टिट्यूशन जम है जो आएगा इसके बाद बात करते हैं पॉपुलर सोटी
अल्टीमेट अथॉरिटी राइ विथ द पीपल दे हैव द पावर टू इलेक्ट दे रिप्रेजेंटेटिव मतलब की सारी की सार पबिटी आपकी है देश कैसा काम कर रहा है कैसा नहीं काम कर रहा आपका गवर्नमेंट कैसा काम कर रहा है आपने चुना है आप जानो तो सारी की सारी रिस्पांसिबिलिटी
किसकी है आपकी है सिंपल सा बात है आपको सटी प्रोवाइड किया गया है कि वोट के दिन में आप अपना गवर्नमेंट को चूज करो वोट करो और पीपल्स लोग ही सिलेक्ट करता है पीपल्स लोग ही मतलब द्वारा सेलेक्ट होता है सिंपल सा बात है मतलब की य प लिखा गया पॉपुलर सटी
सिपल आइए इसके बारे में तो हम आपको समझा ही दिए हैं जस्टिस लिबर्टी इक्वलिटी फ्रेटरनिटी सब समझा दिए सब समझा दिए हैं तो जस्टिस मतलब समझा देते हैं वापस से जस्टिस मतलब क्या होता है जस्टिस मतलब होता है फेयरनेस फॉर एवरीवन अब अगर जस्टिस लिखने के लिए बोल दे पाच मार्क्स का तो
क्या छोड़ दोगे आप नहीं ना तो जस्टिस मतलब क्या हो गया कि सबको न्याय मिले सबको सही तरीके से इक्वली ट्रीट किया जाए सबको अपॉर्चुनिटी मिले सबको सेम राइट्स मिले सबको अपॉर्चुनिटी मिले दिस मींस फेयरनेस फॉर एवरीवन इट इंश्योर्स दैट ऑल पीपल्स आर ट्रीटेड इक्वली एंड हैव एक्सेस टू द सेम
राइट्स एंड अपॉर्चुनिटी इन इंडिया जस्टिस मीन सोशल इकोनॉमिक एंड पॉलिटिकल जस्टिस आगे के क्वेश्चन में पढ़ने वाले हैं कि जस्टिस के कितने टाइप्स होते हैं जस्टिस के बहुत सारे टाइप्स होते हैं तो जस्टिस में सोशल जस्टिस इकोनॉमिक जस्टिस पॉलिटिकल जस्टिस आता है इंक्लूड होता है ठीक है
जस्टिस का मतलब है प्रॉपर तरीके से मुझे न्याय मिले मेरे साथ अन्याय ना हो मेरे साथ अन्याय ना हो मेरे को प्रॉपर तरीके से ट्रीट किया जाए मेरे को इक्वलिटी मतलब दिया जाए और हर किसी का हर किसी का जो है अधिकार है कि फेर ला गुड लाइफ जि हर
किसी का अधिकार है कि वो एक अच्छा लाइफ जिए वो लाइफ आपको जस्टिस ही प्रोवाइड करता है मेरे दोस्त वो आपको जस्टिस ही प्रोवाइड करता है ठीक है जस्टिस के वजह से ही आप प्रोवाइड करते हो बाद ध्यान दीजिए लिबर्टी लिबर्टी माने हो गया फ्रीडम हर
किसी के पास फ्रीडम है हर किसी के पास फ्रीडम है हर किसी के पास आजादी है आप कहीं भी घूम सकते हो आप कहीं भी रह सकते हो आप कोई भी अननेसेसरी रिस्ट्रिक्शन के लिए आप ये कर सकते हो आप किसी भी भगवान को मानो सकते हो तो फ्रीडम
मतलब क्या हो गया द फ्रीडम टू एक्सप्रेस द फ्रीडम टू ओन बिलीव्स यानी कि मतलब कि मेरे पास ऑप्शन है हिंदू धर्म को मानो हिंदू धर्म को मानो मुस्लिम को मानो मुस्लिम को मानो सिख को मानो ईसाई को मानू तो लिबर्टी का मतलब क्या है फ्रीडम सिंपल
स बात है आपको ऑलरेडी समझा दिए है इसके बाद इक्वलिटी का मतलब क्या है इक्वलिटी इक्वलिटी मतलब हर किसी इंसान को हर किसी इंसान को इक्वली ट्रीट करो हर किसी इंसान को इक्वली ट्रीट करो हर किसी इंसान को सेम अपॉर्चुनिटी दो किसी के साथ भी डिस्क्रिमिनेट ना करो इस इसका मतलब क्या
होता है इसका मतलब होता है इक्टी किसी के साथ भी रिलीजन कास्ट जेंडर रेस य सब तर से डिस्क्रिमिनेशन ना करो किसी के साथ ठीक है तो य भी पा मार्क्स आगा सब कुछ पा मार्क्स का आएगा बोल रहा हूं क्लियर है अभी तक अभी तक सबको क्लियर
है असुविधा हो रहा चट बक्स में पूछो चट बॉक्स में सॉल्व कर दूंगा असुविधा हो रहा है किसी को अगर तो चट बॉक्स में पूछो हमारा सेशन बस खत्म होने वाला है दोस्तो जरा ध्यान जरा और 15 मिनट रुक जाओ रुक जा मिनट खत्म हो जाएगा इसके बाद बात करते
फ्रेटरनिटी मतलब क्या होता है ब्रदरहुड फ्रेटरनिटी मींस ब्रदरहुड एंड यूनिटी सब यूनिटी में रहो सब भाईचारा बना के रहो सेंस ऑफ बिलोंग एक दूस मतलब एक दूसरे को रिस्पेक्ट करो सिंपल सा बात है फ्रेटरनिटी मतलब क्या हो गया एक दूसरे को हेल्प करो एक दूसरे को रिस्पेक्ट करो एक दूसरे के
धर्म को रिस्पेक्ट करो सिंपल उसको हम लोग क्या बोलते हैं फ्रेटरनिटी ये कांस्टिट्यूशन हमको बोल दिया है दोस्तों कि हर किसी का रिस्पेक्ट करो हर किसी के साथ भाईचारा मेंटेन करो ब्रदरहुड मेंटेन करो क्योंकि ये देश मेरा है ये देश हमारा है ये देश तुम्हारा है ये देश हम सबका
है थैंक यू गाइस आप लोग इतना वक्त से मेरे को झेल रहे हो थैंक यू सो मच दो तीन दिन रात से मैंने सोया भी नहीं है सच में सोए भी नहीं है दो तीन दिन रात से आपके लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं तो थैंक यू गाइस
आपका प्यार बना रहे सब्सक्राइब करके लाइक करके शेयर करके जाना थैंक यू थैंक यू सो मच थैंक यू सो मच अभी हम लोग पढ़ने वाले हैं ब्रीफ एक्सप्लेन डिफरेंट टाइप्स ऑफ जस्टिस यानी कि जस्टिस का कितना टाइप्स होता है या जस्टिस के कितने टाइप्स होते हैं सबसे
पहले तो होता है सोशल जस्टिस सबको सेम अपॉर्चुनिटी मिले सबको सेम डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेल्थ मिले उसको बोलते हैं हम लोग सोशल जस्टिस सोशल जस्टिस का मतलब क्या है कि सबको सेम अपॉर्चुनिटी मिले चाहे वो पुर है रिच हो राजा हो रंक हो सबको सेम अपॉर्चुनिटी मिले फेर डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेल्थ सबके
साथ हो फेयर अपॉर्चुनिटी सबको मिले सिंपल सा बात है द कांस्टिट्यूशन मैंडेट्स अरम एक्शन मेजर्स सच एस रिजर्वेशन इन एजुकेशन एंड एमेंट है इसका मतलब ये है जो पिछड़ जाति के लोग है जो छोटे जाति के लोग है जिनको अपॉर्चुनिटी नहीं मिल पाती है उनके लिए कुछ रिजर्वेशन सिस्टम लाया जाए उनके
लिए कुछ रिजर्वेशन सिस्टम लाया जाए पुर एक गरीब एक ममन एक शेड्यूल कास्ट को और एक शेड्यूल ट्राइब के लिए कुछ अच्छा सा किया जाए उनको थोड़ा ज्यादा उनको थोड़ ज्यादा हेल्प की रिक्वायरमेंट है उनको थोड़ा ज्यादा हेल्प करना चाहिए सोशल जस्टिस का मतलब य है ठीक है अब आप बोलोगे पुर वमन
शेड्यूल का शेड क गया सर आदमी को अधिकार नहीं मिलना चाहिए क्या सर य क्या बात कर रहे हो सरय क्याट लिखा है आप क्या बोल सकते है पुराने जमाने में ऐसा ही होता था जो गरीब थाना उनको अपना अधिकार नहीं मिल पाता था वमन था उनको अधिकार नहीं मिल पाता
थान लोग को बहुत कमजोर समझा जाता था शेडल कास्ट और शेड ट्राइब को बहुत कमजोर समझा जाता था यह बहुत पुराना जमाना का बात है ना इसी वजह से लेकिन आजकल तो सब चेंज हो गया है आजकल तो सबको राइट मिल ना इसके बा देख इकोनॉमिक जस्टिस इकोनॉमिक जस्टिस मतलब
क्या हो गया बताइए बताइए बताइए इकोनॉमिक जस्टिस मतलब क्या हो गया जरा चैट बॉक्स में आप लोग बताओ पार्टिसिपेट करो जितना पार्टिसिपेट करोगे उतना अच्छा एग्जाम जाएगा एक लाइक इक्वल्स टू अगर तुम एक लाइक कर दिया अपना तुम्हारा कांस्टीट्यूशनल वैल्यू का एग्जाम बहुत अच्छा जाएगा मेरे तरफ से आशीर्वाद रहेगा तुम्हारे लिए मेरे
तरफ से आशीर्वाद रहेगा एक लाइक तुमने अगर कर दिया तो तुम्हारा कांस्टिट्यूशन वैल्यू का एग्जाम बहुत अच्छा जाएगा मेरी तरफ से आशीर्वाद रहेगा और एक शेयर कर दिया तो और भी अच्छा जाएगा कंटू का एग्जाम है सर क्या बात कर रहे हो आप हां यार आशीर्वाद तो सबके साथ
है वैसे लेकिन तुम्हारे लिए स्पेशल आशीर्वाद रहेगा अगर लाइक कमेंट कर दिए तो ठीक है चलो आ जाओ इकोनॉमिक जस्टिस मतलब क्या होता है इकोनॉमिक जस्टिस कंसर्न इंश्योरिटी बल एक्सेस टू द इकोनॉमिक रिसोर्सेस एंड अपॉर्चुनिटी फॉर ऑल सिटीजंस यानी कि हर किसी को फूड शेल्टर हेल्थ केयर
बराबर तरीके से मिले मैंने तो आपको बताया था ना इकोनॉमिक जस्टिस का मतलब क्या होता है हर कोई इंसान को हर कोई इंडियन को खाना रहने का जगह कपड़ा हेल्थ केयर हर कोई इंसान को मिले कोई अमीर और गरीब ना दिखा जाए मैंने तो अभी आपको बताया क्या आपको
अगर ₹ लाख का फूड मिलेगा तो आप ये खाओगे कंज्यूम करोगे नहीं ना सिंपल सा बात है इसको बोलते हैं हम लोग इकोनॉमिक जस्टिस तो इकोनॉमिक जस्टिस कंसर्न एश्योरिंग इक्विटेबल एक्सेस ऑफ इकोनॉमिक रिसोर्सेस इकोनॉमिक रिसोर्सेस यानी कि जो रिसोर्सेस हम लोग पैसा देके खरीदते हैं वो रिसोर्सेस आपको मिले बेसिक नेसेसिटीज आपको मिले
बेसिक रिसोर्सेस जो है जैसे फूड सेल्टर हेल्थ केयर सबको मिले पूरा का पूरा कंट्री को मिले इसको हम लोग क्या बोलते हैं इकोनॉमिक जस्टिस एंड पॉलिटिकल जस्टिस मतलब क्या हो गया हर किसी का अधिकार है कि वो इलेक्शन में खरा भी हो सकता है इलेक्शन
में वोट भी दे सकता है हर किसी का अधिकार है कि वो कोई भी पार्टी को सपोर्ट कर सकता है इक्वल पार्टिसिपेट कर सकता है पॉलिटिकल जस्टिस फोकस ऑन एश्योरिंग इक्वल पार्टिसिपेशन एंड रिप्रेजेंटेशन इन द पॉलिटिकल प्रोसेस सिंपल सा बात है पॉलिटिकल प मतलब की जस्टिस का मतलब क्या
हो गया कि आपको इक्वल मतलब पार्टिसिपेशन करने को मिले रिप्रेजेंटेशन करने को मिले सिंपल ठीक है हर किसी इंसान को वोट देने को मिले आपको ऑलरेडी पढ़ाए हु ना 18 साल से ऊपर रहोगे तो वोट देने का अधिकार आपको मिलना चाहिए और चौथा टाइप होता है लीगल जस्टिस
वेरी इंपोर्टेंट लीगल जस्टिस हर किसी को फेयर एंड इंपार्शियल वे में फेयर एंड इंपार्शियल वे में न्याय मिलना चाहिए कोर्ट का यह कर्तव्य है व कोई बड़ा छोटा इंसान को ना देखे और सबको न्याय दे न्याय न्याय न्याय जस्टिस कोर्ट सबको जस्टिस प्रोवाइड करे ठीक है एंड द प्रोटेक्शन ऑफ
इंडिविजुअल राइट्स प्रिंसिपल स रूल ऑफ ल इक्वलिटी बिफोर द ल ए एक्सेस टू जस्टिस फर ल मतलब हर किसी को जस्टिस मिले हर कोई ल को फॉलो करे और हर कोई इक्वलिटी मेंटेन करे यही तो लीगल जस्टिस होता है ना इसी को कोर्ट देखता है तो लीगल जस्टिस का मतलब है
लीगली तरीके से तुमको न्याय मिले क्या वास से बो लीगली तरीके से तुमको क्या मिले न्याय समझ में आ रहा है इतना तक समझ में आया मजा आ रहा परके मजा आ रहा परके अब देखो फ और सि तो बहुत ी है सिक्स भी इजी
है सिक्स भी समझा दिए थे रूल ऑफ लॉ रूल ऑफ लॉ क्या होता है हम समझा दिए थे ना आपको अब देखो इस तरह से आपको आंसर लिखना है आंसर आपको बड़ा करके लिखना है रूल ऑफ लॉ को एक पेज एक पेज कम से कम चलाओ एक पेज अब
देखो किस तरह से लिखा गया है द डॉक्ट्रिन ऑफ द रूल ऑफ लॉ अंडर द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया इज क्रुशल इंश्योर्स दैट एवरीवन इंक्लूडिंग द गवर्नमेंट मस्ट फॉलो द लॉ यानी कि रूल ऑफ लॉ ये बोलता है कि हर एक इंसान को लॉ फॉलो
ही करना चाहिए कोई लॉ के ऊपर नहीं है नो वन अब ल इसी सब चीज को तुमको बढ़ बढ के लिखना है एंड द लॉ अपला इक्वली टू ल सिटीजन चाहे वो कोई भी हो हर किसी के साथ लॉ इक्वली अप्लाई करता है हर किसी के साथ
लॉ इक्वली अप्लाई करता है और यह जो रूल्स हैय रूल्स एंड रेगुलेशन जो लॉ है तुम फेरली और कंसिस्टेंटली अप्लाई करता है गलत तरीके से तुम पर गलत इजाम नहीं लगाया जाएगा सही इजाम सही तरीके से कारवाई तुम होगी यह कोशिश रहती है हमशा कोर्ट की ठीक
है यह हमेशा कोशिश रहती है तुम्हारे साथ हमेशा जस्टिस हो य सब देखा जाता है इसके बाद ये सब लाइन पढ़िए अंडर द कांस्टिट्यूशन ऑफ इंडिया द रूल ऑफ लॉ इज अहेड थ्रू वेरियस मैकेनिज्म सच एज इंडिपेंडेंट जुडिशरी सेपरेशन ऑफ पावर जुडिशल रिव्यू दिस जुडिशरी हैज द अथॉरिटी
एंड इंटरप्रेट एंड अप्लाई द लॉ इंपार्शियली ठीक है इसका मतलब ये है कि तुमको तुम्हारे साथ रूल ऑफ लॉ हमेशा अप्लाई करेगा रूल ऑफ लॉ का मतलब ये है कि बना बना के आंसर लिखना सुन सुन सुन सुन एकदम बना बना के आंसर लिखना बना बना के 10
15 लाइन लिखना लेकिन बना बना के लिखना द डॉक्ट्रिन ऑफ रूल ऑफ लॉ अंडर द कांस्टिट्यूशन इन इंडिया क्रुशल एज इट इंश्योर्स दैट एवरीवन इंक्लूडिंग द गवर्नमेंट मस्ट फॉलो द लॉ हर किसी को हर किसी को हर किसी को लॉ को फॉलो करना पड़ेगा हर किसी को लॉ को फॉलो करना पड़ेगा
नो वन इज अव द लॉ इस तरह से बना बना के लिखना इस तरह से बना बना के लिखना एंड द लॉ अप्लाइज टू इक्वली टू ऑल सिटीजंस हर किसी सिटीजन के साथ इक्वली अप्लाई करना चाहिए रूल ऑफ लॉ इन सिंपल टर्म्स रूल ऑफ
लॉ मींस दैट मतलब देयर इज अ सेट ऑफ रूल्स रूल ऑफ लॉ का मतलब क्या है सेट ऑफ रूल्स एंड रेगुलेशंस हो जो फेयरली एंड कंसिस्टेंटली अप्लाई करें इतना लिख दिया अगर बना बना के काम हो गया तु इतना लिख दिया बना बना के तो काम हो गया
तुमरा लेकिन य पूरार लिख पाओ तब तो भाई बहुत ही बढ़िया त तो फुल मार्क्स आंगे रेल मार्क्स फल माक्स आंगे आ जाओ अ पढ़ेंगे सेपरेशन ऑ पावर क्या है सेपरेशन ऑ पावर आपको ऑलरेडी हमने समझा दिया है एक होता है लेटिव एक होता है लेजिसलेटिव जो कानून को बनाती है एक होता
है एग्जीक्यूटिव जो कानून को पालन करवाती है एक होता है जुडिशल जो न्याय दिलाती है सिंपल सा बात है आप यह बताओ आप बता लेजिसलेटिव में कौन आता है लेजिसलेटिव में आता है एमपी एमल मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट मतलब पार्लियामेंट ल को बनाता है एमपी
एमएल का वोट ल को बनाता है सिपल सा बात है ल बनता है पार्लियामेंट में एक्यूट एक्यूट में एटिव में मत की कानून को फलो करवाया जाता है फलो करवाया जाता हैलो कन करवाता है जैसे की प्राइम मिनिस्टर मिनिस्टर हो गया प्रेसिडेंट हो गया यह सब के हेल्प से कानून फॉलो करता है
ठीक है यह सब हेल्प से फॉलो होता है कानून एंड एक होता है जुडिशल ब्रांच जुडिशल ब्रांच कोर्ट को बोला जाता है न्याय दिलवा है नय दिलवा ऑलरेडी हम आपको सेपरेशन पावर पूरा का पूरा समझा चुके हैं अभी के अभी समझाए हैं जाके वो बैक करके देख लो और इसी
तरीके से लिख लो और क्या दिक्कत है बताओ इसके बाद देखो स्टेट इन ब्रीफ सिक्स फंडामेंटल राइट आर्टिकल 12 से आर्टिकल 35 देखो इसको किस तरह से लिखना है मैं अभी आपको बता रहा हूं किस तरह से लिखना है सबसे पहले राइट टू इक्वलिटी एक्सप्लेन करना आर्टिकल 14 से लेक आर्टिकल 18 तक
राइट टू इक्वलिटी जैसे म देखो किस तरह से एक्सप्लेन किया हुआ है राइट टू इक्वलिटी एक्सप्लेन करना हर एक आर्टिकल देखो एक्सप्लेन हुआ है हर एक आर्टिकल यहां प एक्सप्लेन हुआ है इस तरह से बस हेडिंग को एक्सप्लेन कर देना बस बात खत्म हो जाएगा बात खत्म हो जाएगा इतना ही इतना सिर्फ
इतना ही करना है इसके बाद देखो राइट टू फ्रीडम आया 19 से 22 ठीक है इसके बाद आया राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन 24 राइट अगेंस्ट एक्सप्लोइटेशन 234 इसको भी इन्होने एक्सप्लेन किया एक्सप्लेन किया है सब कुछ समझा दिया हूं ठीक है तो इस तरह से आप लोगों को क्या करना है
इस तरह से आप लोग को एक्सप्लेन कर देना है इस तरह से देखिए मतलब कल्चरल एंड एजुकेशनल राइट्स एंड राइट्स टू कांस्टीट्यूशनल रेमेडी बस दोस्तों हो गया थोड़ा देर रुक कांस्टीट्यूशनल वैल्यू खत्म हो जाएगा थोड़ा देर रुको कांस्टीट्यूशनल वैल्यू खत्म हो जाएगा 15 मिनट जस्ट 15 मिनट अब देखिए सोवर जटी सेकुलरिज्म ऑलरेडी
आपको एक्सप्लेन कर चुके हैं सोवर जटी का मतलब क्या होता है आजादी हमारा कंट्री आजाद है हमारा कंट्री किसी का गुलाम नहीं है उसी को हम लोग क्या बोलते हैं स जटी इसको आपको इतना एक्सप्लेन करके लिखना है या तो आप वो मेरे नोट से पढ़ सकते हो या
तो इस नोट से पढ़ सकते हो किसी भी नोट से आप पढ़ सकते हो ठीक है यह क्वेश्चन भी कवर हुआ है सेकुलरिज्म आपको समझा दिया है कि कोई भी रिलीजन आती पाती हम लोग नहीं देखते हैं सोशलिज्म सोशलिज्म मतलब सबको हेल्थ केयर एजुकेशन एंड अदर सर्विसेस सबके लिए अवेलेबल होना
चाहिए सबके लिए सबके लिए कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए ऑलरेडी समझा चुके हैं इसके बाद डेमोक्रेसी भी समझा चुके हैं रिपब्लिक भी समझा चुके हैं ठीक है रिपब्लिक भी आपको समझा चुके हैं इसके बाद आइए इसके बाद बहुत इंपॉर्टेंट डिस्कस द फंडामेंटल ड्यूटीज इन इंडिया एज पर आर्टिकल 51a आर्टिकल 51a में
हम लोग फंडामेंटल मतलब की ड्यूटीज को पढ़ने वाले हैं फंडामेंटल ड्यूटीज को हम लोग आर्टिकल 51a के तहत पढ़ने वाले हैं देखिए हम लोग यहां पे 11 फंडामेंटल ड्यूटीज देखे थे ना आप उस तरीके से भी लिख सकते हो आप इस तरीके से भी लिख सकते हो द
फंडामेंटल ड्यूटीज इंडिया एज पर आर्टिकल 51 ए ऑफ द कांस्टिट्यूशन आर द सेट ऑफ मोरल ऑब्लिगेशन दैट एवरी सिटीजन शुड फुलफिल टुवर्ड्स द नेशन यानी कि फंडामेंटल ड्यूटीज क्या है दोस्तों बुद्धि है बुद्धि यानी कि कुछ ज्ञान की बातें है जो लिख दिया है कांस्टीट्यूशंस में जिसको
फॉलो करना अनिवार्य नहीं है जिसको ना फॉलो करने पर आपको जेल नहीं होगी लेकिन आपका रिस्पांसिबिलिटी है कि आप फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो करो ये सारे ड्यूटीज 1976 में 42 अमेंडमेंट में ऐड किया गया था कांस्टिट्यूशन में ऑलरेडी देखिए रटवा दिए है इसलिए आपको आपको भी आ रहा होगा सिंपल
सा बात है तो आप लोग चैट बॉक्स में अभी एकएक करके फंडामेंटल ड्यूटीज लिखोगे क्या क्या फंडामेंटल ड्यूटीज है सब कोई एकएक करके फंडामेंटल ड्यूटीज लिख के जाओ सबको एकएक करके फंडामेंटल ड्यूटीज लिख लिखो फटाफट लिखो लिखो लिखो लिखो लिखो फंडामेंटल ड्यूटीज एकएक करके सब लिखेंगे एकएक करके फंडामेंटल ड्यूटीज
लिखेंगे जो हमने पढ़ाया अभी सबसे पहला फंडामेंटल ड्यूटीज रिस्पेक्ट फ्लैग्स इसके बाद अपना आइडियल को रिस्पेक्ट करना मतलब की हेरिटेज को मतलब प्रोटेक्ट करना इसके बाद हम हम मतलब हमारी रिस्पांसिबिलिटी है कि पब्लिक प्रॉपर्टी को पब्लिक प्रॉपर्टी को सेफगार्ड करना सिंपल सा बात है पब्लिक प्रॉपर्टी को भी प्रोटेक्ट करना हमारी
रिस्पांसिबिलिटी है ठीक है समझे एक एक करके फंडामेंटल ड्यूटीज लिख लो फंडामेंटल ड्यूटीज बो तो वहां प ही कवर करवा दिए थे अभी अभी जस्ट थोड़ा देर पहले ही तो कवर करवाए हैं आर्टिकल 51 ए और ये सब क्वेश्चन ऑलरेडी हमने 20 मिनट का रिवीजन में कवर कर लिया है सारा का सारा
क्वेश्चन 20 मिनट का रिवीजन में जो है ना कवर कर लिया है सारा का सारा क्वेन ठीक है तो इसीलिए आपको जस्ट शॉर्ट में बता रहे हैं लेकिन सुनना जरूरी है नहीं सुनोगे तो एग्जाम खराब जाएगा सुनना जरूरी है सुनो आर्टिकल 51a में फंडामेंटल ड्यूटीज ही
लिखा गया है जो कि 42 अमेंडमेंट एक्ट में लिखा गया है सिंपल सा बात है फंडामेंटल ड्यूटीज को ही एक्सप्लेन कर देना इसमें आर्टिकल 51a को ना फंडामेंटल ड्यूटीज भी बोलते हैं फंडामेंटल ड्यूटीज का ही दूसरा नाम है आर्टिकल 51a इसी आर्टिकल के तहत फंडामेंटल ड्यूटीज आया था जो कि 42
अमेंडमेंट एक्ट 1976 में ऐड किया गया है जो फंडामेंटल ड्यूटीज का डेफिनेशन है वही डेफिनेशन को पूरा का पूरा कॉपी पेस्ट कर देना सिंपल सा बात है फंडामेंटल ड्यूटीज क्याक है हमारे नेशनल फ्लैग को रिस्पेक्ट करना नेशनल एंथम को रिस्पेक्ट करना इसके बाद नोबल आइडियाज इसके बाद अपने कंट्री को
हमेशा डिफेंड करना जब भी तुम्हारी कंट्री का जरूरत पड़े और तब तब जाना ठीक है हमारे कंट्री के मान सम्मान को रिस्पेक्ट करना बिल्कुल सेम टू सेम आंसर लिखा हुआ है फंडामेंटल ड्यूटीज का जो आंसर होगा वही आर्टिकल 51 आंसर होगा सिंपल सा तो बात है
आगे देखिए आगे देखो भाई जल्दी जल्दी जल्दी देखो आगे व्हाट आर द सिग्निफिकेंट ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज फंडामेंटल ड्यूटीज का सिग्निफिकेंट क्या है सबसे पहले फस्टिंग सिविक सेंस इसको भी पढ़ाए हैं अभी-अभी पढ़ाए हैं फंडामेंटल ड्यूटीज का इंपॉर्टेंस पूछे या सिग्निफिकेंट पूछे बात एक ही है फंडामेंटल ड्यूटीज का इंपॉर्टेंस
या सिग्निफिकेंट पूछे बात एक ही है तो सबसे पहले देखो फस्टिंग सिविक सेंस इसका मतलब क्या है सबका ये रिस्पांसिबिलिटी है अपने सोसाइटी में सबका ये रिस्पांसिबिलिटी है लोग अपने फंडामेंटल ड्यूटी को फॉलो करें लोग अपने फंडामेंटल ड्यूटी को फॉलो करें अपने देश के लिए कंट्रीब्यूट
करें क्लियर है इसके बाद नेशनल यूनिटी को प्रमोट करो एकता में रहो भाई एकता में रहो हिंदू मुस्लिम सिख ई प्यार मेरे भाई भाई ऐसे एकता में रहो ठीक है इसके बाद देखो इरिंग मोरल वैल्यूज मतलब फंडामेंटल ड्यूटी इसीलिए लाया गया है लोग लोगों को बुद्धि
सिपल सा बात है जैसे मम्मी पापा बचपन में सिखाते नहीं थे हम लोग को बे मत कर ना बदमाशी और तुमम जाके बदमाशी करते थे स सिंपल सा बात है फंडामेंटल ड्यूटीज हम लोगों को सिखाता है फंडामेंटल ड्यूटीज हम लोग को सिखाता है और हम लोग फॉलो करें ना
करें सिखा तो दिया ना ज्ञान की बातें दिया ना मोरल वैल्यूज प्रोवाइड करता है ऑनेस्ट रहने के बोलता है इंटीग्रिटी करने के लिए बोलता है मान सम्मान रखने के लिए बोलता है सिंपल सा बात है रिस्पांसिबिलिटी है ठीक है फंडामेंटल ड्यूटी सस्टेनेबल डेवलपमेंट को भी इंश्योर करता है फंडामेंटल ड्यूटीज
बोलता है कि नेचर को हाम मत पहुंचाओ वाइल्ड लाइफ को हमम मत पहुंचाओ नेचुरल एनवायरमेंट का भी ध्यान रखो न नेचरल रिसोर्स टे ने फंडामेंटल डटी राइट है ओके इसके बा देख अ अंग जो है खत्म हो गया सबसे पले तुम बता जो है खत्म हो गया आगे जोस है की खत्म हो
गया बताओ मेरे स्टूडेंट मेरे स्टूडेंट ऐसे जिसके पास जोस खत्म हो गया हाट खत्म करना है कोई भी हालत में 10 मिनट है 10 मिनट जरा ध्यान दे दो ट्यूशन खत्म हो गया र जाओ आराम से पो लिखो सो जा बस इसको पना है रिवाइज करना है घर में
जाके और क्या करना खत्म तो हम करवा दि ओके दो दिन से तुम्हारे चक्कर में सोया नहीं हूं बहुत मेहनत कर रहा हूं तुम भी मेहनत कर लो मैं तुमसे भी यही रिटन मांग रहा हू प्लीज प्लीज प्लीज प्लीज मेहनत कर लो प्ली अब देखो प्लीज ऐ मत करो मेहनत कर
लो और चैट बॉक्स में ज्यादा बातें मत करो ओके ठीक चलो स्टार्ट करते हैं अप होल्डिंग कांस्टीट्यूशनल वैल्यूज फंडामेंटल ड्यूटीज रेफोर्स मतलब प्रिंसिपल्स एंड आइडियल इरेस्ट इन द कांस्टिट्यूशन सच एस जस्टिस लिबर्टी इक्वलिटी फट यानी कि फंडामेंटल ड्यूटीज की वजह से हम लोग जस्टिस लिबर्टी इक्वलिटी फटी मेंटेन कर पाते हैं
फंडामेंटल ड्यूटीज के वजह से हम लोग जस्टिस इक्वलिटी फ्रेटरनिटी लिबर्टी मेंटेन कर पाते हैं क्लियर है एंड कल्ट वेटिंग ए सेंस ऑफ सिटीजनशिप सेंस ऑफ सिटीजनशिप प्रोवाइड करता है फंडामेंटल ड्यूटी अब आओ लिमिटेशंस ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज याद है उसमें हम बताए थे कि लिमिटेशंस उसमें पढ़ा देंगे आ जाओ इसमें
ही पढ़ते हैं ठीक है लिमिटेशंस हम सलूशन से पढ़ा देंगे बोले थे ना अभी आ जाओ तो फंडामेंटल ड्यूटीज का अब बेइज्जती करेंगे फंडामेंटल ड्यूटीज का क्या करेंगे बेइज्जती बेइज्जती भैया सबसे पहला बेइज्जती ये लीगल इफोर्स बल नहीं है फंडामेंटल ड्यूटीज इज नॉट लीगली एनफोर्सेबल बिकॉज इसको अगर तुमने फॉलो
नहीं किया ना ये जो ड्यूटीज है मतलब ये जो मतलब ड्यूटीज है इसको अगर तुमने फॉलो नहीं किया तो इसके लिए कोई केस नहीं होगा इसके लिए क्या इसके लिए कोई केस नहीं होगा समझ में आ रहा है ना इसके बाद सब्जेक्टिव इंटरप्रिटेशन है हर एक इंसान अलग अलग
तरीके से इंटरप्रेट करते हैं हर एक इंसान अलग-अलग तरीके से इंटरप्रेट करते हैं फंडामेंटल ड्यूटीज हर एक इंसान के लिए इंटरप्रिटेशन वाला शक्ति अलग-अलग है तो मे री फ्रॉम पर्सन टू पर्सन इंटरप्रिटेशन ऑफ द फंडामेंटल ड्यूटी री फम पर्सन टू पर्सन ठीक है ना इसीलिए फंडामेंटल ड्यूटी का य ड्र बैक
है इसके बाद लक ऑफ अवेयरनेस बहुत लोग को तो पता ही नहीं कि फंडामेंटल ड्यूटी क्या है आज तक आप लोग को पता था कि फंडामेंटल ड्यूटी क्या है किसको बोलते हैं फंडामेंटल ड्यूटी लक ऑफ अवेयरनेस मेनी सिटीजन नट बी अवेयर ऑफ फंडामेंटल ड्यूटी ट इक्वेट एजुकेशन और अवेयरनेस प्रोग्राम इस वजह से
बहुत लोग को पता ही नहीं है इस वजह से बहुत लोगों को पता ही नहीं है कि फंडामेंटल ड्यूटीज क्या है इटरेट है बहुत लोग इसके बाद क्लश विथ इंडिविजुअल ट कभी-कभी फंडामेंटल ड्यूटीज फंडामेंटल राइट्स के साथ टकरा जाते हैं कभी-कभी फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो करते करते हम
लोग अपना फट राइट्स और फ्रीडम को खो देते हैं इसी वजह से यह एक ड्र बैक है इसी वजह से य एक ड्र बैक है ओके फोकस न ऑब्लिगेशन नॉट राइट्स यानी फंडामेंटल ड्यूटी जो है य सिर्फ ऑब्लिगेशन सिर्फ बुद्धि प फोकस करता है सिर्फ ज्ञान
की बातें बोलता है उसके लिए कुछ एक्शन वगैरह नहीं लेता है ये कोई अधिकार वगैरह प मतलब की बात नहीं करता है ठीक है एंड इसका बहुत पॉलिटिकल मिस इशू होता है देर इज अ रिस्क ऑफ फंडामेंटल ड्यूटीज बीइंग मिस शूड बाय द गवर्नमेंट फॉर द पॉलिटिकल पर्पसस
फंडामेंटल ड्यूटीज को गवर्नमेंट मिस इशू कर सकता है फंडामेंटल मतलब की ड्यूटीज को गवर्नमेंट क्या कर सकता है गलत इस्तेमाल कर सकता है गलत इस्तेमाल हो सकता है गवर्नमेंट आपको फोर्स करें फोर्स मतलब की मतलब की एकदम बोले फंडामेंटल ड्यूटीज अगर तुम फॉलो नहीं किया
ना तुमको जेल में भेज देंगे ऐसा आपको कोशन कर सकता है सिंपल सा बात है तो मिस इशू हो सकता है है ना लैक ऑफ इंसेंटिव क्या आप फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो करोगे तो पैसा मिलेगा क्या आपको बताइए पैसा मिलेगा क्या आपको बताओ चैट बॉक्स में बताओ क्या आप
फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो करते हो तो क्या आपको पैसा मिलेगा या नहीं मिलेगा बताओ बताओ जल्दी बताओ सर पैसा नहीं मिलेगा बिल्कुल सेम है देयर आर नो इंसेंटिव और रिवार्ड्स फॉर नॉ फुलफिलिंग द फंडामेंटल ड्यूटीज व्हिच मे रिड्यूस सिटीजनशिप मतलब की मोटिवेशन ठीक है इससे क्या होता है
मोटिवेशन रिड्यूस हो जाता है इससे क्या होता है मोटिवेशन रिड्यूस हो जाता है इसके बाद वही बात दिया हुआ है व्हाट इज फंडामेंटल ड्यूटीज आर दे एनफोर्सेबल शुड फंडामेंटल ड्यूटीज जस्ट केबल यहां पे यही बात दिया हुआ है कि फंडामेंटल ड्यूटीज क्या है तो फंडामेंटल ड्यूटीज एक सेट ऑफ
मोरल ऑब्लिगेशन है रिस्पांसिबल है जो हर एक सिटीजन को फॉलो करना चाहिए क्या ये एनफोर्सेबल है तो आंसर में बढ़ चरा के लिख देना ये इफोर्स बल नहीं है नो नो द फंडामेंटल नॉट इबल बा ल यानी कि तुम अगर फंडामेंटल ड्यूटी को फॉलो नहीं करते हो तो
इसके लिए कोर्ट में कोई सजा नहीं है कोई तुमको सजा नहीं देगा दोस्तों अगर तुम कचरा फेंक देते हो या अगर तुम नेशनल फ्लैग को फेंक देते हो फेंकना नहीं चाहिए गलत बात है फेंक देते हो तो इसके लिए क्या तुमको कोई जेल में पकड़ के
लेके जाएगा क्या बताओ अगर तुम मान लो कि महात्मा गांधी को बूढ़ा बोल दिए रिस्पेक्ट नहीं किए तो क्या इसके लिए तुमको क्या जेल में लेके जाएगा बताओ लेके जाएगा या बताओ नहीं ना तो यहां पे क्या लिखा हुआ है नो फंडामेंटल ड्यूटीज आर नॉट एनफोर्सेबल बाय
लॉ अनलाइक फंडामेंटल राइट्स वच कैन बी इफोर्स फंडामेंटल राइट्स एनफोर्सेबल है लेकिन फंडामेंटल ड्यूटीज बाबा इफोर्स बल नहीं है फंडामेंटल ड्यूटीज इफोर्स बल नहीं है ठीक है समझ में आ गया इसके बाद द क्वेश्चन ऑफ वेदर फंडामेंटल ड्यूटी शुड बी जबल इ डिबेटेड सिंपल सा बात है इसका मतलब
ये है कि फंडामेंटल ड्यूटी सही है या गलत है इस पर डिबेट चल रहा है कुछ लोग बोल रहे हैं सही है कुछ लोग बोल रहे हैं गलत है इसको ही तुम बना बना के लिख देना सम आर्गू इट वुड एनहांस देर इफेक्टिव इ ग्रेटर अकाउंटेबिलिटी अमंग सिटीजंस ये सब लिख
देना सिंपल सा बात है कुछ लोग आर्गू कर रहे हैं कि फंडामेंटल ड्यूटीज सही है और कुछ लोग आर्गू कर रहे हैं कि फंडामेंटल ड्यूटीज गलत है गलत क्यों है क् फंडामेंटल ड्यूटीज अगर लीगली इन फोर्सेबल रहता फंडामेंटल ड्यूटीज अगर लीगली इ फोर्सेबल रहता तो लोग जुल्म करते ही नहीं लोग
फंडामेंटल ड्यूटीज को हमेशा फॉलो करते हमेशा फंडामेंटल ड्यूटीज का ध्यान रखते लोग कोई भी क्राइम कोई भी जुल्म कोई भी छोटा मोटा मतलब ड्यूटीज को फॉलो हमेशा करते क्योंकि उनको डर रता कि पुलिस हमको पकड़ लेगी और एक तरफ अगर फंडामेंटल ड्यूटीज अगर फंडामेंटल ड्यूटीज इफोर्स बल
नहीं है तो लोग बोल रहे हैं कि इसको ऐसे ही रहने दो ना इफोर्स बल मत करो फंडामेंटल ड्यूटीज को एनफोर्सेबल मत करो बिकॉज ये राइट्स ऑफ फ्रीडम को छोड़ता है राइट्स ऑफ फ्रीडम को नहीं कर देता है ठीक है लास्ट क्वेश्चन आज का लास्ट क्वेश्चन ध्यान दे
दो आज का लास्ट क्वेश्चन लास्ट क्वेश्चन डिस्टिंग्विश बिटवीन फंडामेंटल ड्यूटीज एंड फंडामेंटल राइट्स फंडामेंटल ड्यूटीज और फंडामेंटल राइट्स में डिफरेंस बताओ फंडामेंटल ड्यूटीज और फंडामेंटल राइट्स का क्या बताओ डिफरेंस बताओ क्या बताओ डिफरेंस बताओ क्या बताओ डिफरेंस बताओ लास्ट है दोस्तों लास्ट है जरा ध्यान दो सबसे पहला
नेचर मोरल एंड एथिकल ऑब्लिगेशन टुवर्ड्स द नेशन फंडामेंटल ड्यूटी सिर्फ ज्ञान की बातें बताती है मोरल बातें बताती है क्या-क्या करना चाहिए क्या-क्या नहीं करना चाहिए फंडामेंटल राइट्स बताती है नहीं करोगे तो जेल में डाल देंगे लीगल एंटाइटल मेंट ग्रांटेड टू सिटीजन अगर तुम्हारे राइट्स का कोई एक्सेस तुमको नहीं दिया
तुम्हारा राइट्स छीना गया तुमसे तुम जा सकते हो कोर्ट में उस बंदे पर केस ठोक दो य हमको रट नहीं दिया केस ठोक दो उस इसके बाद सोर्स इसमें लिखा हुआ है रेस्ट इन आर्टिकल 51 ए आर्टिकल 51 ए में क्या आर्टिकल 51 ए में फंडामेंटल ड्यूटीज लिखा हुआ है और ये
पार्ट थ्री में लिखा हुआ है ठीक है इंफोर्समेंट ये नॉट मतलब जस्ट केबल और ये जस्ट केबल ठीक है मतलब कि ये जस्टिस बल है लीगल नॉट लीगली बाइंडिंग फंडामेंटल ड्यूटीज को फॉलो करना कंपलसरी नहीं है लेकिन फंडामेंटल राइट्स को फॉलो करना कंपलसरी है एंड इसका पर्पस सिटीजन को
रिस्पांसिबिलिटी का आभास कराना कि सिटीजन का क्या रिस्पांसिबिलिटी है अगर आप इंडियन सिटीजन हो तो आपका क्या रिस्पांसिबिलिटी है इसका आभास कराना एंड इसका प्रोटेक्ट इंडिविजुअल लिबर्टी फ्रीडम डिग्निटी अगेंस्ट स्टेट इंटरफेरेंस ठीक है तो पूरा का पूरा कांस्टिट्यूशन वैल्यू का हम लोग मैराथन कंप्लीट कर लिए थैंक यू सो मच गाइस
बहुत मेहनत लगी है प्लीज इस पे लाइक शेयर और कमेंट जरूर से जरूर कर देना अगर फायदा हुआ तो प्लीज एग्जाम के बाद रिव्यू जरूर दीजिएगा आपको मैं नंबर दे देता हूं उस नंबर पे एग्जाम के बाद आप अपना रिव्यू जरूर दे दीजिएगा 62 911
3713 इस पे हमको रिव्यू चाहिए इस पे हमको आपका फीडबैक चाहिए दोस्तों बहुत मेहनत किया है आपके लिए पूरा का पूरा छ महीना आठ महीना आपको फ्री क्लासेस प्रोवाइड किया थैंक यू सो मच मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए बाय ऐसे ही वीडियो को
देखते रहिए ईवीएस का जो मैराथन है ना नवीस का मैराथन ऑलरेडी रिकॉर्डेड है जाके देख लो और अभी भी एग्जाम के लिए प्रिपेयर नहीं थे तो अब शायद तुम प्रिपेयर हो गए हो थैंक यू सो मच मिलते हैं नेक्स्ट लिए बाय
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